राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की तर्ज पर अब भाजपा में भी पूर्णकालिक कार्यकर्ता तैयार कर मैदान में उतारने की रणनीति बन गई है। इसके तहत संघ की तरह ही भाजपा में प्रचारकों और विस्तारकों को संगठन को मजबूती देने के साथ ही कार्यकर्ताओं का मनोबल बढ़ाने का काम करना होगा। भाजपा में अभी संघ से पदाधिकारियों को भेजा जाता है। प्रतिनियुक्ति पर संगठन महामंत्री और अन्य अहम पदों पर संघ प्रचारकों की तैनाती होती है। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह की संगठन को मजबूती देने की रणनीति के तहत ही पूर्णकालिक कार्यकर्ताओं की फौज खड़ी करने की कसरत सभी राज्यों में शुरू हो गई है। भाजपा शासित राज्यों में इस काम को तेज गति से किया जा रहा है। राजस्थान के भाजपा संगठन ने तो इस दिशा में तेजी भी ला दी है।
राजस्थान भाजपा ने प्रचारकों व विस्तारकों की तैनाती के लिए कार्यकर्ताओं का चयन करना शुरू कर दिया है। भाजपा संगठन में संघ प्रचारकों के पदाधिकारी तैनात होने से उस पर संघ की छाया होने के आरोप भी लगते रहे हैं। इससे छुटकारा पाने के लिए अब भाजपा ने संघ की तर्ज पर ही संगठन को खड़ा करने का अभियान छेड़ने का फैसला किया है। भाजपा सूत्रों का कहना है कि भाजपा को समर्पित तौर पर समय देने वाले कार्यकर्ताओं का पहला प्रशिक्षण भी संघ के लोगों से ही दिलाया जाएगा। इसके जरिए भी संघ की भाजपा पर पूरी पकड़ रहेगी। संघ विचारधारा को पूरी तरह से राजनीतिक तौर पर फैलाने में भी विस्तारक योजना कारगर होगी। राजस्थान भाजपा में चल रही कवायद के मुताबिक विस्तारक बनाने के लिए पहले पांच चरण बनाए गए हैं। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष अशोक परनामी की अध्यक्षता में विस्तारक के तौर पर पार्टी के लिए काम करने वालों की यहां बैठक हुई। पार्टी की सोच है कि राज्य में 200 विधानसभा क्षेत्रों के हिसाब से करीब दो सौ विस्तारकों को जल्द ही प्रशिक्षण देकर काम पर लगा दिया जाए।
दूसरी तरफ भाजपा का केंद्रीय नेतृत्व जल्द विस्तारक बनने वालों का उपयोग उत्तर प्रदेश चुनाव में भी करने की तैयारी कर रहा है। इसके लिए भाजपा शासित प्रदेशों से बडी संख्या में प्रचारक और विस्तारक तैयार कर पहले उन्हें उत्तर प्रदेश व अन्य चुनावी प्रदेशों में भेजने की योजना है। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष परनामी का मानना है कि संगठन में पूर्णकालिक विस्तार होंगे, तो पार्टी को मजबूती मिलेगी। प्रदेश भाजपा मुख्यालय में हुई बैठक में जिलों से आए प्रतिनिधियों से एक फार्म भी भरवाया गया। विस्तारक 15 दिन से लेकर दो साल तक घर परिवार छोड़ कर पूरी तरह से भाजपा का ही काम करेंगे।
इसमें संगठन और सरकार के कामों का प्रचार के साथ ही ज्यादा से ज्यादा लोगों को भाजपा से जोड़ने का काम करना होगा।
भाजपा के विस्तारक आम जनता का फीडबैक लेकर पार्टी नेतृत्व को देंगे। विस्तारकों को उनके गृह जिले के अलावा दूसरे जिलों में तैनात किया जाएगा। संघ प्रचारकों की तरह ही विस्तारक भी कार्यकर्ताओं के घरों पर भोजन करेंगे और आम आदमी से मेल-मिलाप भी बढ़ाएंगे। विधानसभा चुनाव में विस्तारकों की भूमिका अहम बनाने की सोच भी नेतृत्व की है। उम्मीदवारों के चयन से लेकर चुनावी रणनीति बनाने में विस्तारक की राय को तवज्जो दी जाएगी। राजस्थान में 2018 के आखिर में विधानसभा चुनाव होंगे और तब तक विस्तारक अपनी पकड़ बना लेंगे। संघ ने इन विस्तारकों को प्रशिक्षण देने पर सहमति भी जता दी है। इसके बाद ही राजस्थान में जिला और प्रदेश स्तर पर समिति बना कर विस्तारकों का चयन भी शुरू हो गया है।
साभार- इंडियन एक्सप्रेस से