Sunday, November 24, 2024
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आदिवासी कौशल को देश और दुनिया में पहुंचाना जरूरी : वसावा

नई दिल्ली। केन्द्रीय जनजाति राज्य मंत्री श्री मनसुखभाई डी. वसावा ने कहा कि आदिवासी जनजीवन को हिंसा से मुक्त करने के इन क्षणों का समग्र विकास अपेक्षित है। इन आदिवासी क्षेत्रों में शिक्षा के साथ-साथ कौशल विकास को प्राथमिकता दिया जाना जरूरी है। हम इस दिशा में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में आदिवासी कौशल को देश और दुनिया में पहुंचाने की दिशा में प्रयत्न करेेंगे जिससे आदिवासी क्षेत्रों की असाधारण तरक्की हो सकेगी। 

श्री वसावा ने अपने निवास पर सुखी परिवार अभियान के प्रणेता गणि राजेन्द्र विजय की सन्निधि में उक्त उद्गार व्यक्त किए। इस अवसर पर छोटा उदयपुर के सांसद श्री रामसिंह भाई राठवा, सुखी परिवार फाउंडेशन के सूत्रधार डाॅ. सी. आर. जैन, गुजरात सूचना विभाग के निदेशक श्री निलेश शुक्ला, समृद्ध सुखी परिवार के संपादक श्री ललित गर्ग, श्री अमित जैन, श्री मुकेश अग्रवाल, लेखिका श्रीमती संगीता शुक्ला आदि उपस्थित थे। श्री वसावा ने कहा कि आदिवासी उत्थान और उन्नयन के लिए सुखी परिवार अभियान जैसा रचनात्मक संगठन आगे आया है यह प्रसन्नता की बात है। आज सरकारी योजनाओं को सही रूप में क्रियान्वित करने के लिए ऐसे संगठनों और संस्थाओं की आवश्यकता है जो सही अर्थ में लोगों का कल्याण कर सके। उन्होंने गणि राजेन्द्र विजयजी के प्रयत्नों की सराहना की।

गणि राजेन्द्र विजय ने आदिवासी अंचल में संचालित हो रही जनकल्याणकारी गतिविधियों की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि अहिंसा आज विश्व की जरूरत बन गया है। हिंसा के इस युग में अहिंसा की स्थापना के लिए संतों के साथ-साथ सत्ता को भी प्रयास करने चाहिए। आर्थिक व्यवस्था बदले बिना कोई भी व्यवस्था सफल नहीं हो सकती। 

गणि राजेन्द्र विजय ने गुजरात से दिल्ली तक की अपनी पदयात्रा का जिक्र करते हुए कहा कि हमने अनेक प्रांतों, नगरों व गांवों का भ्रमण किया है। लोगों की जरूरतों को नजदीक से देखा है। आज हिंसा का सबसे बड़ा कारण अभाव है। अभाव और विषमता के रहते अहिंसा की आशा करना व्यर्थ है। 

सांसद श्री रामसिंह भाई राठवा ने सुखी परिवार अभियान के कार्यक्रमों पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि आदिवासी एवं पिछड़े क्षेत्रों के उत्थान और उन्नयन के लिए सरकार के साथ-साथ गैर-सरकारी प्रयत्नों की ज्यादा जरूरत है। हिंसा, नशा, रूढि़वादिता, अशिक्षा और अभाव से पीडि़त इन क्षेत्रों के लोगों के कल्याण के लिए विशेष ध्यान दिया जाना चाहिए। गणि राजेन्द्र विजय गुजरात के आदिवासी अंचल वोडेली, नसवाड़ी, छोटा उदयपुर, कवांट, बलद आदि क्षेत्रों में जन-जागृति के साथ-साथ जनकल्याण का जो कार्य कर रहे हैं, वे बहुत उपयोगी हैं। आदिवासी लोगों में हिंसा और नशे की प्रवृत्ति बढ़ने का मूल कारण उन्हें सही मार्गदर्शन न मिलना है। 
इस अवसर पर सुखी परिवार फाउंडेशन के सूत्रधार डाॅ. सी. आर. जैन ने अपने पुस्तक ‘खुशियों का कल्पवृक्ष’ केन्द्रीय मंत्री श्री वसावा को भेंट की। श्री ललित गर्ग ने गणि राजेन्द्र विजय का साहित्य एवं उदय इंडिया पत्रिका की प्रति श्री वसावा को भंेट की। गणि राजेन्द्र विजयजी का चातुर्मास किनारी बाजार चांदनी चैक स्थित अति प्राचीन श्री आत्म वल्लभ जैन श्वेताम्बर संघ उपाश्रय में संपन्न करेंगे।

सुखी परिवार फाउंडेशन की ओर से श्री मुकेश अग्रवाल एवं श्री अमित जैन ने शाॅल ओढ़ाकर श्री वसावा का सम्मान किया।

सपर्क
(ललित गर्ग)
ई-253, सरस्वती कंुज अपार्टमेंट
25 आई॰ पी॰ एक्सटेंशन, पटपड़गंज, दिल्ली-92
मो. 9811051133

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