भोपाल। मध्यप्रदेश राष्ट्रभाषा प्रचार समिति हिन्दी भवन भोपाल द्वारा हिन्दी दिवस के उपलक्ष्य में 14 से 22 सितम्बर तक ऑनलाइन भाषा एवं साहित्य उत्सव का आयोजन किया गया है। इस साहित्य उत्सव का शुभारंभ 14 सितम्बर को शपथ विधि से होगा। यह विधि समिति के मंत्री संचालक श्री कैलाशचन्द्र पंत सम्पन्न करेंगे। इसी दिन ‘‘हिन्दी के विकास की दिशाएं’’ विषय पर परिसंवाद से होगा जिसकी अध्यक्षता केन्द्रीय हिन्दी संस्थान के उपाध्यक्ष श्री अनिल जोशी करेंगे।
यह जानकारी देते हुए हिन्दी भवन के निदेशक डॉ. जवाहर कर्नावट ने बताया कि इस परिसंवाद में डॉ. भगवान सिंह (भागलपुर) डॉ. नवीन लोहनी (मेरठ) डॉ. पद्मेश गुप्त (लंदन) एवं डॉ. जयंतीप्रसाद नौटियाल (देहरादून) हिन्दी के विकास के विविध पहलूओं पर चर्चा करेंगे। 15 सितम्बर को ‘‘हिन्दी का भविष्य -नई शिक्षा नीति के परिप्रेक्ष्य में ‘परिचर्चा का आयोजन शिक्षाविद एवं पूर्व कुलपति डॉ. उमराव सिंह चौधरी के मुख्य आतिथ्य में किया गया है।
इस परिचर्चा में देश के प्रसिद्ध विद्वान डॉ. सूर्यप्रसाद दीक्षित (लखनऊ) प्रो. रामदेव भारद्वाज कुलपति अटल बिहारी वि.वि. एवं भाषाविद् डा. विजय मल्होत्रा (नई दिल्ली) सहभागिता करेंगे। 16 सितम्बर को ‘‘हिन्दी और भारतीय भाषाओं के बीच संवाद का स्वरूप’’ विषय पर चर्चा डॉ. दामोदर खड़से (पुणे) की अध्यक्षता में होगी। 17 सितम्बर को ‘हिन्दी में विज्ञान साहित्य’ विषय पर परिचर्चा रविन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय के कुलाधिपति श्री संतोष चौबे की अध्यक्षता में होगी।
इसका संचालन मध्यप्रदेश माध्यम के प्रधान संपादक प्रो. पुष्पेन्द्रपाल सिंह करेंगे। 18 सितम्बर को ‘‘हिन्दी में संस्मरण विधा’’ पर परिचर्चा डॉ. श्यामसुन्दर दुबे की अध्यक्षता में होगी। जिसमें डॉ. सूर्यबाला (मुम्बई) डॉ. सदानन्द गुप्त (लखनऊ) एवं श्री नर्मदाप्रसाद उपाध्याय इन्दौर की भागीदारी होगी। इसके अलावा दि-21 सितम्बर को लघुकथा की शिल्पगत विशेषताओं पर डॉ. हरीश नवल (दिल्ली) की अध्यक्षता में चर्चा होगी तथा 22 सितम्बर को देश भर के प्रसिद्ध रचनाकारों के काव्य पाठ से उत्सव का समापन होगा।