‘रोटरी इंडिया लिट्रेसी मिशन’ (Rotary India Literacy Mission) और एजुटेक प्लेटफॉर्म ‘फर्स्ट इन क्लास’ (First In Class) के बीच एक करार (एमओयू) हुआ है। इसके तहत शहीद हुए सैनिकों और पुलिसकर्मियों के बच्चों को एक लाख टैबलेट (PC) मुफ्त दिए जाएंगे। शिक्षा और डिजिटल इंडिया की दिशा में यह देश का सबसे बड़ा अभियान बताया जा रहा है। ये सभी टैबलेट पूरी तरह से डिजिटल लर्निंग को ध्यान में रखकर तैयार किए गए हैं। भारत की आजादी के 75वें वर्ष ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ को ध्यान में रखकर यह काम किया जा रहा है।
बताया जाता है कि First In Class अपनी ओर से कक्षा 12 तक के सीबीएसई के पाठ्यक्रम को इस डिजिटल तकनीक के माध्यम से बच्चों तक पहुंचा रहा है। यह कोर्स-हिंदी इंग्लिश सहित 10 से अधिक भाषाओं में तैयार किया गया है। इसके अलावा 10 हजार घंटे की ऑडियो-वीडियो सामग्री भी इस प्लेटफार्म पर उपलब्ध होगी। इस कोर्स की लाइब्रेरी में ऑडियो-वीडियो के अलावा ग्राफिक के माध्यम भी कोर्स को समझाया जाएगा। इस दौरान बच्चों को न केवल अपने टीचर के साथ लाइव पढ़ने का मौका मिलेगा, बल्कि अभिभावक भी अपने बच्चों की प्रगति पर निगरानी कर पाएंगे। इस कार्य्रकम के तहत सिर्फ किताबें ही नहीं, बल्कि अपनी संस्कृति, कला और अध्यात्म की जानकारी भी बच्चों को दी जाएगी। इसके अलावा कानून, अभियांत्रिकी और सरकारी नौकरी की तैयारी करने वालों के लिए भी अलग से एक कोर्स डिज़ाइन किया गया है।
‘रोटरी इंडिया लिट्रेसी मिशन’ के चैयरमैन कमल सांघवी और ‘आईटीवी’ नेटवर्क के फाउंडर कार्तिकेय शर्मा के बीच वर्चुअल तौर से यह MOU साइन किया गया है। इस मौके पर कमल सांघवी ने कहा, ‘सरकार भी डिजिटल शिक्षा को बढ़ावा दे रही है और उसी के मद्देनजर रखते हुए हमने आज ये एमओयू साइन किया है। हमारी कोशिश रहेगी कि इस ई-लर्निंग के कार्यक्रम को उच्च शिक्षा से जोड़ पाएं।‘ वहीं, कार्तिकेय शर्मा ने सभी कंटेंट क्रिएटर्स का धन्यवाद करते हुए कहा, ‘सीबीएसई और एनसीईआरटी के इस पूरे पाठ्यक्रम को ई-लर्निंग के माध्यम से बच्चों तक पहुंचाने के लिए देश की सर्वश्रेष्ठ टीम काम कर रही है। ख़ुशी है कि सालों की रिसर्च और मेहनत के बाद हम इस कार्यक्रम को लॉन्च कर पाए हैं और इससे बच्चों को काफी फायदा मिलने वाला है।‘
‘First In Class‘ की फाउंडर ऐश्वर्या शर्मा का कहना था, ‘हम यह मानते हैं कि हर बच्चा अपने आप में कुछ विशेषता लिए हुए होता है और उसे पढ़ाई का समान अवसर मिलना चाहिए। हमारी टीम ने पूरी कोशिश की है कि बच्चों को उच्च गुणवत्ता का कंटेंट मिले। देश के नागरिक होने के नाते हमारी शहीदों के परिवारों के प्रति जिम्मेदारी है, जिसे निभाने की एक छोटी सी कोशिश हम कर रहे हैं।‘ इस मौके पर रोटरी इंटरनेशनल प्रेजिडेंट शेखर मेहता, वरिष्ठ रोटेरियन ए.एस वेंकटेश, विवेक तन्खा और डॉ. महेश कोटबागी भी उपस्थित थे।