मुंबई।सुरक्षा और गति बढ़ाने के साथ-साथ गतिशीलता में सुधार लाने के उद्देश्य से, पश्चिम रेलवे ने बांद्रा – खार रोड खंड में लॉकडाउन अवधि के दौरान बड़े पैमाने पर इंजीनियरिंग कार्य सुनिश्चित किये हैं, जिनके फलस्वरूप इस खंड पर लागू स्थायी गति प्रतिबंध को सफलतापूर्वक हटाने में कामयाबी हासिल हुई है। इस उपलब्धि की बदौलत पश्चिम रेलवे की उपनगरीय और लम्बी दूरी की ट्रेनों की गति बढ़ाने में उल्लेखनीय मदद मिल रही है।
पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसम्पर्क अधिकारी श्री सुमित ठाकुर द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, इस प्रमुख अवसंरचनात्मक अभिवृद्धि कार्य के सफल निष्पादन के फलस्वरूप पश्चिम रेलवे द्वारा अब डाउन दिशा में जाने वाली लोकल ट्रेनों के अलावा मेल / एक्सप्रेस ट्रेनों की गति में भी काफी सुधार किया जा सकेगा। इन महत्त्वपूर्ण इंजीनियरिंग कार्यों के अंतर्गत पश्चिम रेलवे ने लॉकडाउन की तमाम मुश्किल चुनौतियों के बावजूद 17 टर्न आउट्स को खत्म करने का बड़ा काम किया तथा केवल 57 दिनों में 400 ट्रैक मीटर रेल और 1200 स्लीपरों का नवीनीकरण सुनिश्चित किया। इन कार्यों में दैनिक आधार पर लगभग 60 श्रमिकों को तैनात किया गया।
इस काम के पूरा होने के बाद, सुपर एलिवेशन को 60 मिमी से बढ़ाकर 105 मिमी कर दिया गया है, जिसके फलस्वरूप स्थायी गति प्रतिबंध हटाने का लक्ष्य सम्भव हो पाया है। इस इंजीनियरिंग उपलब्धि के कारण 14/22 km से 16/1km तक के 1.191 किलोमीटर लम्बे रेल पथ पर 60 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार को बढ़ाना सफल हो पाया है। इसमें 14/22 km से 15/6 km तक और 15/12km से 16/1km तक कुल 901मीटर लम्बे रेल पथ पर 100 किमी प्रति घंटे की सामान्य गति तक तथा 15/6 km से 15/12 km तक शेष 290 मीटर लम्बे रेल पथ पर 90 किमी प्रति घंटे की गति तक रफ्तार बढ़ाने की अनुमति सम्भव हो पाई है। इस उपलब्धि की बदौलत परिचालन समय में 90 सैकेंड की बचत शुद्ध बचत होगी।