किसी कार्यक्रम में सहभागिता करने वालों की तैयारी अगर अच्छी हो तो कार्यक्रम शानदार तो होता ही है श्रोताओं को भी भरपूर आनंद आता है। रविवार 28 जुलाई 2024 को चित्रनगरी संवाद मंच मुंबई की ओर से मृणाल ताई हाल, केशव गोरे स्मारक ट्रस्ट, गोरेगांव में आयोजित प्रेमचंद जयंती में कुछ ऐसा ही सुखद नज़ारा देखने को मिला। सभी वक्ताओं की असरदार सहभागिता ने आयोजन को यादगार बना दिया।
कथाकार सूरज प्रकाश ने प्रेमचंद का एक रोचक परिचय लिखा है। आरंभ में डॉ आर एस रावत ने बढ़िया अंदाज में इसका वाचन किया। परसाई जी की व्यंग्य रचना ‘प्रेमचंद के फटे जूते’ का पाठ अभिनेता राजकुमार कनौजिया ने किसी मंजे हुए व्यंग्यकार की तरह पेश करके श्रोताओं को ख़ुश कर दिया। युवा रंगकर्मी युक्तार्थ श्रीवास्तव की जितनी तारीफ़ की जाए कम है। उन्होंने प्रेमचंद की मशहूर कहानी ‘बड़े भाई साहब’ का प्रभावशाली एकल मंचन करके कई बार तालियां बजवाईं। लोग उनके अभिनय से इतने प्रभावित हुए कि अंत में दर्शकों ने खड़े होकर उनका अभिनंदन किया।
सन् 2005 से ‘आदाब प्रेमचंद’ का मंचन करने वाले रंगकर्मी मुजीब ख़ान ने इतने बढ़िया तरीके से प्रेमचंद के लेखन के प्रति अपनी भावनाओं का इज़हार किया कि श्रोतागण अभिभूत हो गए। अब तक प्रेमचंद की 315 कहानियों का मंचन करके विश्व रिकार्ड बनाने वाले रंगकर्मी मुजीब ख़ान ने बताया कि 31 जुलाई से 2 अगस्त तक मुम्बई के मैसूर एसोसिएशन हाल में शाम 5:00 बजे आइडिया नाट्य समूह की ओर से प्रेमचंद की 22 कहानियों का मंचन 22 भाषाओं में किया जा रहा है। इनमें संस्कृत, मराठी, तमिल, तेलगु, कन्नड़, बांग्ला, डोंगरी, बोडो, मणिपुरी, नेपाली आदि भाषाएं शामिल है।
प्रेमचंद की प्रेम कहानी ‘घास वाली’ का पाठ कवियत्री रेखा बब्बल ने मोहक अंदाज़ में किया। उन्होंने हर एक चरित्र की भाव भंगिमा को जिस ख़ूबसूरती के साथ पेश किया उसकी श्रोताओं ने मुक्त कंठ से तारीफ़ की। डॉ मधुबाला शुक्ल के वक्तव्य में हमेशा आत्मीयता और मिठास होती है। इसलिए वे बहुत जल्दी श्रोताओं के साथ अपना रिश्ता जोड़ लेती हैं। इस बार भी प्रेमचंद की प्रेम कहानी ‘फ़ातिहा’ का आकलन उन्होंने बड़े आत्मीय अंदाज़ में पेश किया। उनकी प्रस्तुति को बहुत पसंद किया गया। कहानी पाठ के बाद हुई चर्चा में कवि अनिल गौड़, कवि यशपाल सिंह यश और शायर क़मर हाजीपुरी ने महत्वपूर्ण सहभागिता की। कथाकार मधु अरोड़ा हास्य कवि आश करण अटल शायरा प्रतिमा सिन्हा और रंगकर्मी रूपा मलिक इस अवसर पर विशेष रूप से मौजूद थे।
आगामी रविवार 4 अगस्त 2024 को चित्रनगरी संवाद मंच में बारिश पर आधारित कार्यक्रम “रिमझिम के तराने” पेश किया जाएगा। इसके संचालन की ज़िम्मेदारी शायरा प्रतिमा सिन्हा को सौंपी गई है। जो मित्र बारिश पर कोई काव्य, गीत या लोकगीत पेश करना चाहते हैं कि वे हमसे संपर्क कर सकते हैं।
चित्रनगरी संवाद मंच का फेसबुक पेज https://www.facebook.com/csmanchs