नई दिल्ली, 19 नवम्बर, 2015; इंडियन कैंसर सोसायटी द्वारा आज वसन्त विहार स्थित टैगोर इंटरनेशनल स्कूल में कैसर अवेयनर हेतु एक कार्यक्रम आयोजित किया गया। राईज़ अगेंस्ट कैंसर 2015-2016 नामक इस अवेयरनेस कार्यक्रम में वसन्तकुंज व शांतिनिकेतन के रेजीडेंट्स व क्षेत्र के स्कूली बच्चों ने भाग लेकर कैंसर जागरूकता से जुड़ी विभिन्न गतिविधियों में भाग लिया। इसके अतिरिक्त इंडियन कैंसर सोसायटी की आॅन स्पाॅट चैक-अप वैन के माध्यम से निःशुल्क कैंसर स्क्रीनिंग कैम्प भी लगाया गया जहां महिलाओं ने अपनी जांच करायी।
मौके पर पार्षद राधेश्याम शर्मा, एस.एच.ओ सोमनाथ पारूथी, वसंत विहार/शांतिनिकेतन रेजीडेंट वेलफेयर सोसायटी के अध्यक्ष ले. जनरल शंकर प्रसाद, टैगोर इंटरनेशनल स्कूल की प्रधानाचार्या मधुलिका सेन, एम्स की डाॅ. अनिता धर, इंडियन कैंसर सोसायटी की रेणुका प्रसाद, रेखा गुलाबानी, श्रीमति रूपिन्दर कौर आदि सहित स्कूल स्टाफ व अन्य भी उपस्थित थे।
कैंसर एक भयावह बिमारी है, जिसके चलते कितने ही लोग अपनी जान गंवाते हैं। लेकिन अर्ली डिटेक्शन की स्थिति में इसका ईलाज सम्भव है और यही इंडियन कैंसर सोसायटी का लक्ष्य है कि इसकी जागरूकता अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचायी जा सके। कैंसर जैसी बहु-आयामी बीमारी से लड़ने के लिए एक समुदाय अहम् भूमिका निभा सकता है और पर्यावरण, व्यायाम, आहार और तम्बाकू से सम्बंधित जोखिम वाले कारकों के बारे में जागरूकता फैलाने का सामुदायिक प्रयास कर सकते हैं। टैगोर इंटरनेशनल स्कूल में कार्यक्रम का आयोजन करने के पीछे प्रमुख लक्ष्य ग्रास रूट लेवल पर जागरूकता कायम करना था।
वर्ष 2015 को इंडियन कैंसर सोसायटी द्वारा ब्रेस्ट कैंसर वर्ष के रूप में घोषित किया है। समुदाय को अवेयरनेस अभियान को जोड़ने हेतु वसंत विहार क्षेत्र को चुना गया है, जिससे वे भी अभियान का हिस्सा बने और कैंसर के विरूद्ध खड़े हों। यह पहला ही अवसर था जब संस्था ने समुदाय स्तर पर यह पहल की गयी, जिसकी थीम थी ‘लेट्स बीट कैंसर टूगेदरः मिलके कैंसर पर विजय पायेंगे।’
मौके पर स्कूली बच्चों के कैंसर व तम्बाकू सेवन से जुड़े कारकों पर आधारित पेंटिंग्स व स्लोगन तैयार किये और पूरे क्षेत्र में कैंसर वाॅक के माध्यम से जागरूकता फैलाने का प्रयास किया।
श्रीमति रेणुका प्रसाद ने बताया कि कैंसर ने भारत में चिंताजनक अनुपात ग्रहण किया है और हर आठ भारतीयों में से एक को कैंसर होने ही सम्भावना है। चूंकि इसका ईलाज बहुत महंगा है जो कि मध्यमवर्गीय परिवार के लिए बहुत मुश्किल हो जाता है। ऐसे में जागरूकता और अर्ली डिटेक्शन, रिकव्री के लिए महत्वपूर्ण है। कैंसर के लक्ष्ण व जोखिम कारक बहुत निराशाजनक हैं। इसके लिए समुदायों में ग्रास रूट लेवल पर जागरूकता आवश्यक है जिससे समझबूझ के साथ समुदाय के लोग भी अपने स्तर पर पहल कर सकें।
श्री राधेश्याम शर्मा ने कैंसर सोसायटी, स्कूल व आर.डब्लू.ए. के साथ मिलकर इस प्रयास पर काम करने की पहल की प्रसंशा करते हुए कहा कि यह बहुत अच्छा प्रयास है, यहां मैंने देखा कि किस तरह से इस घातक बीमारी की जागरूकता किये जाने से जानकारी का आदान-प्रदान होता है और कितने ही फायदे इससे हमें मिल सकते हैं।
मौके पर क्षेत्र के एस.एच.ओ. ने भी इस पहल की प्रसंशा की और बताया कि जागरूकता के माध्यम से बहुत फायदे होते हैं जिसके चलते आम व्यक्ति अपने स्तर पर पहल कर सकता है। उन्होंने जागरूकता के आधार पर दिल्ली पुलिस द्वारा चलायी जा रही ‘निर्भिक’ बाॅक्स की जानकारी से अवगत कराया। उन्होंने बताया कि मुझे बच्चों से मिलना अच्छा लगता है और मैं नियमित रूप से उनसे व अन्य लोगों से मिलता रहता हूं तथा अपने स्तर पर सुरक्षा से जुड़े पहलुओं से अवगत कराने का प्रयास करता हूं।
अधिक जानकारी हेतु सम्पर्क सूत्रः
रेखा गुलाबानी – 9810862424, शैलेश नेवटिया – 9716549754