मुंबई । पश्चिम रेलवे के रेलवे सुरक्षा बल का पासिंग आउट परेड समारोह जोनल ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट, वलसाड में आयोजित किया गया, जिसमें 173 महिला कांस्टेबलों के 99 वें बैच को बल में भर्ती किया गया। पश्चिम रेलवे के महाप्रबंधक श्री आलोक कंसल इस समारोह के मुख्य अतिथि थे। इस अवसर पर पश्चिम रेलवे के प्रमुख मुख्य सुरक्षा आयुक्त के साथ अन्य गणमान्य व्यक्ति भी उपस्थित थे। श्री कंसल ने आरपीएफ में महिला शक्ति की सराहना की और नई भर्तियों के लिए बधाई दी। उन्होंने उनके उज्ज्वल भविष्य के लिए अपनी शुभकामनाएँ भी दीं
पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसम्पर्क अधिकारी श्री सुमित ठाकुर द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, 173 महिला कांस्टेबलों का प्रशिक्षण 11 मई, 2020 को शुरू हुआ और आठ महीनों के बाद 10 जनवरी, 2021 को पूरा हुआ। इस अवसर पर बोलते हुए महाप्रबंधक श्री कंसल ने इस गौरवशाली क्षण का साक्षी बनने पर हर्ष व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि यह पश्चिम रेलवे की एक और शानदार उपलब्धि है, जिसके ज़रिये महिला सशक्तिकरण के लक्ष्य की ओर एक नया कीर्तिमान स्थापित किया गया है।
श्री कंसल ने इस तथ्य की सराहना की, कि महामारी के कारण लॉकडाउन होने के बावजूद संस्थान ने सभी विपरीत परिस्थितियों का सामना किया तथा कोविड-19 के मानकों का सख्ती से पालन करते हुए पूरे प्रशिक्षण के दौरान कोविड पॉजिटिव का कोई भी मामला सामने नहीं आया। उन्होंने नये रंगरुटों को संबोधन में सलाह दी कि रेल परिवार के साथ-साथ यात्रियों के सामान तथा उनकी सुरक्षा हेतु अपने कार्य में समर्पित तथा परिश्रमी बनें। श्री कंसल ने परेड का निरीक्षण किया तथा ”गार्ड ऑफ ऑनर” प्राप्त किया। उन्होंने इंडोर, आउटडोर, समग्र श्रेष्ठ तथा परेड कमांडर जैसे विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्टता हेतु पाँच श्रेष्ठ महिला रंगरुटों को मेडल से सम्मानित भी किया। श्री कंसल द्वारा रेल सुरक्षा बल श्वान स्क्वैड हेतु नये श्वान निवास-वलसाड का उद्घाटन किया गया। कार्यक्रम के आरंभ पर पश्चिम रेलवे के प्रमुख मुख्य सुरक्षा आयुक्त द्वारा श्री कंसल का स्वागत किया गया। रेल सुरक्षा बल के क्षेत्रीय प्रशिक्षण केंद्र, वलसाड के प्रधानाचार्य द्वारा महिला कांस्टेबलों के प्रशिक्षण से संबंधित संक्षिप्त रिपोर्ट प्रस्तुत की गई। उन्होंने समारोह के अंत में महाप्रबंधक एवं अन्य गणमान्य व्यक्तियों को धन्यवाद ज्ञापित किया।
इसके बाद इस अवसर पर आए हुए मीडिया प्रतिनिधियों से भी मुलाकात की। श्री कंसल ने बताया कि अन्य बलों के 5 प्रतिशत आरक्षण की तुलना में रेलवे ने महिलाओ हेतु रेल सुरक्षा बल में 10 प्रतिशत आरक्षण निर्धारित किया है। उन्होंने बताया कि रेल सुरक्षा बल कर्मियों को यात्री एवं रेल संपत्ति की सुरक्षा ही नहीं, बल्कि विविध स्वरक्षा तकनीकी की जानकारी भी दी जाती है। उन्होंने लॉक डाउन अवधि में रेल सुरक्षा बल के प्रयासों की सराहना की और उन्हें अग्रिम पंक्ति के कोरोना वॉरियर्स की संज्ञा दी। उन्होंने बताया कि रेल सुरक्षा बल द्वारा श्रमिक विशेष ट्रेनों की निगरानी तथा ज़रूरतमंदों व गरीब लोगों के लिए खाने के पैकेटों के वितरण जैसे अच्छे कार्य भी किये गये हैं। उन्होंने सूचित किया कि रेल सुरक्षा बल कर्मियों की सहायता से 30 लाख खाने के पैकेटों का वितरण किया गया।