अमरीका के किसी भी नगर में किसी व्यक्ति या कम्पनी का डाक का पता बहुत ही आसान है , कहीं भी कोई कन्फ्यूजन होने की गुंजाईश नहीं, उदाहरण के लिए 1600 NE Falls Drive, Isaquah WA 98029 पते पर जाने के लिए वाशिंगटन स्टेट के इशाकुहा नगर के उत्तर पूर्वी इलाके में फाल्स ड्राइव में बिल्डिंग क्रमांक 1600 में पहुँच जाइए. वहीँ अपने देश में पता लिखने का अंदाज बड़ा ही निराला है. मुलाहिजा फरमाएं राम नाथ पान वाला , पाकीजा वस्त्रालय के बाजू में , कबूतरखाना समोर, दादर, मुंबई, अब इस से पोस्ट आफिस में सॉर्टिंग करने वाले को तो परेशानी है ही साथ ही डाक बांटने वाले को भी कम तकलीफ नहीं है. यह तो सही है कि आज कल चिठ्ठी पत्री का रिवाज कम हो चला है लेकिन अमेजान और फ्लिपकार्ट जैसी कम्पनियों के कारण कुरियर का धंधा जोरों पर है , वैज्ञानिक और तार्किक आधार पर पूरे में देश में पते के लिए घरों और व्यवसायिक घरानों को कोई अनन्य क्रमांक आवंटित करने के लिए अभी तक कोई गम्भीर प्रयास नहीं किया गया है.
इसी बीच what3words नाम की एक ब्रिटिश कम्पनी ने एक अनूठा प्रयास किया है जिसके द्वारा दुनिया भर के किसी भी स्थान का पूरा पोस्टल पता केवल तीन शब्दों में समेटा जा सकेगा. कम्पनी ने प्यूरी दुनिया को 57 लाख करोड़ वर्ग में बाँट दिया है और इस एक वर्ग का आकार केवल 3X3 मीटर है. और कम्पनी ने हर वर्ग को तीन शब्द का नाम निर्धारित कर दिया है। उदाहरण के लिए कम्पनी का लन्दन के पते पर केवल index.home.raft लिखने से पहुंचा जा सकेगा. न्यूयॉर्क में सेंट्रल पार्क का दक्षिण पश्चिमी किनारा cute.seated.joke कहलायेगा.
कम्पनी के प्रमुख कार्य अधिकारी और सह संस्थापक क्रिस शेलडरिक का कहना है कि यह प्रणाली इतनी सटीक है जैसे किसी स्थान विशेष के लिए 16 अंको का अक्षांश और देशांतर निकाल कर बता दिया जाय। लेकिन इसकी तुलना में शब्द याद रखना कहीं आसान है. पूरी दुनिया के 3 x 3 मीटर के टुकड़ों को अंग्रेजी के 40,000 शब्दों के तीन तीन शब्द युग्म से आसान बना दिया है.
लेकिन पते को तीन शब्दों मे समेटने की इस प्रणाली को डाक विभाग में समाहित करने में सबसे पहले पहल मंगोलिया ने शुरू की है. दरअसल मंगोलिया में तो सही सही पता लिखने और समझने की स्थिति इतनी खराब रही है कि वहां वहां की राजधानी उलनवेतार तक में पिछले कुछ वर्षों में बहुत तेजी से विकास होने के कारण सड़कों गलियों के नामों का जबरदस्त कन्फ्यूजन रहता था यहाँ तक कि वहां के उप वित्त मंत्री तक को अपना सही पता मालूम नहीं था! इस महीने के अंत तक पुरे मंगोलिया में ये तीन शब्द वाले युग्म व्यक्तियों, डाक विभाग और कुरियर कम्पनियों को उपलब्ध करा दिए जाएंगे। उम्मीद है अगस्त से इन आबंटित पतों पर डाक और कूरियर डिलीवर होने शुरू हो जाएंगे। कम्पनी इसे लेकर काफी उत्साहित है उसका मानना है कि इससे इ-कामर्स के प्रसार में मदद मिलेगी. अन्य देशों ने भी इस प्रणाली दिलचस्पी दिखाई है। कोई आश्चर्य नहीं की वर्ष दो वर्ष में मेरा भारत का पता कुछ कुछ wet.cat.divison जैसा संछिप्त हो जाए !
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Pradeep Gupta
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(श्री प्रदीप गुप्ता इन दिनों अमरीका की यात्रा पर हैं और अपने अनुभव hindimedia.in के पाठकों के साथ साझा कर रहे हैं)