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पत्रकारिता का आधुनिक गुरूकल है माखनलाल चतुर्वेदी पत्रकारिता विश्वविद्यालय

माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता व संचार विश्वविद्यालय, पत्रकारिता को समर्पित एशिया का एक मात्र विश्वविद्यालय संस्थान हैं। जिसमें आकर आप मीडिया जगत में अपना कैरियर और अपनी पहचान बना सकते है। विश्वविद्यालय में दो दशक से अधिक समय से संचालित इलेक्ट्रॉनिक मीडिया विभाग।

समाज में ख़बरों की सूंघने की क्षमता, द्रष्टिकोण, ख़बरों को भांपने का अनुमान, अच्छा लेखन कौशल और समाचार लेखन के साथ चुनौतीपूर्ण मीडिया जगत में विद्यर्थियों को टीवी, रेडियो के साथ ऑनलाइन मीडिया प्लेटफॉर्म से रिलेटेड तकनीक और परिचालन संबंधी जानकारी भी प्रदान करता है।

इलेक्ट्रॉनिक मीडिया विभाग में न्यूज़रूम प्रोडक्शन और संपादन के संचालन में विद्यर्थियों को कुशल बनाने के लिए टेलीविजन, रेडियो और ऑनलाइन माध्यम में प्रोडक्शन, प्रबंधन और संचालन में कौशल वृद्धि करते हुए कैमरा ऑपरेशन, रिपोर्टिंग, संपादन, एंकरिंग आदि कौशलों को विकसित किए जाता है।

इलेक्ट्रॉनिक मीडिया विभाग में विद्यार्थियों हेतु स्टूडियो के साथ लाइव न्यूजरूम वर्किंग स्टेशन भी मौजूद है।

देश में पत्रकारिता मूल्यों और समाज के प्रति संवेदनशीलता को समर्पित इलेक्ट्रॉनिक मीडिया विभाग पिछले दो दशक से मीडिया पेशेवरों को विकसित कर भारतीय मीडिया जगत में अपना योगदान कर रहा हैं।

यदि आप चुनौतीपूर्ण मीडिया जगत में अपना करियर बनाना चाहते हैं और आगे बढ़ने की चाहत हैं, तो आपके हुनर को तरासने और बुलन्दियों पर पहुचाने का कार्य इलेक्ट्रॉनिक मीडिया विभाग के सहयोग से हो सकता हैं। इसके लिए विभाग ग्रेजुएशन,पोस्टग्रेजुएशन कोर्स संचालित करता है। इसमें स्नातक में बीएससी (ईएम), स्नातकोत्तर में एमएससी (ईएम) व एमएबीजे कोर्स में प्रवेश ले सकते है । जैसा कि ज्ञात है पूर्व में परीक्षा आधारित प्रवेश न होकर,कोरोना के चलते प्रवेश पूर्ववर्ती कक्षाओं के प्राप्ताकों की मेरिट के आधार पर होगा। जिसका लाभ आप उठा सकते है ।
इन पाठ्यक्रमों को करने के बाद आप रेडियो, टेलीविजन और न्यूमीडिया में एक अच्छे रिपोर्टर, कॉपी एडिटर, रेडियो जॉकी, संपादक, वॉइस ओवर आर्टिस्ट, रेडियो प्रबंधक, न्यूज एंकर, प्रोमो, वृत्तचित्र और विज्ञापन फिल्मों के लिए निर्माता,कैमरामैन, वीडियो एडिटर, पैनल और प्रसारण निर्माता, फ्रीलांस जर्नलिस्ट/ निर्माता, खुद के प्रोडक्शन हाउस के मालिक और अभिनव मीडिया में अपना सुनहरा भविष्य बना सकते है।

विश्वविद्यालय में समाज के विभिन्न पिछड़े संवर्गो के विद्यार्थियों हेतु भारत सरकार के नियमानुसार सुविधाएं उपलब्ध हैं। साथ ही उच्चतम प्राप्तांक प्राप्त करने पर विश्वविद्यालय विद्यर्थियों को प्रोत्साहन पुरुस्कार राशि और सम्मान भी प्रदान करता है।

