Monday, May 20, 2024
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Yearly Archives: 2022

डाक विभाग की पहल : अब घर बैठे डाकिया बनाएगा बच्चों का आधार कार्ड और करेगा मोबाइल नंबर अपडेट

डाक विभाग ने आमजन की सुविधाओं के लिए तमाम सेवाओं का विस्तार किया है। डाकघरों में नया आधार बनाने और आधार में अपडेशन की सुविधा उपलब्ध है, जिसका आमजन को काफी फायदा होता है।

रेल-रोड-एयर कनेक्टिविटी में कोटा को अग्रणी बनाएंगेः बिरला

उधर, लोगों ने स्टेशन की खूबसूरती को निहारने के साथ मेमू ट्रेन की यात्रा का भी लुत्फ लिया। अनेक ऐसे यात्री थे जो मेमू ट्रेन के पहले सफर के साक्षी बनना चाहते थे। इसके अलावा ऐसे भी अनेक लोग थे

क्या इतिहास में दर्ज हो जाएगा उज्जैन का भारती भवन

बहुत समय हुए भारतीय लेखकों को आंदोलनरत हुए। समय आ गया है कि एक लेखक की विरासत , उस की धरोहर और उस की पहचान को बचाए रखने के लिए सभी भारतीय लेखक आंदोलनरत हों और लेखक की विरासत और उस का घर बचाने के लिए सरकार ,

बंगाल से भटककर छत्तीसगढ़ पहुंची युवती का सहारा बना सखी सेंटर

युवती बंगाल की रहने वाली थी। उसे केवल बंगाली भाषा का ज्ञान था। वह दूसरी भाषा बोलने और समझने में सक्षम नहीं थी। भटकते पाए जाने पर युवती को चाम्पा थाना के माध्यम से सखी वन स्टॉप सेंटर जांजगीर लाया गया।

प्रधानमंत्री की पंजाब यात्रा के दौरान सुरक्षा में चूक

हुसैनीवाला स्थित राष्ट्रीय शहीद स्मारक से करीब 30 किलोमीटर की दूरी पर, जब प्रधानमंत्री का काफिला एक फ्लाईओवर पर पहुंचा तो पाया गया कि कुछ प्रदर्शनकारियों ने सड़क को अवरुद्ध कर दिया है।

त्रिची का दो हजार वर्ष पुराना बाँधः एक अजूबा है शानदार इंजीनियरिंग का

दो हजार वर्ष पहले इस बांध से ६९,००० एकड़ का क्षेत्रफल सिंचाई के अंतर्गत आता था. आज दस लाख एकड़ क्षेत्रफल की सिंचाई, इस बांध से व्यवस्थित हो रही हैं. *यह पूरा क्षेत्र हरा – भरा रहता हैं. जहां तक नजर जाती हैं,

केंद्र सरकार की ये उपलब्धियाँ बताती है कि ‘देश बदल रहा है’ !

भारत का रक्षा क्षेत्र देश के लिए रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण है 2021-22 में रक्षा के लिए 4,78,196 करोड़ (62.8 बिलियन अमेरिकी डॉलर)सरकार ने रुपये आवंटित किए, पिछले वर्ष की तुलना में 1.5 प्रतिशत की वृद्धि ।

हिन्दी के योद्धा : बाबू अयोध्या प्रसाद खत्री जिनकी आज पुण्यतिथि है

बिहार में उन दिनों कचहरियों में फारसी के अलावा कैथी लिपि का भी प्रचलन था. हाँ, देशी समाचार पत्र नागरी लिपि में प्रकाशित होते थे. इस तरह बिहार में नागरी और कैथी लिपियों की समानान्तर व्यवस्था थी. यह व्यवस्था व्यावहारिक नहीं थी.

नसीरुद्दीन शाह तुमने कभी लेग स्पिनर “प्रभा शंकर” का नाम सुना है?

आज वो एक-एक पाई को मोहताज हैं क्योंकि प्रतिबंध लगने के बाद पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने उनकी कोई सहायता नहीं की, केवल "हिन्दू" होने की वजह से।

इनके खून में राष्ट्रवाद नहीं, जिहाद हिलोरें मारता है

इकबाल के बारे में मैं अक्सर लिखता हूँ कि उनसे मेरा "हेट-लव" का रिश्ता है पर ये रिश्ता मेरा और इकबाल का है, इस रिश्ते को आप शेरो-शायरी के लिये मेरी अतिशय मुहब्बत से जन्मी दुर्बलता भी कह सकतें हैं पर मेरी व्यक्तिगत दुर्बलता राष्ट्र की दुर्बलता बन जाये ये मुझे गवारा नहीं है।
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