गुजरात के नवसारी से भाजपा सांसद सीआर पाटिल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आदर्श गांव योजना को सबसे पहले जमीन पर उतार दिया है। पाटिल ने तीन गांव आदर्श गांव बनाने के लिए गोद लिए थे। इनमें से एक चिखली आदर्श गांव बनकर तैयार हो गया है, जबकि अन्य सांसद अभी कागजी योजनाएं ही बना रहे हैं। पाटिल ने मात्र चार माह में यह कमाल किया है।
छोटे कस्बे जैसा है गांव
1. 60 हजार की आबादी वाला चिखली एक छोटे क़स्बे जैसा है मगर ग्राम पंचायत होने के नाते इसे गांव ही कहा जाता है।
2. सबसे पहले गांव से गुजरने वाले हाइवे की खस्ता हालत सुधारी और उसके बाद छोटी-छोटी गलियां और अंदरुनी सड़कें बनाई।
3. पहले जहां पैदल चलना मुश्किल था वहां अब घर के दरवाजे तक दुपहिया या चार पहिया वाहन जा सकते हैं। 4. सर्वे में पता चला कि गांव में करीबन दस हजार से ज्यादा घरों में शौचालय नहीं थे। इन घरों में शौचालय बनवाए गए।
5. जिनके पास घर नहीं है, उन्हें विशेष प्रकार के घर भी देने का काम शुरू कर दिया है।
6. सुरक्षा की दृष्टि से सीसीटीवी कैमरे भी लगाए हैं। इनका सीधा कनेक्शन थाने से जोड़ा गया है।
7. गांव में वाई-फाई की सुविधा भी शुरू की गई है।
4 माह 6 दिन में बनाया आदर्श
देश के इस पहले आदर्श गांव की खासियत यह है कि यह मात्र 4 महीने और 6 दिन में तैयार हो गया है। रिवर फ्रंट व हेलिपेड भीगांव में कावेरी नदी किनारे लोगों की तफरीह के लिए रिवर फ्रंट व हेलिपेड भी बनाया गया है।
सफाई का सबसे ज्यादा ख्याल
सांसद पाटिल ने इस आदर्श गांव में स्वछता का विशेष ध्यान रखा है। वे खुद जब यहां आते हैं तो गांव वालों के साथ झाड़ू चलाते हैं।
मोदी ने की थी तारीफ
चिखली गांव को देखने गुजरात की मुख्यमंत्री आनंदी बेन पटेल कुछ दिनों पहले यहां आकर सांसद को बधाई दे चुकी हैं। हाल ही में दिल्ली के एक कार्यक्रम में प्रधानमंत्री मोदी चिखली गांव की सार्वजानिक रूप से प्रशंसा कर चुके हैं।
अनिवासी भी खुश हुए
पीपीपी यानि की पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप के तहत आदर्श बने चिखली आदर्श गांव की अब दशा ही बदल गई है। विदेशी धरती पर रहने वाले इस गांव के लोग गांव के विकास के लिए सांसद को धन्यवाद देते नहीं थक रहे हैं।
साभार- http://naidunia.jagran.com/ से