नई दिल्ली । केरल से कांग्रेस के एक सांसद कोडिकुन्निल सुरेश ने सोमवार को हिंदी में शपथ लेकर सभी को आश्चर्यचकित कर दिया। उन्होंने 17वीं लोकसभा के सदस्य के तौर पर हिंदी में शपथ ली। केरल के सांसद के इस कदम का सदन ने मेजें थपथपाकर स्वागत किया। सुरेश प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बाद शपथ लेने वाले दूसरे सदस्य थे। प्रोटेम स्पीकर वीरेंद्र सिंह ने नवनिर्वाचित सदस्यों को शपथ दिलाई।
कोडिकुन्निल सुरेश छठी बार सांसद बने हैं। तिरुवनतंपुरम जिले के कोडिकुन्निल इलाके में एक गरीब परिवार में जन्मे सुरेश पहली बार 1989 में सांसद बने थे। 17वीं लोकसभा में वह मावेलीकारा लोकसभा सीट से निर्वाचित हुए। वह श्रम मंत्रालय में राज्यमंत्री का प्रभार संभाल चुके हैं। सितंबर 2018 में उन्हें केरल प्रदेश कांग्रेस कमिटी (केपीसीसी) का कार्यकारी अध्यक्ष नियुक्त किया गया। इसके अलावा वह ऑल इंडिया कांग्रेस कमिटी (एआईसीसी) के सचिव भी हैं। हालांकि सुरेश इससे पहले विवादों में भी रह चुके हैं। 2009 में लोकसभा चुनाव जीतने के बाद जाति प्रमाणपत्र फर्जी पाए जाने पर केरल हाई कोर्ट ने उनका निर्वाचन अवैध घोषित किया था। बाद में सुप्रीम कोर्ट से उन्हें इस मामले में राहत मिली थी।
इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत चुने हुए सभी नए सांसदों को 17वीं लोकसभा के पहले दिन पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई गई। लोकसभा में मोदी के शपथ ग्रहण के दौरान बीजेपी सांसद जोश में ‘मोदी-मोदी’ और ‘भारत माता की जय’ के नारे लगाते नजर आए। परंपरा के अनुसार सबसे पहले पीएम ने शपथ ली। पीएम मोदी जब शपथ लेने आए तो बीजेपी सांसदों ने मेज थपथपाकर मोदी-मोदी के नारों से स्वागत किया। पीएम मोदी ने हिंदी में पद की शपथ ली। केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर ने पंजाबी में जबकि, अमित शाह, राजनाथ सिंह ने हिंदी में ही शपथ ली।
अमेठी लोकसभा सीट से कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को हराकर पहली बार निचले सदन के सदस्य के रूप में पहुंचीं केंद्रीय मंत्री स्मृति इरानी ने सोमवार को जब 17वीं लोकसभा के सदस्य के रूप में शपथ ली तो बीजेपी के सांसदों ने काफी देर तक मेजें थपथपाकर उनका अभिनंदन किया। जैसे ही स्मृति का नाम शपथ ग्रहण के लिए बोला गया, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, अन्य केंद्रीय मंत्रियों और सांसदों समेत सत्तारूढ़ बीजेपी सदस्यों को देर तक मेजें थपथपाते देखा गया।
स्मृति इरानी ने हिंदी में शपथ लेने के बाद कार्यवाहक लोकसभा अध्यक्ष वीरेंद्र कुमार का अभिनंदन किया। उन्होंने यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी समेत अन्य विपक्षी नेताओं का भी हाथ जोड़कर अभिनंदन किया। सोनिया ने भी हाथ जोड़कर स्मृति का अभिवादन किया। सदन में राहुल गांधी उपस्थित नहीं थे।
साभार- नवभारत टाईम्स से