भोपाल। यूपी की 'गुलाबी गैंग' और इस पर बनी फिल्म 'गुलाब गैंग' के बारे में तो आपने सुना ही होगा। इसी तर्ज पर अब मप्र में महिलाओं की एक 'काली गैंग' काम करने लगी है। यह गैंग भी शराब माफियाओं से लेकर शिक्षा, महिला अत्याचार जैसे सामाजिक मुद्दों पर आवाज उठा रही है। चैत्र नवरात्र पर इसका गठन हुआ।
काली गैंग की सदस्य मधु रायकवार बताती हैं, 'गैंग की ज्यादातर सदस्य पति की शराब की लत, भ्रष्टाचार या अन्य किसी तरह के अत्याचार से पीड़ित हैं। इसीलिए सभी ने इकट्ठे होकर अत्याचार के खिलाफ आवाज उठाने का फैसला लिया और यह गैंग तैयार की। हमने गुलाब गैंग के बारे में सुन रखा था, उसी से प्रेरित होकर काली गैंग बनाई। अब तक इस गैंग से 100 महिलाएं जुड़ चुकी हैं।'
काली माता के नाम पर रखा गैंग का नाम
मधु बताती हैं, 'इस गैंग का नाम काली माता से प्रेरित होकर रखा गया है। जैसे मां काली दुष्टों का संहार करती हैं, वैसे ही इस काली गैंग का काम भ्रष्टाचारियों और दुष्टों के खिलाफ कार्रवाई करना होगा। जब भी कोई अन्याय की सूचना मिलती है तो सदस्य महिलाओं को फोन कर इकट्ठा किया जाता है। '
सत्याग्रह से लेकर उग्र आंदोलन है हथियार
मधु रायकवार के मुताबिक, यह गैंग गुलाबी गैंग की तरह किसी को मारेगी-पीटेगी तो नहीं, लेकिन सत्याग्रह और उग्र आंदोलन इसके हथियार होंगे। पहले सत्याग्रह और धरना-प्रदर्शन के लिए जरिये वे अत्याचार के खिलाफ आवाज उठाएंगी। यदि फिर भी न्याय नहीं मिला तो उग्र प्रदर्शन करेंगी।
तीन बच्चियों को दिलवा चुकी हैं न्याय
पिछले दिनों एक निजी स्कूल ने तीन छात्राओं को फीस जमा नहीं करने के कारण उन्हें परीक्षा में नहीं बैठने दिया गया था। इसकी जानकारी मिलते ही काली गैंग की महिलाओं ने जिला शिक्षा अधिकारियों के दफ्तर में धरना दिया और आखिरकार छात्राओं को न्याय दिलाया। साल बर्बाद होने के कारण निजी स्कूल ने छात्राओं को अब नि:शुल्क पढ़ाई करवाने का वादा किया है। इसी तरह एक सिनेमा घर में लगे अश्लील पोस्टरों के खिलाफ प्रदर्शन कर उसे हटवाया।
साभार- दैनिक भास्कर से