13 साल की सुचेता सतीश को ग्लोबल चाइल्ड प्रॉडिगी अवार्डस 2020 के लिए चुना गया है। संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के दुबई शहर में रहने वाली सुचेता की जड़ें केरल से जुड़ी हैं। उनकी इस अद्भुत प्रतिभा के लिए उन्हें इस पुरस्कार के लिए चुना गया है। सुचेता के मुताबिक, उन्हें उनके दो कीर्तिमानों की वजह से इस पुरस्कार के लिए चुना गया है।
पहला वह जिसमें उन्होंने एक कंसर्ट में सर्वाधिक भाषाओं में गाने का कीर्तिमान बनाया था और दूसरा, जिसमें सबसे लंबे समय तक सीधे प्रसारण में गीत गाए थे।विश्व पटल पर सुचेता सुर्खियों में तब आई थीं, जब उन्होंने दुबई स्थित भारतीय वाणिज्य दूतावास में 102 भाषाओं में लगातार छह घंटा 15 मिनट तक गाकर गिनीज बुक ऑफ वल्र्ड रिकॉर्डस में अपना नाम दर्ज कराया था। यही कीर्तिमान उनके इस सम्मान का आधार बना। दुबई के इंडियन हाई स्कूल में पढ़ रही सुचेता को उनके स्कूल में स्वर कोकिला कहकर बुलाया जाता है।
एक दिन सुचेता के पिता टीसी सतीश एक मित्र उनके घर आए और उन्होंने जापानी में एक गीत गया। वह सुचेता को इतना पसंद आया कि उन्होंने भी उसका रियाज शुरू कर दिया। शुरुआत में उन्होंने जापानी और अरबी में गीत गाने शुरू किए।
चूंकि वह स्कूल में अरबी भी पढ़ रही थीं, इसलिए उनके लिए इस भाषा में गाना आसान था, लेकिन इसके बाद जो सिलसिला शुरू हुआ वह अभी तक जारी है। फिर अंग्रेजी, डच, जर्मन, हिब्रू, गुजराती, हरियाणवी, भोजपुरी, असमिया, मंदारिन, मंगोलियन, फारसी, पंजाबी, तमिल, तेलुगु, उर्दू, ग्रीक.. सहित 120 भाषाओं में गीत आसानी से गाने लगीं। सुचेता की स्मरणशक्ति ऐसी है कि गाना किसी भी भाषा का हो, उन्हें आधे घंटे से दो घंटे के बीच याद हो ही जाता है। यह समय इस पर निर्भर करता है कि गाना कितना लंबा है। सुचेता ने हाल ही में मलयालम सुपरस्टार मम्मूटी और अभिनेता उन्नी मुकुंदन की उपस्थिति में अपना दूसरा अलबम ‘या हबीबी’ जारी किया।
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उनके पिता टीसी सतीश के मुताबिक उनकी बेटी को दुबई इंडियन हाईस्कूल की कोकिला के रूप में जाना जाता है। यह अवॉर्ड नृत्य, संगीत, कला, लेखन, अभिनय, मॉडलिंग, विज्ञान, खेल आदि में बच्चों की प्रतिभा को सामने लाने का एक मंच है। यह पुरस्कार डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम इंटरनेशनल फाउंडेशन और ऑस्कर पुरस्कार विजेता संगीत निर्माता एआर रहमान द्वारा समर्थित है।
पुरस्कार विजेता सुचेता बताती हैं कि उन्हे दो कीर्तिमानों के लिए पुरस्कृत किया गया है। एक सर्वाधिक भाषाओं में गाने के लिए, और दूसरा सबसे लंबे समय तक सीधे प्रसारण में गाने के लिए। उन्होंने ये कीर्तिमान बारह साल की उम्र में दुबई में भारतीय वाणिज्य दूतावास के सभागार में बनाए थे। तब उन्होंने 102 भाषाओं में छह घंटे से अधिक समय तक गाया था।सुचेता ने हाल में मलयालम सुपरस्टार मम्मूटी और अभिनेता उन्नी मुकुंदन के साथ अपना दूसरा एल्बम ‘या हबीबी’ जारी किया है।
इससे पहले 2017 में भी सुचेता ने 80 भाषाओं में गीत गाया था। उस समय एक कंसर्ट में उन्होंने गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड तोड़ने की कोशिश की थी। उस समय एक कंसर्ट में सबसे ज्यादा भाषाओं में गीत गाने का रिकॉर्ड केसीराजू श्रीनिवास के पास था, जो 76 भाषाओं में गीत गा चुके थे। उस समय सुचेता ने बताया था कि वह 80 भाषाओं में गीत गाना जानती हैं और यह उन्होंने एक साल में सीखा है। उन दिनो रिकॉर्ड तोड़ने से पहले सुचेता की योजना पांच और भाषाओं में पांच अलग गीत सीखने की रही। वह उससे पहले से ही कुछ भारतीय भाषाओं हिंदी, मलयालम और तमिल में गीत गाना जाती थीं। वह स्कूल की प्रतियोगिताओं में अंग्रेजी गाने गाती रही हैं लेकिन उन्होंने 2016 से विदेशी भाषाओं में भी गीत गाने शुरू कर दिए थे। सुचेता कहती हैं, ‘‘विदेशी भाषा में उनका पहला गाना जापानी में था। उनके लिए फ्रांसीसी, हंगेरियन और जर्मन भाषाओं में गीत गाना सबसे कठिन था।’’