नगरीय विकास और स्वायत शासन मंत्री शांति धारीवाल के कोटा का विकास कर नागरिकों को आधारभूत सुविधाएं उपलब्ध कराने और कोटा को पर्यटन नगरी बनाने के सपनों को लेकर नगर विकास न्यास और स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के अंतर्गत करीब चार हजार करोड़ रुपए के विकास कार्य कराए जा रहे हैं। कोटा का पर्यटन नगर बनना, सिग्नल फ्री कोटा, पशुओं से मुक्त कोटा कुछ ड्रीम प्रोजेक्ट्स हैं जो तेजी से पूर्ण होने की और अग्रसर हैं।
धारीवाल ने बताया कि चम्बल नदी पर कोटा बैराज से नयापुरा उच्चस्तरीय पुल के बीच में दोनों तटों पर 6 किलोमीटर में करीब एक हजार करोड़ से रिवर फ्रंट का कार्य इस वर्ष के अंत तक पूर्ण कराने के प्रयास तेजी पर हैं। आईं. एल. टॉउनशिप में 30 हैक्टेयर भूमि पर 112.83 करोड़ से सिटी पार्क (ऑक्सिजोन) के विकास का प्रथम चरण में 70 प्रतिशत कार्य पूर्ण हो चुका है। द्वितीय चरण में 7.68 करोड़ की लागत से रिसेप्शन, कैफेटेरिया, पार्किंग एवं फव्वारों का निर्माण करवाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि आक्सीजोन में आने वालों को सघन वन का अहसास होगा क्यौकि 72 प्रतिशत हिस्से में पेड लगाए गए है साथ 16 प्रतिशत हिस्से में जल संरचनाए , नहर तालाब विकसित किए गए है सिर्फ 12 फीसदी हिस्से में आकर्षक निर्माण कार्य करवाया गया है।
कोटा शहर को पशु मुक्त बनाने के लिए पशुपालकों हेतु ग्राम धर्मपुरा एवं देवरी पुनिया के समीप न्यास की 105.00 हैक्टेयर भूमि पर देवनारायण एकीकृत आवासीय योजना विकसित करने का कार्य अंतिम चरण में है। यहां 28.00 करोड़ की लागत से बायोगैस संयंत्र की स्थापना भी की जा रही है। इस परियोजना की लागत 300.00 करोड़ है।
यातायात को सुचारू रूप से चलाने हेतु 23.96 करोड़ से अन्टाघर चौराहे पर अण्डरपास का निर्माण कार्य पूर्ण कर आवागमन शुरू कर दिया गया है। सौन्दर्यीकरण के कार्य तेजी से चल रहा है। एरोड्रम चौराहे पर यातायात की अधिकता के देखते हुऐ यातायात को सुचारू रूप से चलाने हेतु 50 करोड़ की लागत से अण्डरपास एवं अन्य विकास कार्य किये जा रहे हैं। अंडर पास का 90 प्रतिशत निर्माण पूर्ण कर यातायात शुरू कर दिया गया है। इस चौराहे पर 20 करोड़ से टावर्स ऑफ लिबर्टी का निर्माण कराया जा रहा है। चौराहे के चारों तरफ के भवनों पर फसाड़ का कार्य भी किया जायेगा। भामाशाह मण्डी में जिन्सों की अत्यधिक आवक होने से अनन्तपुरा तिराहे पर भारी यातायात होने के कारण यातायात को सुचारू रूप से चलाने हेतु 70 करोड़ की लागत से फ्लाईओवर का निर्माण कार्य तेजी पर चल रहा है और करीब 80 प्रतिशत कार्य पूर्ण हो चुका है।
गोबरिया बावड़ी चौराहे पर भारी यातायात को दृष्टिगत रखते हुऐ यातायात को सुचारू रूप से चलाने हेतु 20.89 करोड़ से अण्डरपास का निर्माण कार्य पूर्ण कर लिया गया है एवं सौन्दर्यीकरण का कार्य प्रगति पर है। जयपुर गोल्डन के समीप 12.06 करोड़ से पार्किंग सुुुुविधा विकास का कार्य लगभग पूर्ण कर लिया गया है। गुमानपुरा में इन्द्रागांधी तिराहे पर 55.44 करोड़ से फ्लाईओवर निर्माण कार्य 90फीसदी कार्य पूर्ण कर लिया गया हैं झालावाड़ रोड़ पर सिटीमॉल के सामने 46.35 करोड़ से ऐलीवेटेड रोड़ का निर्माण कार्य अंतिम चरण में है।
