देसी सैलानियों को लुभाने के लिए पर्यटन बोर्ड चित्रकूट में इस साल कुछ नई सुविधाएं जुटाने जा रहा है। जलप्रपात के पास संगीतमय फव्वारा पार्क बनाया जाएगा। 2 करोड़ रुपये की लागत से तैयार किए जाने वाले इस पार्क में तरह-तरह के झूले और अन्य आकर्षण होंगे। फनसिटी की तर्ज पर पार्क को विकसित किया जाना है, जिसकी परियोजना रिपोर्ट भी तैयार हो चुकी है।
माना जा रहा है कि एक-डेढ़ महीने में काम शुरू हो जाएगा। इसकी देख-रेख का जिम्मा पर्यटन बोर्ड संभालेगा। ट्राइबल सर्किट विकास योजना के तहत पूरे प्रदेश में 20 करोड़ रुपये बस्तर और आसपास के पर्यटन स्थलों के विकास पर खर्च होने हैं। इसमें भी ज्यादा ध्यान चित्रकोट और तीरथगढ़ जलप्रपात पर दिया जा रहा है। म्यूजिकल फाउंटेन पार्क के अलावा आदिवासी नृत्य के लिए रिसॉर्ट के पास ओपन एयर थिएटर बनाया जाना है।
चित्रकोट में नीचे उतर कर जलप्रपात का आनंद उठाने वालों के लिए एक लिफ्ट लगाई जाएगी। पार्क, ओपन एयर थिएटर, लिफ्ट से लेकर तमाम सुविधाओं को जुटाने के पीछे बड़ा मकसद यह है कि पर्यटक एक बार जब चित्रकूट पहुंचे तो उसे जलप्रपात देखने के अलावा मनोरंजन की अन्य सुविधाएं भी मिलें। चित्रकूट में ज्यादातर सुविधाएं इसी साल पूरी करने का लक्ष्य रखा गया है। अक्टूबर के बाद दिसंबर में पर्यटन का अच्छा सीजन रहता है। इसे देखते हुए माना जा रहा है कि क्रिसमस और नए साल पर ओपन एयर थिएटर और म्यूजिकल फाउंटेन पार्क का काम पूरा होने की संभावना है। छत्तीसगढ़ पर्यटन मंडल के अध्यक्ष और जगदलपुर के भाजपा विधायक संतोष बाफना ने बताया कि ट्राइबल सर्किट विकास योजना के तहत काम शुरू हो चुका है और इसमें सैलानियों की सुविधाओं का पूरा ध्यान रखा जाएगा।