Yearly Archives: 2022
आशा की किरण
जिसकी प्रतीक्षा थी उसे
कोशिश करती है पहचानने की
उन आशा की किरणों को
जो बचाएगा उसे अंधेरों से
पर दुविधा में है
‘सोने की चिड़िया’ क्यों लुटती थी?
क्योंकि वे भी वस्तुतः किसी अहिंसा या प्रेम से अपना जीवन चलाने में विश्वास नहीं करते। यदि करते, तो अपनी सुरक्षा के लिए पुलिस, कमांडो, प्राइवेट गार्ड आदि के नियमित प्रावधान नहीं करते।
मिशनरियों ने हमें हमारा ही झूठा इतिहास पढ़ाया
इस लेख के माध्यम से हमने यह सिद्ध किया है कि कैसे ईसाई मिशनरी दलितों को हिंदुओं के अलग करने के लिए पुरजोर प्रयास कर रही हैं। इनका प्रयास इतना सुनियोजित है कि साधारण भारतीयों को इनके षड़यंत्र का आभास तक नहीं होता।
नया साल आया है, नया सवेरा लाया है
आओ सब नए साल का जश्न मनाएं,
लेकिन अपनी जिम्मेदारियों को न भूल जाएँ,
नया साल है नयी जिम्मेदारी, नया लक्ष्य हमको बनाना है,
लक्ष्य को साकार करके गंतव्य तक पहुंचाना है।
फेक न्यूज पर नियंत्रण के लिए कठोर कानून बनाने की आवश्यकता
आईआईएमसी के महानिदेशक ने बताया कि वर्ष 2019 में माइक्रोसॉफ्ट की एक सर्वे रिपोर्ट में कहा गया था कि भारत में इंटरनेट उपभोक्ताओं को फर्जी खबरों का सबसे अधिक सामना करना पड़ता है।
तिनका तिनका रेडियो ने जारी किया 6 जेलों का संगीत- 2021 के सुरों का पिटारा
तिनका जेल रेडियो के ट्रेनिंग प्रोग्राम के जरिए करीब 50 बंदियों को प्रशिक्षित और प्रोत्साहित किया गया, जिसके बाद इन सभी ने मिल कर इस साल 6 गानों को लिखा, गाया और जारी किया। यह गाने अंबाला, रोहतक, पानीपत, करनाल, हिसार की जेलों में और देहरादून की सुधोवाला जेल