रेलवे प्रोजेक्ट की निगरानी अब ड्रोन से की जाएगी। सीसीटीवी कैमरे में हर पल की जानकारी कैद होगी व रेलवे का कौन सा प्रोजेक्ट कितना आगे बढ़ा, कहा रूका हुआ है इसकी लगातार मॉनिटरिंग होगी।
खास बात यह है कि केंद्रीय रेल मंत्री सुरेश प्रभु ऑन लाइन मॉनिटरिंग पर सीधी नजर रखेंगे। रेल भवन में रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने इ-एनेबल्ड प्रोजेक्ट मैनेजमेंट एंड इंर्फोमेशन सिस्टम (पीएमआईएस) सेवा की शुरुआत की। इस तकनीक से रेलवे के सभी प्रोजेक्ट की ऑनलाइन निगरानी की जा सकेगी। इस मौके पर रेल मंत्री ने कहा कि देश की जनता जानना चाहती है कि रेलवे का कितना विकास हुआ। इस सिस्टम से पारदर्शिता होगी। मोबाइल से भी प्रोजेक्ट की मॉनिटरिंग की जा सकेगी।
इस सिस्टम से ड्रोन के आलावा सीसीटीवी से भी निगरानी होगी। जिसमें टनल ब्रिज, ट्रैक, स्टेशन, यार्ड में चल रहे प्रोजेक्ट पर नजर रखी जाएगी। ड्रोन में वीडियो कैमरा लगा होगा। कंस्ट्रक्शन साईट पर ड्रोन और सीसीटीवी दोनों लगाया जाएगा। कांट्रेक्टर काम में गड़बड़ी नहीं कर पाएगा और न ही गलत जानकारी देगा।
रेल राज्य मंत्री मनोज सिन्हा ने कहा कि यह गेम चेंजर होगा। रेलवे की साख बढ़ेगी। उल्लेखनीय है कि रेलवे इन दिनों 600 से अधिक प्रोजेक्ट पर काम कर रहा है। साढ़े चार लाख करोड़ से अधिक का प्रोजेक्ट चल रहा है।
ट्रेनों की स्पीड ही नहीं ट्रैक बिछाने की स्पीड भी रेलवे ने बढ़ाने का निर्णय लिया है। रेल मंत्री सुरेश प्रभु का कहना है कि आने वाले दिनों में रेलवे 13 किलोमीटर
प्रतिदिन की जगह 19 किलोमीटर प्रतिदिन रेल ट्रैक बिछाएगा।
बता दें कि ब्राड गेज लाइन इस साल 2800 किलोमीटर बढ़ाने का लक्ष्य रखा गया है।
पिछले साल 2000 किलोमीटर ट्रेक बिछाया गया था तो 2014-15 में 1529 किलोमीटर ट्रैक बिछाई गई थी।