महाराव भीमसिंह चिकित्सालय में 40 करोड़ रुपए से वर्तमान एवं भविष्य की आवश्यकताओं को दृष्टिगत रखते हुऐ आधुनिक सुविधाओं से युक्त ओ०पी०डी० ब्लॉक का निर्माण किया जा रहा है। वर्तमान में 80 प्रतिशत कार्य पूर्ण हो चुका है। साथ ही अस्पताल परिसर में 4.25 करोड़ की लागत से नवीन मोर्चरी का निर्माण किया जा रहा है।
जे०के० लोन मात्र एवं शिशु अस्पताल में 30 करोड़ की लागत से 156 बेड़ की क्षमता का इनडोर ब्लॉक एवं ओ०पी०डी० ब्लॉक के निर्माण किये जा रहे है और करीब 70 प्रतिशत कार्य पूर्ण हो चुका है।
जलापूर्ति
शहर में जलापूर्ति सुनिश्चित करने की दृष्टि से श्रीनाथपुरम में नवीन 50 एम०एल०डी० का जल शोधन संयंत्र, 130 एम०एल०डी० परियोजना में अतिरिक्त 70 एम.एल.डी. सुविधा का विस्तार तथा अकेलगढ़ जल शोधन संयंत्र पर जलापूर्ति से संबंधित अन्य आवश्यक कार्य किये जा रहें है। प्रथम पैकेज की लागत रु 95.18 करोड़ एवं द्वितीय पैकेज में 36.08 करोड़ के कार्य कराए जा रहे हैं जिनमें से करीब 50 प्रतिशत कार्य पूर्ण कर लिए गए हैं।
कोटा में खेलों की सुविधा विकास के अंतर्गत नयापुरा स्थित जे०के० क्रिकेट पैवेलियन में 21 करोड़ की लागत से इनडोर खेल सुविधाओं को विकसित करने हेतु स्पोर्ट्स कॉम्पलेक्स का विकास किया जा रहा है। इसका 50 प्रतिशत कार्य पूर्ण कर लिया गया है। मल्टीपरपज स्कूल परिसर में 6.00 करोड़ से खेल गतिविधियों को प्रोत्साहित करने के लिए स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स का निर्माण कार्य तेजी पर है।
शहर के प्रवेशद्वार नयापुरा स्थित विवेकानन्द सर्किल का पुनरुद्धार एवं सर्किल पर स्थित भवनों के फसाड़ को विरासत रूप देते हुऐ 22.37 करोड़ से सौन्दर्यीकरण का 50 फीसदी कार्य पूर्ण कर लिया गया है। शहर के मध्य 13.83 करोड़ की लागत से प्रमुख घोड़े वाले बाबा चौराहे का विकास एवं सौन्दर्यीकरण का कार्य भी तेजी पर चल रहा है और 50 प्रतिशत कार्य पूर्ण हो चुका है।
शहर की मुख्य सड़क एवं अदालत के समीप स्थित चौराहे का विकास एवं सौन्दर्यीकरण का कार्य न्यास द्वारा दो चरणों में करवाया जा रहा है। प्रथम पैकेज 6.83 करोड़ की लागत से चौराहे का सौन्दर्यीकरण तथा द्वितीय पैकेज में 5.00 करोड़ की लागत से हाथियों का निर्माण एवं विद्युत साजसज्जा का कार्य किया जा रहा है। वर्तमान में लगभग 80 प्रतिशत कार्य पूर्ण हो चुका है। यहां पार्किंग निर्माण का का कार्य पूर्ण कर लिया गया है।
हेरिटेज संरक्षण
शहर के रियासत कालीन हैरिटेज गेटों का 2 पैकेजों में जीर्णाेद्धार करवाया जा रहा है। प्रथम पैकेज में 7.46 करोड़ से एवं सूरजपोल गेट का निर्माण कार्य करवाया जा रहा है। द्वितीय पैकेज में 4.47 करोड़ से पत्नपोल एवं लाडपुरा गेट का निर्माण करवाया जा रहा है। इनका करीब 40 फीसदी कार्य पूर्ण कर लिया गया है। गवर्नमेंट कॉलेज में 2.94 करोड़ से हेरिटेज विकास कार्य किए जा रहे हैं जिनमें 70 प्रतिशत कार्य पूर्ण कर लिए गए हैं। सी०वी० गार्डन एवं किशोर सागर तालाब के मध्य 7.33 करोड़ से जैसलमेर स्थित जालिम सिंह की हवेली की प्रतिकृति का निर्माण किया जा रहा है।
