Monthly Archives: March, 2022
कानपुर फाइल 25 मार्च 1931: जब मुस्लिमों की भीड़ ने विद्यार्थी जी की जान ले ली
वह मुस्लिमों को सुरक्षित निकालते रहे। उन्होंने लगभग 150 मुसलमान स्त्री, पुरुष और बच्चों को बचाकर बाहर निकाला। न जाने कितने मुस्लिमों को उन्होंने अपने विश्वासपात्र हिन्दुओं के यहाँ टिकवाया। परन्तु थे वे भी काफिर। काफिर अर्थात वाजिब उल कत्ल।
बलिदान दिवस पर याद किए गए क्रांतिकारी
कवि महेश पंचोली ने – “भगतसिंह की संतान हम वतन के रखवाले है” , कवि राम शर्मा “ कापरेन” ने डरती होगी धरती तुझसे होगा दादा अपने घर का , कवि गोरस प्रचण्ड “ एक चाँद एक भान एक धरा एक आसमान सभी का एक ही है भगवान” रघुनन्दन हठीला ने
राजस्थान में पर्यटन की दशा,दिशा और संभावनाएं
रंग बिरंगी संस्कृति, वेशभूषा,परमपराएं,लोक जीवन, पर्यटन उत्सव भी राजस्थान में सैलानियों के आकर्षण का महत्वपूर्ण आधार है। कोटा की एडवोकेट रेखा देवी यह विचार व्यक्त कर कहती हैं कि सरकार पर्यटन विकास पर कई परियोजनाओं पर कार्य कर रही है।
जैसा भाव वैसा स्वभावः जैन मुनि जिनेश कुमार जी
निषेधात्मक भावों से निषेधात्मक व्यक्तित्व का निर्माण होता है सकारात्मक भावों से सकारात्मक व्यक्तित्व का निर्माण होता है जैसा भाव होता है वैसा ही स्वभाव व आचरण हो जाता है इसलिए कहा जाता है हम भाव अच्छे रखें।
‘फैक्ट चैक’ से लगेगी ‘फेक न्यूज’ पर लगाम: अपूर्व चंद्रा
श्री अपूर्व चंद्रा ने कहा कि फेक न्यूज के युग में लोगों तक सही जानकारी पहुंचाना भारतीय सूचना सेवा के अधिकारियों की जिम्मेदारी है। कोरोना के दौर में संचार के मायने बदल गए हैं। लोगों तक सूचनाएं पहुंचाने के नए तरीके सामने आए हैं।
शिवराज सिंह चौहान जी ने किया सभागार का लोकार्पण
मुख्यमंत्री ने कुलपति प्रोफेसर के.जी. सुरेश को बधाई देते हुए कहा कि फिल्म अध्ययन विभाग उभरते हुए फिल्म उद्योग को बढ़ावा देगा। इस अवसर पर विश्व विद्यालय के कुलपति प्रोफेसर के.जी. सुरेश ने कहा कि विश्व विद्यालय 800 सीटर सभागार महान क्रांतिकारी स्वतंत्रता सेनानी एवं पत्रकार गणेश शंकर विद्यार्थी को समर्पित है।
ज़ी समूह ने जीती बड़ी जंग
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो अमेरिकी निवेश फर्म ‘इनवेस्को‘ (INVESCO) ने 'जी एंटरटेनमेंट' के शीर्ष प्रबंधन को हटाने की मुहिम अब छोड़ दी है।
समता,बंधुता और शांति का पैरोकार हो रंगमंच !
समता,बंधुता और शांति का पैरोकार हो रंगमंच, पर ऐसा हो नहीं रहा. रंगमंच सत्ता के वर्चस्व का माध्यम भर रह गया है और रंगकर्मी उसकी कठपुतलियाँ जो रंगकर्म के मूल उद्गम के ख़िलाफ़ है.
हमें देश से भेदभाव और वैमनस्यता की भावना को खत्म करना होगा: कर्नल भरत सिंह
देश को आगे बढ़ाने के लिए अनुशासन सबसे जरूरी है। राष्ट्रहित सर्वोपरि को ध्यान में रखकर अनुशासन के साथ समाज को जागरूक करने का कार्य करें।
महासमुंद (छत्तीसगढ़) में ईसाई मत के 1250 लोगों ने सनातन वैदिक धर्म में की घर वापसी
महासमुंद ( छत्तीसगढ़ ) के कटांगपाली गाँव में मंगलवार , 22 मार्च 2022 को 1250 लोगों ने सनातन वैदिक धर्म में वापसी की ।