Monthly Archives: November, 2020
छत्तीसगढ़ स्टेट वेयर हाउसिंग कार्पोरेशन को सौ करोड़ का लाभ
कार्पोरेशन को 2019-20 में कुल सौ करोड़ से अधिक राशि का फायदा हुआ है। कार्पोरेशन की स्थिति काफी सुदृढ़ है। अधिकारी-कर्मचारियों को 2014-15 से बोनस राशि दी जा रही है।
कौन बनेगा राष्ट्रपति?
इसके अलावा ध्यान देने लायक बात यह है कि ओबामा-प्रशासन में बाइडन उप-राष्ट्रपति की हैसियत में भारत के प्रति सदैव जागरुक रहे हैं। वे कई दशकों से अमेरिकी राजनीति में सक्रिय रहे
महाथिर मुहम्मद को एक हिन्दू का उत्तर – 2
महाथिर ने पुनः प्रमाणित किया है कि सारी दुनिया में जिहादी हिंसा का कारण कुछ नामसमझ मुसलमान नहीं, बल्कि वह मतवाद है जो उन्हें ऐसा करने को प्रेरित करता है।
हैदराबाद के प्रथम आर्य बलिदानी वेद प्रकाश जी
हैदराबाद रियासत में भी कुछ इस प्रकार का ही हुआ| इस कारण ही वहां के आर्यों का बलिदान लाल स्याही से लिखा मिलता है| इन बलिदानियों का इतिहास ही हमारी प्रेरणा का कारण होता है|
भारत में जन्मीं प्रियंका राधाकृष्णन न्यूजीलैंड में मंत्री बनी
एक हालिया साक्षात्कार में, प्रियंका ने कन्नड़ संगीत के लिए अपने जुनून और अपने पसंदीदा गायक केजे येसुदास के बारे में बात की। वह न्यूजीलैंड में कोविड-19 पुनर्वास कार्यों में सक्रिय थीं।
अर्नब की गिरफ्तारी से उठते सवाल
प्रणय कुमार - 0
सनद रहे कि ऐसी चुप्पी सत्ता को निरंकुश बनाती है और असहमति, आलोचना, विरोध को हमेशा-हमेशा के लिए ख़ारिज करती है। क्या स्वस्थ लोकतंत्र में असहमति एवं आलोचना के लिए कोई
मनुष्य का परम धर्म द्वितीयोऽध्याय (यजुर्वेद)
इस प्रकार मन्त्र स्पष्ट करता है कि हे मानव! स्वयं को उत्तम बनाने के लिए अपने को इस योग्य बना कि तु उस प्रभु के निकट बैठने का अधिकारी बन सके,
कोविड -19 महामारी के बाद श्री राम सेंटर में पहलीबार नाटक का मंचन कल
शतरंज के मोहरे, अशर का एक दिन, भूमिजा, कंचन रंग, जास्मा ओडन और शतुरमुर्ग आदि जैसे कई लोकप्रिय नाटकों में मुख्य अभिनेत्री की भूमिका निभाई है।
भारतीय अर्थव्यवस्था विजयी बनकर उभरेगी
लॉकडाउन के चलते, मार्च 2020 के बाद से लगातार आर्थिक गतिविधियों में तेज़ कमी देखने में आई थी। परंतु, अब जब माह सितम्बर
यह कैसी मोहब्बत है, जो मज़हब बदलने की शर्त पर की जाती है!
प्रणय कुमार - 0
माना कि विवाह दो वयस्कों की पारस्परिक सहमति का मसला है पर जिस सहमति में वास्तविक पहचान ही छुपाकर रखी जाती हो, वह भला कितनी टिकाऊ और आश्वस्तकारी हो सकती है?