गोबरिया बावड़ी सर्किल से एयरपोर्ट तक 5 करोड़ रुपए से नाले का निर्माण कार्य, बारां रोड़ पर बोरखेड़ा रेल्वे ओवरब्रिज से पेट्रोल पम्प तक 111 करोड़ से फ्लाईओवर का निर्माण कार्य, बड़ तिराहे पर 3.26 करोड़ से बस स्टैण्ड 3.26 करोड़ की लागत से निर्माण कार्य, सुभाष लाईब्रेरी का 3.75 करोड़ से जीर्णोद्धार कार्य, महाराणा प्रताप सर्किल का 7.50 करोड़ से विकास कार्य एवं 34.59 करोड़ की लागत से ऐलिवेटेड रोड का निर्माण कार्य, अस्सी फीट रोड पर 6.43 करोड़ से अण्डरपास निर्माण कार्य प्रगति पर चल रहे हैं।
कुन्हाड़ी नाका चुंगी चौराहे का 4.80 करोड़ से, हर्बल पार्क में स्नेक पार्क का 10.00 करोड़ से, जे.डी.बी. गर्ल्स कॉलेज के सामने 3.60 करोड़ से महात्मा गांधी, पं० जवाहर लाल नेहरू एवं सरदार वल्लभ भाई पटेल की मूर्तियों की स्थापना का कार्य, कोटडी चौराहे पर 11.41 करोड़ से ग्रेड सेपरेटर का निर्माण कार्य शुरू हो चुका है।रेलवे स्टेशन से भीमगंजमण्डी थाना तक 7.32 करोड़ से फसाड़ का कार्य,
विवेकानन्द चौराहे पर 12 करोड़ से एल.ई.डी. स्क्रीन लगाने का कार्य, नदीपार, पटरीपार एवं सिविल लाईन्स क्षेत्र में 60.85 करोड़ सेजलापूर्ति तन्त्र का विस्तार कार्य भी किए जा रहे हैं।
विकास कार्यों के साथ – साथ विकास न्यास द्वारा लॉटरी के माध्यम से निश्चित विक्रय दर पर 6000 से अधिक भूखण्डो का सस्ती दरो पर आवंटन किया गया । योजनाओ के तहत नियमो में सरलता ओर शिथिलता से आमजन को बडा फायदा पहुचाया गया है साथ ही कोटा नगर विकास की योजनाओ में अपनाई गई डिमार्केशन तथा नम्बरिंग की प्रक्रिया को मॉडल बनी जिसको अब अन्य जिलो में अपनाया जाने लगा है।
रंगपुर रोड पर गुडला सोगरिया बाईपास रेलवे लाईन पर लेवल क्रासिंग पर 30.00 करोड़ से आर.ओ.बी का निर्माण किया गया है इस आर.ओ.बी से पटरी पार क्षेत्र की विभिन्न कॉलोनीयों की 1,00,000 लाख जनसंख्या एवं कोटा शहर के नागरिकों को भी सुगम आवागमन की सुविधा मिलेगी।शहरवासियो को यातायात की सुगमता प्रदान करने के लिए सब्जीमंडी से बजाज खाना रोड, दादाबाडी तिराहे से साजीदेवडा नाले के समीप, मल्टीपरपज स्कूल के पीछे से रोड एवं नाग नागिन मंदिर से उम्मेदगंज तक बाइपास बनाए गये।
मोदी कॉलेज रोड़ पर दानबाड़ी से केशवपुरा सर्किल से आगे तक 120.00 करोड़ से फ्लाई ओवर व स्लीपलेन का निर्माण कार्य पूर्ण किया गया है। जिससे नये कोटा के लगभग 5 लाख लोग लाभान्वित हो रहे हैं तथा रंगबाड़ी रोड़ पर फ्लाईओवर के निर्माण से विभिन्न चौराहों एवं जंक्शन पर यातायात का दबाव कम हुआ है।
न्यायालय परिसर के सामने पार्किंग का विकास पार्किंग की समस्या के निदान हेतु महाराव भीमसिंह चिकित्सालय के परिसर में चिकित्सको के आवासों के सामने 5 करोड़ से पार्किंग विकसित की गई है। इस परियोजना लागत है। यह कार्य पूर्ण कर लिया गया है। जिससे न्यायालय एवं कलेक्ट्रेट परिसर में आने वाले आगंतुकों को पार्किंग की सुविधा उपलब्ध हुई है।
उद्योग नगर थाने के पास 9.52 करोड़ से छत्रपति शिवाजी पार्क निर्मित किया गया है। क्षेत्र के आस-पास के लोगो को भ्रमण एवं बेहतर पर्यावरण की सुविधा उपलब्ध हुई है। देवली अरब रोड़ पर वन विभाग की भूमि पर 13.76 करोड से स्मृतिवन विकसित किया गया है।