कोटा। गुरुवार 12 अक्टूबर 2023 को राजकीय कला महाविद्यालय कोटा की राष्ट्रीय सेवा योजना की चारों इकाइयों के संयुक्त तत्वावधान में प्रथम एक दिवसीय शिविर और व्याख्यान माला का आयोजन किया गया। शिविर का प्रारंभ सरस्वती वंदना और माल्यार्पण के साथ हुआ।
प्रो.विवेक मिश्र में बताया कि कार्यक्रम की अध्यक्षता महाविद्यालय प्राचार्य प्रो. रोशन भारती द्वारा की गई । मुख्य अतिथि के रूप में सहायक निदेशक कॉलेज शिक्षा परिक्षेत्र, कोटा प्रो. रघुराज सिंह परिहार, विशिष्ट वक्ता के रूप में श्रीमती रीना मीणा, जिला समन्वयक, एनएसएस, कोटा, द्वितीय विशिष्ट अतिथि के रूप में प्रो. विवेक कुमार मिश्र, पूर्व जिला समन्वयक एनएसएस कार्यक्रम में उपस्थित रहे। एनएसएस संयोजक डॉ समय सिंह मीना द्वारा मंचासीन अतिथियों का परिचय और स्वागत किया गया। साथ ही विशिष्ट अतिथि के रूप में श्री पुरुषोत्तम शर्मा जिला समन्वयक स्वीप, जिला प्रशासन की ओर से उपस्थित रहे ।
श्री पुरुषोत्तम शर्मा द्वारा राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयंसेवकों को मतदाता जागरूकता के बारे में आवश्यक जानकारी दी। सी विजिल , वोटर हेल्पलाइन ऐप, सक्षम ऐप आदि विभिन्न मोबाइल एप्स के बारे में जानकारी देकर एक सतर्क और जागरूक मतदाता की भूमिका निभाने के लिए स्वयंसेवकों को प्रेरित किया ।
प्रो.विवेक कुमार मिश्रा ने अपने उद्बोधन में खादी वस्त्रों के उपयोग और उनसे जुड़ी आत्मसम्मान की भावना आदि के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा की खादी हमारी पहचान है। यह सादगी और सरलता का प्रतीक है। यह महात्मा गांधी जी के जीवन की प्रेरणा देने वाला है। हमें अपने इतिहास की याद दिलाता है और अपने अंदर आत्मगौरव की भावना विकसित करता है। श्रीमती रीना मीणा ने अपने उद्बोधन में कलश यात्रा के बारे में विस्तृत प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि कलश यात्रा के तहत प्रत्येक विद्यार्थी और स्वयंसेवक अपने घर से थोड़ी-थोड़ी मिट्टी और चावल लेकर के आज इस अमृत कलश में डालेंगे और यह कलश नोडल एजेंसी को सुपुर्द किया जाएगा। इसके बाद नई दिल्ली जाएगा जहां यह संपूर्ण देश का प्रतिनिधित्व करेगा। कलश यात्रा हम सब के अंदर अपनी मातृभूमि के प्रति सम्मान और श्रद्धा का भाव विकसित करता है।
प्रो. रघुराज सिंह जी परिहार द्वारा अपने उद्बोधन में स्वयंसेवकों को एन एस एस से जीवन में होने वाले बदलावों और व्यक्तित्व विकास के आवश्यक तत्वों पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी जी और स्वामी विवेकानंद यह दो महान व्यक्तित्व युवाओं के प्रेरणा स्रोत हैं । हमें उनके पद चिन्हों पर चलकर एक सुयोग्य नागरिक की बनने का प्रयत्न करना चाहिए। अपने प्राणतत्व और आत्मबल को मजबूत बनाना चाहिए।
अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में प्राचार्य प्रो. रोशन भारती जी ने कहा कि राष्ट्रीय सेवा योजना विद्यार्थी के जीवन में आमूलचूल परिवर्तन लाने वाला महत्वपूर्ण घटक है। इससे विद्यार्थी में सद्गुणों और संस्कारों का विकास होता है। उन्होंने कहा कि एक विद्यार्थी ऐसा कोई काम नहीं करें जिसके कारण गुरुजनों के दिल को ठेस पहुंचे। विद्यार्थी में धैर्यपूर्वक सुनना , चिंतन करना और फ़िर बोलना, यह महत्वपूर्ण कौशल होते हैं। जो अच्छा श्रोता होता है वही अच्छा वक्ता बनता है। अतः हम सबको पूर्ण समर्पण के भाव से राष्ट्रीय सेवा योजना की सभी गतिविधियों में बढ़-चढ़कर भाग लेना चाहिए ।
इस अवसर पर नारा लेखन प्रतियोगिता के विजेताओं को डॉ. रसीला द्वारा अतिथियों के करकमलों से प्रमाण पत्र वितरित करवाये। कार्यक्रम के अंत में मंचासीन अतिथियों और स्वयंसेवकों ने अमृत कलश में अपने-अपने घर से लाई गई मिट्टी और चावल डालें और सामूहिक रूप से कलश यात्रा महाविद्यालय परिसर में निकाली गई। कार्यक्रम का संचालन डॉ. चंचल गर्ग द्वारा किया गया। कार्यक्रम के अंत में डॉ. कल्पना श्रृंगी द्वारा सभी को धन्यवाद ज्ञापित किया गया। कार्यक्रम का समापन एनएसएस के लक्ष्य गीत के साथ किया गया। कार्यक्रम में डॉ अमिताभ बासु, डॉ जया शर्मा, डॉ हिमा गुप्ता आदि संकाय सदस्यों के साथ बड़ी संख्या में स्वयंसेवक उपस्थित रहे।