भारत में यह आम धारणा है कि कर्मचारी समय पर काम नहीं करते या आलसी है और आप भी ऐसा मानते हैं, तो अमेरिकी फर्म की ओर से कराए गए अध्ययन को जरूर पढ़े। इसके मुताबिक भारतीय कामगार दुनिया के सबसे मेहनतकश कर्मचारी हैं। जबकि दूसरे स्थान पर मैक्सिको के कामगार हैं।
अमेरिका की बहुराष्ट्रीय मानव संसाधान प्रबंधन फर्म क्रोनोस की ओर से कराए गए सर्वे में शामिल 69 फीसदी भारतीय कामगारों ने कहा कि वे हफ्ते में पांच दिन काम करते हैं। जबकि उनके पास इससे कम काम करने का विकल्प मौजूद रहता है। वहीं, 43 फीसदी के साथ मैक्सिको दूसरे स्थान पर रहा। दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था अमेरिका मेहनतकश कर्मचारियों के मामले में 27% के साथ तीसरे स्थान पर है।
सर्वे के मुताबिक जब ओवर टाइम की बारी आती, तो अमेरिकी कामगारों का कोई सानी नहीं है। 49 फीसदी कामगारों ने कहा कि वे हफ्ते में 40 घंटे से अधिक काम करते हैं।
अध्ययन से साबित होता है कि कर्मचारी के साथ चाहते हैं कि नियोक्ता के लिए बेहतरी के लिए काम करें। शिक्षक, नर्स ऐसे पेशे हैं जिनमें निश्चित घंटे उपस्थिति अनिवार्य होती है। – जॉयस मैरोने, कार्यकारी निदेशक, वक्सफोर्स इंस्टीट्यट (क्रोनोस)
अध्ययन फ्रांस, कनाडा, अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, भारत, जर्मनी, ब्रिटेन के 2772 पूर्णकालिक कर्मचारियों से की गई बातचीत के आधार पर किया गया है। आंकड़ें सर्वे में शामिल लोगों की राय पर आधारित है।
सर्वेक्षण में खुलासा हुआ कि एक तिहाई ब्रिटिश और अमेरिकी कामगारों को कम तनख्वाह मंजूर है, लेकिन आराम में खलल नहीं। दोनों देशों के 35 फीसदी कामगार एक दिन कम करने के लिए 20 फीसदी तनख्वाह में कटौती को भी तैयार रहते हैं।
अध्ययन में शामिल 71 फीसदी ने माना कि काम की वजह से उनकी निजी जिंदगी प्रभावित हो रही है। हालांकि, 75 फीसदी ने स्वीकार किया कि कार्यालय का काम करने के लिए दिन में उनके पास पर्याप्त समय होता है। लेकिन 37 फीसदी ऑस्ट्रेलियाई कामगार और 34 फीसदी ब्रिटिश कामगारों ने समय की कमी का रोना रोया।