Saturday, November 23, 2024
spot_img
Homeमीडिया की दुनिया सेबीबीसी करोड़ों रु. खर्च कर बाँधवगढ़ क बाघों पर फिल्म बनाएगा

बीबीसी करोड़ों रु. खर्च कर बाँधवगढ़ क बाघों पर फिल्म बनाएगा

बीबीसी करोड़ों रुपए खर्च करके एक बार फिर मध्य प्रदेश के बांधवगढ़ के बाघों पर फिल्म बनाने की तैयारी कर रहा है। इसके लिए बीबीसी ने शुल्क की एक किस्त के रूप में 44 लाख 40 हजार रुपए बांधवगढ़ प्रबंधन के पास जमा करवाए हैं। बांधवगढ़ में फिल्म बनाने के लिए बीबीसी को पार्क में एंट्री के लिए प्रतिदिन 52 हजार रुपए शुल्क देना होगा। इस फिल्म को पूरा होने में एक साल का समय लग सकता है।
 
बंद पार्क में भी होगा कामः
 
क्षेत्र संचालक बीटीआर सीएच मुरली कृष्णन ने बताया कि बीबीसी का यह प्रोजेक्ट मार्च में शुरू हो सकता है। इस फिल्म का कुछ हिस्सा रेनी सीजन में भी शूट किया जाना है इसके लिए बीबीसी को राज्य सरकार से अलग से अनुमति लेनी होगी।
 
इसके लिए बीबीसी के लोग भोपाल में प्रयास कर रहे हैं। रेनी सीजन में जून से अक्टूबर तक जब पार्क बंद होता है तो किसी को भी अंदर जाने की इजाजत नहीं होती। सिर्फ विभाग के लोग ही आन-जाना करते हैं। हालांकि विशेष अनुमति पर बीबीसी फिल्म बना सकेगा।
 
प्रबंधन को ये भी लाभः
 
ऐसे प्रोजेक्ट पर काम होने की वजह से पार्क प्रबंधन को लाभ ही होता है। फिल्म बनाने वाले खुद ही उन जानवरों पर नजर रखते हैं जिन पर नजर रखने का जिम्मा पार्क प्रबंधन का होता है। हाल ही में जब बमेरा वाला बाघ लापता हुआ था तो इसकी जानकारी प्रबंधन को वारेन परेरा से मिली थी जो इस पर फिल्म बना रहे थे।
 
52 हजार रुपए प्रतिदिन है शुल्क
 
पार्क के अंदर फिल्म बनाने के लिए बीबीसी को 52 हजार रुपए प्रतिदिन शुल्क देना होगा। इसमें 40 हजार रुपए फोटोग्राफी के लिए है और 12 हजार रुपए हाथी का शुल्क है। आवश्यकता होने पर दूसरे शुल्क भी इसमें शामिल हो सकते हैं।
 
साभार- दैनिक नईदुनिया से 

.

एक निवेदन

ये साईट भारतीय जीवन मूल्यों और संस्कृति को समर्पित है। हिंदी के विद्वान लेखक अपने शोधपूर्ण लेखों से इसे समृध्द करते हैं। जिन विषयों पर देश का मैन लाईन मीडिया मौन रहता है, हम उन मुद्दों को देश के सामने लाते हैं। इस साईट के संचालन में हमारा कोई आर्थिक व कारोबारी आधार नहीं है। ये साईट भारतीयता की सोच रखने वाले स्नेही जनों के सहयोग से चल रही है। यदि आप अपनी ओर से कोई सहयोग देना चाहें तो आपका स्वागत है। आपका छोटा सा सहयोग भी हमें इस साईट को और समृध्द करने और भारतीय जीवन मूल्यों को प्रचारित-प्रसारित करने के लिए प्रेरित करेगा।

RELATED ARTICLES
- Advertisment -spot_img

लोकप्रिय

उपभोक्ता मंच

- Advertisment -

वार त्यौहार