Thursday, May 2, 2024
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Monthly Archives: May, 2020

50 एकड़ के परिसर में शुरू होगा नया शैक्षणिक सत्र

निरीक्षण के दौरान कुलपति प्रो. द्विवेदी ने कक्षाओं, छात्रावास एवं अकादमिक भवन को पूर्णरूप से तैयार करने के निर्देश दिए। उन्होंने प्रशासनिक भवन एवं शिक्षक-कर्मचारी आवासीय परिसर के निर्माण कार्य का

बैंक चेक गुमा दे तो बैंक को उसकी राशि का भुगतान करना होगा

एनसीडीआरसी ने यह पाया कि जब बाउंस हुए चेक को प्रतिवादी के पंजीकृत पते से अयोग्य करार दिया गया था तो उसे बाद में किसी भी अवसर पर प्रतिवादी को वितरित नहीं किया गया था।

‘कोरोना संक्रमण (कोविड 19 )के दौर में फेक न्यूज़ और फैक्ट चेक’ फेसबुक परिचर्चा

उन्होंने बताया प्रिंट और इलेक्ट्रानिक मीडिया के साथ आजकल सोशल मीडिया खबरों के आदान-प्रदान का सशक्त माध्यटम बन गया है।

टेलीविज़न पत्रकारिता पर वेबनार

बतौर मुख्य वक्ता वरिष्ठ पत्रकार, लेखक एवं डीडी न्यूज़ के एंकर अशोक श्रीवास्तव ने कहा कि राज्य या केंद्र सरकार की तरफ से फ्रंट लाइन पर काम करने वालों की तरह ही पत्रकारों का भी

ऑनलाइन: तब और अब

आज हमें ऑनलाइन होने के लिए मोबाइल, लेपटॉप, कंम्प्यूटर इत्यादि साधनों की आवश्यकता पड़ती है परंतु उन मनीषियों ने तो अपने तपोबल,योगबल साधना से अपने शरीर को ही ऑनलाइन कर रखा था,

आन पर मर मिटने वाली बुंदेलखंड की सारन्धा

यह सब दृश्य देख मुगल सेना के सब सैनिक स्तब्ध रह गये । इसे देख सब ने कहा की रानी हम सब आप के दास हैं । सारंधा ने कहा कि " यदि हमारे पुत्रों में से कोई जीवित हो तो हमारा शव उन्हीं को दे देना ।

कोरोना ने मुंबई में टीवी 9 के पत्रकार की जान ली

बता दें कि रोशन डायस मुंबई के उन 170 पत्रकारों में शामिल थे, जिनका अप्रैल में कोरोना टेस्ट करवाया गया था। इस टेस्ट में करीब 53 मीडिया कर्मी कोरोना पॉजिटिव मिले थे।

राष्ट्रपति जी की पहल स्वागत योग्य

उनके पास लाखों-करोड़ों रु. का अंबार लगा होता है। उनके दृश्य और अदृश्यों खर्चों का हिसाब लगाया जाए तो वह करोड़ों नहीं,

समूची दुनिया को भारतीय जीवनशैली की जरूरत

कोरोना महासंकट को झेलते हुए भी इंसान जीवन की इस यथार्थता को समझ नहीं पा रहा। यही कारण है कि संसार की मोह-माया, सत्ता एवं स्वार्थ के लुभावने इन्द्रजाल में फंसकर अपने सारे क्रिया-कलाप इस प्रकार करता जा रहा हैं, मानो अमरौती खाकर आये हों,

नए क्रांतिकारी आर्थिक सुधार कार्यक्रम से कृषि क्षेत्र को लगेंगे पंख

वर्ष 1991 में आर्थिक एवं बैंकिंग सुधार कार्यक्रमों की घोषणा की गई थी, जिसमें मुख्य रूप से देश को लाइसेन्स राज से मुक्ति मिली थी एवं उद्योग
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