गुजरात के कच्छ में एक और जगह हड़प्पा से पहले की सभ्यता होने के निशान मिले हैं। भुज से लगभग 102 किलोमीटर दूर लखपत तालुका के नीनी खटिया गांव में एक जगह खुदाई के दौरान एक संपन्न मानव बस्ती मिली है।
यह खुदाई कच्छ यूनिवर्सिटी और केरल यूनिवर्सिटी के विशेषज्ञ करवा रहे हैं। पुरातत्वविदों ने बताया कि खुदाई स्थल पर मिली संरचना से पता चलता है कि वहां एक कब्रिस्तान रहा होगा। उस पथरीले क्षेत्र में 100 से अधिक कब्रों के दफन किए जाने के संकेत मिले हैं। पुरातत्वविदों ने बताया कि आगे लगभग 15 खाइयों की और खुदाई की जाएगी।
कच्छ यूनिवर्सिटी के पुरातत्व विभाग के एचओडी सुभाष भंडारी ने बताया कि सबसे प्रमुख सिंधु घाटी सभ्यता के स्थल धोलावीरा पर काम चल रहा था। उसी दौरान यह साइट नजर आई। साइट पर सावधानी से खुदाई कराई गई तो मिट्टी के बर्तन, मनके और टूटी हुई चूड़ियां भी मिलीं। सुभाष भंडारी ने बताया कि जिस तरह से सामान वहां मिला है उससे पता चला है कि शवों को दफनाने से पहले उनके शरीर का सामान उतारकर किनारे रखा गया, उसके बाद उन्हें दफनाया गया।
पुरातत्वविदों ने बताया कि इस साइड पर शवों को दफनाने की संभावना इसलिए और प्रबल होती है क्योंकि साइट के पास में ही एक नदी भी बहती है। घटनास्थल पर कुछ ईटें और कुछ और सामान भी मिले हैं, जिन्हें सुरक्षित रख लिया गया है।
केरल और कच्छ के पुरातत्वविदों ने सबसे पहले 2016 में यहां पर सर्वे शुरू किया था। यह सर्वे ड्रोन और जियो लोकेशन प्रणाली के जरिए किया गया था। सर्वे के बाद यहां की भू-आकृति विज्ञान और क्षेत्र की स्थल आकृति स्पष्ट हुई थी। सुभाष भंडारी ने बताया, ‘हम लोगों ने पाया कि प्राचीन समय में कब्र के आसपास गोल पत्थर रखे जाते थे। हमें यहां से कुछ उसी तरह के पत्थर भी मिले हैं।’
साभार- टाईम्स ऑफ इंडिया से