म.प्र. की संस्कृति मंत्री सुश्री उषा ठाकुर ने मणिपुर की राज्यपाल डॉ. नजमा हेपतुल्ला के साथ किया ”एक भारत श्रेष्ठ भारत: देखो अपना नार्थ ईस्ट” वेबिनार का शुभारंभ
भोपाल । संस्कृति, पर्यटन और आध्यात्म मंत्री सुश्री उषा ठाकुर ने आज ”एक भारत श्रेष्ठ भारत: देखो अपना नॉर्थ ईस्ट” के तहत 24 से 29 अगस्त तक होने वाली छ: दिवसीय राष्ट्रीय वेबिनार/व्याख्यान माला का मणिपुर की राज्यपाल डॉ. नजमा हेपतुल्ला के साथ शुभारंभ किया। सुश्री ठाकुर ने कहा कि मध्यप्रदेश के छात्र-छात्राओं का अध्ययन-दल पूर्वोत्तर के राज्यों में भेजा जायेगा। दल वहाँ की संस्कृति, परम्परा, खान-पान, रीति-रिवाज,ऐतिहासिक धरोहर आदि का अध्ययन करने के साथ पूर्वोत्तर के लोगों को अपने राज्य की संस्कृति से भी परिचित करायेगा। देश में पहली बार मध्यप्रदेश की डॉ. भीमराव अम्बेडकर यूर्निवसिटी ऑफ सोशल सांइसेस महू द्वारा ”एक भारत श्रेष्ठ भारत” योजना में उक्त वेबिनार का आयोजन किया जा रहा है।
सुश्री ठाकुर ने कहा कि छात्र-शक्ति देश का मेरूदण्ड और भविष्य है। सुदूर पूर्वोत्तर राज्यों की संस्कृति के अध्ययन से विविध संस्कृतियों वाली भारतीय एकता और अखण्डता मजबूत होने के साथ इन राज्यों के छात्र-छात्राओं के बीच एक आत्मीय संबंध भी सुदृढ़ होगा।
राज्यपाल डॉ.नजमा हेपतुल्ला ने कहा कि 8 सिस्टर्स कहे जाने वाले पूर्वोत्तर राज्य भारत का सबसे खूबसूरत हिस्सा हैं। जैव-विविधता से भरपूर इन राज्यों में पर्यटन की असीम संभावनाएं है। यहाँ की विशेष संस्कृति और परम्परायें अपने आप में अनोखी हैं। उन्होंने राज्य की सामाजिक-आर्थिक जानकारी देने के साथ इन राज्यों की भारत के लिये म्यामार, भूटान, नेपाल आदि से इंटर बार्डर महत्ता के बारे में भी बताया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता विश्वविद्यालय की उप कुलपति प्रोफेसर आशा शुक्ला ने की। आईसीसीआर नई दिल्ली की पूर्व निदेशक डॉ. नीरू मिश्रा ने सभी आठ पूर्वोत्तर राज्यों की अद्भुत प्राकृतिक सुषमा और विशेषताओं पर आधारित नयनाभिराम प्रस्तुतीकरण दिया।
उल्लेखनीय है कि ”एक भारत श्रेष्ठ भारत” का उद्देश्य भारत के विभिन्न राज्यों के विद्यार्थियों को एक-दूसरे की संस्कृति और परम्पराओं का व्यावहारिक अनुभव कराते हुए राष्ट्र की अनेकता में एकता के सूत्र को सुदृढ़ करना है। मध्यप्रदेश के साथ नागालैंड और मणिपुर राज्य को जोड़ा गया है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने योजना का शुभारंभ 31 अक्टूबर 2015 को सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती के अवसर पर किया था।