(मालवी बातां)
भई बेन तेड़ो भी अय गयो होगा।
तमारे यां से कित्ता जना बुलाया। हमारे तो एक जना को तेड़ो। म्हारे ज कियो।
मालम है के इ डरफुस्स आयेगा नी।
में भी अबी नी जाउंगा । फेर जदे कोरोना चलयो जायगा जदे। अबी तो लिफाफा भी कसे पकड़ेगा लाड़ा लाड़ी।
उनके लीफाफा आला गिला हुई जाय।नवरा काम नी करना।
यूं भी मुंडा पे कपड़ो पेरी के पाणीपूरी नी खवाय। गराड़ू खाओ तो नाक से पाणी आय।पछे सब घांदो।फेर कोई से को के _____उ कागज दीजे तो___ ए उको कय नाम टिशू पेपर।
इका वासते अभी तो नी जाणो।सोगन वोगन तो कोई देगा नी के___”म्हार सोगन आजो ज सय।तो सोची समजी के जाजो ने पाछा घरे आओ तो बारणे चपला काड़जो। मेंगी साड़ी के पाणी में खंगार लीजो।कय है थोड़ी बिगड़ी जायगी पण तमारो कोरोना से छूटवा को शौक पूरो हुई जायगा।
जाजो मति।जिके भोत जरूरी है वी भी सोची रया है कि नी जाणो।
पेला सब मिली के कोरोना के भगाणो।
प्रस्तुति
माया बदेका
उज्जैन मध्यप्रदेश