पहले चार्टिंग स्टेशन (जहां से आरक्षण चार्ट जारी होता है) के कोटे का बर्थ खाली रहता है तो वह ऑटोमेटिक अगले चार्टिंग स्टेशन को ट्रांसफर हो जाएगा। इसका सीधा फायदा उस स्टेशन की वेट लिस्ट के यात्रियों को मिलेगा। उनकी बर्थ कंफर्म हो जाएगी। रेलवे बोर्ड के आदेश के बाद शुक्रवार से यह व्यवस्था लागू हो रही है।
पिछले दिनों ट्रेन आरक्षण चार्ट के नियमों में बदलाव किया गया। इसके तहत प्रत्येक ट्रेनों का दो चार्ट जारी होता है। पहला चार्ट ट्रेन छूटने के चार घंटे पहले और दूसरा चार्ट आधे घंटे पहले। इस व्यवस्था से एक फायदा यह हुआ है कि किसी भी ट्रेनों का आधे घंटे पहले तक रिजर्वेशन हो रहा है। इसका फायदा भी अचानक यात्रा करने वाले यात्रियोंको मिल रहा है। लेकिन ऐसे यात्री जिनका टिकट वेटिंग में हैं उन्हें अभी भी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। वेटिंग टिकट लेकर जिस बर्थ पर जाते हैं, वहां कंफर्म बर्थ के यात्री आपत्ति करते हैं।
कहीं न कहीं उन्हें इससे परेशानी होती थी। वह यह यात्री खुद को ठगा महसूस करते थे। लेकिन अब ऐसे यात्रियों का रेलवे ने ध्यान दिया। अब ऐसे यात्रियों को कंफर्म बर्थ मिल सकेगी। चार्ट में सभी करंट बुकिंग व कैंसिल टिकट का पीएनआर का विवरण होगा। इन व्यवस्थाओं के बाद भी यदि पहले चाटिर्ग स्टेशन के कोटे का बर्थ खाली रहेगा तो वह ऑटोमेटिक अगले चाटिर्ग स्टेशन को आवंटित हो जाएगा। इस व्यवस्था से टीटीई अब यात्रियों को बर्थ नहीं दे पाएंगे। पहले अगले चार्टिंग स्टेशन में जो यात्री वेटिंग में है उनका टिकट कंफर्म हो जाएगा।
मोबाइल पर आएगा मैसेज
वेटिंग लिस्ट के यात्रियों को कंफर्म बर्थ है या नहीं इसे लेकर असमंजस की स्थिति न रहे। इसलिए रेलवे ने एक व्यवस्था यह बनाई है कि उनके मोबाइल पर कंफर्म बर्थ का मैसेज आएगा। इसमें कोच व बर्थ दोनों की जानकारी होगी। इस मैसेज को वह टीटीई को दिखाकर यात्रा कर सकते हैं। रेलवे की इस सुविधा का फायदा लेने के लिए यात्रियों को इस बात का ख्याल रखना होगा कि वह आरक्षण चार्ट में वही मोबाइल नंबर दर्ज करे, जिसे लेकर वह यात्रा करेंगे।
यह भी बता दे कि टीटीई कोटे की बर्थ को यात्री बुक नहीं कर सकते हैं। लेकिन अगले कोटे तक जो सीट खाली रहेगी उसे जरूरतमंद यात्रियों को दे सकेंगे। इसके अलावा ट्रेन में नहीं पहुंचने वाले यात्रियों की सीट की ही बुकिंग कर पाएंगे। इसका अनिवार्य रूप से पालन किया जाना है।