प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थों और इंस्टेंट नूडल्स बाजार में दस्तक देने के बाद योगगुरु रामदेव अब बेबी केयर और सौंदर्य उत्पादों के बाजार में हाथ आजमाने की तैयारी कर रहे हैं। इसके तहत पतंजलि के ‘स्वदेशी’ उत्पादों के पोर्टफोलियो का विस्तार करते हुए इसे एक पूर्ण एफएमसीजी कंपनी के रूप में स्थापित करने की योजना है। पतंजलि आयुर्वेद के सह-संस्थापक योगगुरु रामदेव दिसंबर में बेबी-केयर और सौंदर्य उत्पादों की व्यापक श्रृंखला बाजार में उतारने जा रहे हैं, जिनमें बेबी ऑयल, पाउडर, क्रीम और साबुन जैसे उत्पाद शामिल होंगे। नए उत्पादों को ‘शिशु केयर’ और ‘सौंदर्य’ ब्रांड के तहत बाजार में उतारा जाएगा।
रामदेव ने कहा कि उनकी यह पहल ऐसी विदेशी बहुराष्टï्रीय कंपनियों के खिलाफ है, जो भारत में मुनाफा कमा उसे अपने देश में ले जाते हैं। पतंजलि अपने उत्पादों को कॉरपोरेट कंपनियों की तर्ज पर टेलीविजन विज्ञापनों के जरिये भी प्रचारित करेंगे। उन्होंने टेलीविजन पर अपने घी और नूडल्स के विज्ञापनों के लिए पहलवान सुशील कुमार और गायक एवं गीतकार शंकर महादेवन के साथ करार किया है। उन्होंने कहा, ‘हम बेबी-केयर खंड में जॉनसन ऐंड जॉनसन जैसी बहुराष्टï्रीय कंपनियों के एकाधिकार को खत्म करना चाहते हैं।’ पतंजलि ‘पावर विटा’ नाम से अगले महीने शक्तिवर्धक पेय भी लाने जा रही है।
देश में मैगी नूडल्स पर लगी रोक को ध्यान में रखते हुए रामदेव ने 3,800 करोड़ रुपये के इंस्टेंट नूडल्स बाजार में हाल ही में अपना आटा नूडल्स उतारा है। रामदेव ने कहा, ‘हम इस साल के अंत तक 10 लाख स्टोरों तक पहुंच बनाने की उम्मीद कर रहे हैं और अगले साल तक नूडल्स बाजार में 25 फीसदी हिस्सेदारी हासिल करने का लक्ष्य है।’ आटा नूडल्स की बिक्री के लिए पतंजलि ने रिलायंस फ्रेश, डी मार्ट, बिग बाजार जैसे रिटेलरों से करार किया है।
नूडल्स का उत्पादन बढ़ाने के लिए पतंजलि राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र, मध्य प्रदेश, कर्नाटक, उत्तर प्रदेश और महाराष्टï्र में अगले एक साल के अंदर 5 विनिर्माण इकाइयां भी शुरू करने जा रही है। रामदेव ने कहा, ‘शुरुआती प्रतिक्रिया से संकेत मिला है कि हमारा आपूर्ति पक्ष थोड़ा कमजोर है।’ रामदेव ने संकेत दिया कि योग के दौरान इस्तेमाल होने वाले परिधानों को खादी में भी पेश किया जा सकता है। पतंजलि आयुर्वेद के तहत वित्त वर्ष 2015 में 2007 करोड़ रुपये के एफएमसीजी उत्पादों की बिक्री की गई है और मार्च 2016 तक इस कारोबार की आय 5,000 करोड़ रुपये तक करने का लक्ष्य है। हालांकि रामदेव ने कहा, ‘पतंजलि को मुनाफा कमाने के लिए नहीं बनाया गया है। इससे हाने वाली आय को शिक्षा और योग के प्रसार पर खर्च किया जाता है। बेबी केयर कारोबार से होने वाली आय को देश में आदिवासी और गरीब बच्चों की बेहतरी पर खर्च किया जाएगा।’
साभार- http://hindi.business-standard.com/ से