विश्वविद्यालय में 1998 में स्थापित इलेक्ट्रॉनिक मीडिया विभाग वर्तमान में समाचारों, सूचनाओं और मनोरंजनों के प्रसार के अत्याधुनिक स्तर पर जर्नलिज्म के पुराने पेशे और आधुनिक तकनीक से मिलकर जॉब रोल्स में मुख्य भूमिका निभा रहा है।

विभाग स्नातक और स्नातकोत्तर में शिक्षण और प्रशिक्षण में इलेक्ट्रॉनिक मीडिया का संपूर्ण ज्ञान प्रदान कराता है।

इलेक्ट्रॉनिक मीडिया विभाग में ऑडियो और वीडियो एडिटिंग सॉफ्टवेयर पर विद्यर्थियों को ट्रैंड करने के लिए सुसज्जित कंप्यूटर लैब और कला स्टूडियो मौजूद है। जहाँ विद्यार्थी अनुभवी प्राध्यापकों की उपस्थिति में प्रैक्टिस कर सकते है।

अधिकांश प्राध्यापक विश्वविद्यालय के भूतपूर्व विद्यार्थी हैं और विश्वविद्यालय की ज्ञान परंपराओं के निर्वाहक में अहम भूमिका निभा रहे हैं।

विश्विद्यालय में पत्रकारिता एवं जनसंचार के सभी क्षेत्रों पर नवीनतम पुस्तकों और पत्रिकाओं के संग्रह का एक समृद्ध पुस्तकालय है। विश्वविद्यालय में मेटा लाइब्रेरी भी है। जिसमें हार्ड कॉपी के साथ साथ ऑनलाइन पुस्तकें और अन्य सामग्री भी उपलब्ध है।

विश्वविद्यालय में एनसीसी और एनएसएस से जुड़ी गतिविधियां और जरूरत के हिसाब से फील्ड दौरा जैसे कार्यक्रम भी आयोजित होते हैं। जिससे विद्यर्थियों में देश भक्ति और जन सेवा की भावना का जन्म हो सके।

इस विभाग के कई पूर्व छात्र भारत की जाने मानी मीडिया संस्थाओं जैसे एनडीटीवी, ज़ी, आजतक एबीपी आदि में कार्यरत है।

रचनात्मक और पेशेवर कौशल प्रदान करता है-इएम विभाग

विभाग खोजी प्रसारण पत्रकारिता के साथ-साथ विद्यर्थियों में कुशल और सक्षम प्रसारक के गुणों को विकसित करने के लिए, विद्यर्थियों के बीच क्षेत्रीय, राष्ट्रीय, अंतर्राष्ट्रीय मुद्दों की विश्लेषणात्मक क्षमता विकसित करना और अनुसंधान के दृष्टिकोण से तथ्यों को प्रस्तुत करने के लिए कौशल को समृद्ध करता है।

विश्वविद्यालय मातृ भाषा हिंदी और क्षेत्रीय भाषाओं के साथ साथ अंग्रेजी पत्रकारिता को भी प्रोत्साहित करता हैं। किसी भी भाषा से भी कोई गुरेज़ नही हैं।

वतर्मान में विश्वविद्यालय के पास भोपाल में 50 एकड़ से अधिक भूमि पर सुसज्जित उपकरणों और आवश्यक संसाधनो के साथ अपना सुनहरा कैम्पस हैं। जिसमें सर्व सुविधा युक्त बड़ी बड़ी क्लास रूम मौजूद है। वहीं विद्यर्थियों हेतु तीन छात्रवासों की उपलब्धता हैं। साथ ही प्राध्यापको, अन्य अधिकारीयों और कर्मचारियों हेतु आवासीय सुविधाएं उपलब्ध हैं।