इसे सरकारी नौकरी के प्रति मोह कहें या शिक्षित बेरोजगारी का उदाहरण कि जिस पद के लिए अहर्ता मात्र 10 वीं पास है, उसके लिए उच्च शिक्षा प्राप्त – एम. ए., एम. एस. सी और यहाँ तक कि बी-टेक की डिग्री लिए इंजीनियर भी आवेदन कर रहे हैं। यह नजारा देखने को मिला राजस्थान डाक परिमंडल द्वारा रविवार, 27 सितंबर, 2015 को आयोजित हुई पोस्टमैन और मेल गार्ड्स की परीक्षा में। पहले डाक विभाग इन पदों को विभागीय पदोन्नति के माध्यम से भरता था, पर अब पोस्टमैन बनने के लिए खुली प्रतियोगिता परीक्षा के माध्यम से चयन होता है। ऐसे में पोस्टमैन बनने के लिए युवाओं में होड़ लगी हुई है। राजस्थान में 155 पोस्टमैन और 12 मेल गार्ड पदों पर नियुक्ति के लिए 1, 47, 974 लोगों ने आवेदन किया, जिनमें से कई उच्च शिक्षा प्राप्त अभ्यर्थी भी हैं, जबकि पोस्टमैन के लिए न्यूनतम अहर्ता मात्र 10 वीं पास है।
राजस्थान पश्चिमी क्षेत्र, जोधपुर के निदेशक डाक सेवाएँ कृष्ण कुमार यादव ने बताया कि पश्चिमी क्षेत्र में पोस्टमैन के 49 और मेल गार्ड के 04 पदों के लिए जोधपुर और बीकानेर में परीक्षा आयोजित की गई। इनमें जोधपुर में 15, 402 के सापेक्ष 10,424 और बीकानेर में 12, 473 के सापेक्ष कुल 8,027 अभ्यर्थी परीक्षा में शामिल हुए। परीक्षा शांतिपूर्वक और सौहाद्रपूर्ण माहौल में संपन्न हुई।
बीटेक डिग्रीधारी और हाईटेक छात्रों द्वारा पोस्टमैन की परीक्षा दिए जाने पर निदेशक श्री यादव ने कहा कि आज का पोस्टमैन भी टेक्नॉलजी से जुड़ा हुआ है और उसे अपना कार्य सुचारू रूप से सम्पादित करने हेतु कंप्यूटर का ज्ञान आवश्यक है। समाज में डाकिया की अपनी अलग ही प्रतिष्ठा है और सरकारी सेवा के स्थायित्व के साथ-साथ उसका वेतन भी कई निजी कंपनियों से बढ़िया और आकर्षक है। श्री यादव ने कहा कि डाक विभाग आई. टी. मॉडर्नाइजेशन के दौर से गुजर रहा है और ऐसे में यदि बीटेक डिग्रीधारी और हाईटेक लोग विभाग में आते हैं या पोस्टमैन बनने के लिए आकर्षित होते हैं तो इसे एक शुभ संकेत के रूप में देखा जाना चाहिए !!