नई दिल्ली। नई दिल्ली के साउथ एक्सटेंशन 2 में 20 अक्टूबर तक जारी जियो! लिव इट प्रदर्शनी एवम् आउटरीच कार्यक्रम के अन्तर्गत आज विश्व प्रसिद्ध फैशन डिजाइनर मनीष मल्होत्रा ने अप-क्लोज़ एंड पर्सनल में भारत के सर्वाधिक सृजनात्मक सोच व दूरदृष्टि वाले व्यक्तित्व राजीव सेठी के साथ चर्चा में शिरकत की और विभिन्न पहलुओं पर उपस्थित दिल्लीवासियों व अन्य को अवगत कराया। कार्यक्रम के दौरान श्री अनंत गोयन्का, भारत में जापान के राजदूत केंजी हीरामत्सू, उनकी पत्नी पेट्रीसिया हीरामत्सू भी उपस्थित थे।
जियो! प्रोजेक्ट एक स्वदेशी ब्रांड है, जो एशियन हेरिटेज फाउंडेशन द्वारा डिजाइन-प्रेरित, जापान सामाजिक विकास निधि द्वारा समर्थित और विश्व बैंक द्वारा नियंत्रित है। जियो ‘झारखंड, ओड़िशा और मध्य प्रदेश के सुविधाहीन जनजातीय समुदायों के लिये समावेशी व्यावसायिक मॉडलों का निर्माण’ शीर्षक वाले ग्रांट प्रोजेक्ट को 2014 में लॉन्च किया गया था और इसे आजीविका का निर्माण करने एवं पारंपरिक सेक्टर्स को पुनर्जीवित करने की अपनी विश्वव्यापी पहलों के हिस्से के रूप में वर्ल्ड बैंक के माध्यम से जेएसडीएफ से आधिकारिक वित्तपोषण प्राप्त हुआ है। इसे वर्तमान में, डिजाइन-लेड हस्तक्षेप के माध्यम से सांस्कृतिक उद्योगों के लिये ग्रामीण शिल्पकारों की आजीविका के अवसरों को बेहतर बनाने के लक्ष्य के साथ एशियन हेरिटेज फाउंडेशन द्वारा लागू किया जा रहा है।
प्रदर्शनी में कलाकारों के काम के 10 वर्षों का सारांश आकर्षक डिजाइन के उद्बोधक डिस्प्ले और भारत की रचनात्मक कुशलता में एकत्रित होगा जहाँ शिल्पकार और कारीगर अप्रत्याशित चमत्कार के ”हीरो“ हैं। सशक्तीकरण और एक वैकल्पिक भारत के कहानियों को, जो रचनात्मक अर्थव्यवस्था की बुनियाद हैं, श्री राजीव स्ेठी की सीनोग्राफी के माध्यम से तैयार स्थान में जीवंत किया जाएगा।
मनीष मल्होत्रा यहां आकर काफी खुश और उत्साहित दिखे। उन्होंने कहा राजीव जी का यह प्रयास शानदार है, उनका जज़्बा और जिस तरह से वह काम करते हैं वह लाजवाब है। मैं पहले भी यहां आया हूं और जब भी मैं यहां आता हूं, काफी कुछ देखने, जानने व सीखने को मिलता है। आज यहां मैने एक बार भी बहुत सारी नयी व हमारी पारम्परिक कला से जुड़ी जानकारियां प्राप्त की, इन आर्टिसन से सीखा और यह भी जाना कि कितने पैशन, प्यार और लगन के साथ यह सभी अपना काम करते हैं, कितनी मेहनत के साथ इन्होंने अपनी कला के माध्यम से सभी को प्रभावित किया है। मनीष मल्होत्रा ने यहा मौजूद टेक्सटाइल उत्पादों को भी देखा और बेहद प्रभावित दिखे। उन्होंने कहा यहां अद्भुत काम मौजूद है, राजीव जी ने बहुत शानदार काम किया है और पिछले कुछ वर्षां में लुप्त होती कला व पारम्परिक डिजाइन को वरीयता मिली है, हैंडलूम को लेकर काफी काम हो रहा है और मुझे उम्मीद है कि राजीव जी के प्रयासों ने कला और इन कलाकारों को सशक्त मंच मिलेगा।
मौके पर राजीव सेठी, फाउंडर एशियन हेरिटेज फाउंडेशन ने कहा, कि हमारे इस कार्यक्रम को काफी अच्छी प्रतिक्रिया मिल रही है। विभिन्न क्षेत्रों की नामी हस्तियां ‘जियो! लिव इट’ में आयी हैं और सभी ने इसे बेहद पसन्द किया और कलाकारों के काम को सराहा, जो बहुत सकारात्मक है और आगे बढ़ने में अहम् भूमिका निभायेगा। यह एक ट्रांसडिसिप्लीनरी मूवमेंट है, जो समूचे क्रिएटिव सेक्टर को सहक्रिया से जोड़ता है। ग्रामीण भारत अपने या शहरी बाजारों के लिए और काफी हद तक दुनिया भर के विलासिता बाजारों के लिए जो बना सकता है, उसी से एक डिजाइन प्रेरित प्रतिमान परिवर्तन प्रस्तुत होता है।
राजीव सेठी के नेतृत्व में एशियन हेरिटेज फाउंडेशन द्वारा आयोजित ‘जियो! लिव इट’ में प्रदर्शित वस्तुएँ एक महत्वपूर्ण डिजाइन पहल के लिए संपर्क अभियान है जिसमें 10 मुख्य क्रियाकलापों; डिजाइन शोकेस, कथावाचन सत्रः कुशल रचनाकारों और कारीगरों के साथ बनाने, ट्रेड एवं बाजार के सामर्थ्य पर बी2बी हार्ड टॉक, डिबेट एंड डिस्कोर्स, बीस्पोक सेल्स, फूडवेज एफ एंड बी फेस्टिवल, सभी उम्र के बच्चों के लिये चिल जोन, परफॉर्मिंग आर्ट्स एवम् जियो डायलॉग्स के माध्यम से ग्रामीण भारत के लिए कुशल उद्यशीलता पर एक पथ प्रदर्शक कार्यक्रम का अनुभव करने, समीक्षा करने और सुधार के सुझाव देने का अद्भुत अनुभव है।