विकास और जन सरोकारों के मुद्दे पर रिपोर्टिंग और शोध के लिए दी जाने वाली विकास संवाद मीडिया फैलोशिप के तहत वर्ष 2018 के लिए पांच पत्रकारों का चयन किया गया है। इस वर्ष बाल एवं शिशु स्वास्थ्य के मुद्दे पर काम करने के लिए पत्रिका धार के प्रमुख संवाददाता अतुल पोरवाल और दैनिक भास्कर इंदौर की सीनियर हेल्थ रिपोर्टर नीता सिसोदिया, मातृत्व स्वास्थ्य पर काम करने के लिए डीबी पोस्ट की सीनियर हेल्थ करेस्पोंडेंट एम पूर्णिमा, शिक्षा के अधिकार पर काम करने के लिए नईदुनिया खंडवा के सीनियर रिपोर्टर सुमित अवस्थी व बाल संरक्षण के मुद्दे पर काम करने के लिए देवास के स्वतंत्र पत्रकार व लेखक मनीष वैद्य का चयन किया गया है।
इसके साथ ही शॉर्ट टर्म फैलोशिप के लिए दैनिक जागरण के पवन श्रीवास्तव, स्वतंत्र पत्रकार अमिताभ पांडेय और कौशल किशोर चतुर्वेदी का चयन किया गया है।
फैलो का चयन वरिष्ठ संपादकों की एक चयन समिति ने किया। चयन समिति में ‘द इंडियन एक्सप्रेस’ के पूर्व संपादक चंद्रकांत नायडू, ‘सुबह सबेरे’ के राज्य संपादक गिरीश उपाध्याय, वरिष्ठ संपादक व हिंदी विवि वर्धा के मीडिया प्राध्यापक अरुण त्रिपाठी, वरिष्ठ संपादक श्रावणी सरकार, ‘डाउन टू अर्थ’ पत्रिका के संपादक रिचर्ड महापात्र व वरिष्ठ संपादक, सेंटर फॉर मीडिया स्टडीज की अन्नू आनंद व जूरी मेंबरसचिव राकेश दीवान शामिल थे।
इन पत्रकारों को छह महीने के दौरान अपने-अपने विषय पर दस खबरें व आलेख के साथ एक जमीनी शोध कार्य पूरा करना होगा। इस फैलोशिप के तहत सभी फैलो को 84 हजार रुपए की राशि दी जाएगी।
विकास संवाद 13 वर्षों से विकास और जन सरोकारों के मुद्दों को मुख्यधारा की मीडिया में लाने, जमीनी रिपोर्टिंग को प्रोत्साहित करने और रिसर्च को प्रोत्साहित करने के लिए चल रहा है।