वाराणसी में राष्ट्रीय सद्भावना, हस्तशिल्प मेले का आयोजन इस वर्ष 5 मई से शुरू होगा। वाराणसी में राष्ट्रीय सद्भावना एकता व पर्यावरण संरक्षण व हस्तशिल्पियों के विकास के मकसद से भारतेंदु अकादमी द्वारा आयोजित इस 54 दिवसीय मेले में देश भर के करीब 80 से ज्यादा प्रतिभागी भाग लेंगे। अकादमी के अध्यक्ष राजेंद्र त्रिवेदी ने बताया कि मेले में जहां जयपुर की लाख की चूडिय़ां होंगी तो सहारनपुर के लकड़ी के सजावटी सामान, तो मुंबई की कृत्रिम आभूषण, आगरा और कानपुर से चमड़े से निर्मित सामानो के साथ हरियाणा की हस्तकला व प्रतापगढ़ के घरेलू उत्पाद के साथ कई अन्य हस्तशिल्पी भाग ले रहे है।
उन्होंने बताया कि मेले में मनोरंजन के विभिन्न साधन भी मौजूद होंगे तो वही प्रदेश सरकार की जनहितकारी नीतियों व कार्यक्रमों के व्यापक प्रचार प्रसार हेतु स्वयं सहायता समूहों द्वारा राष्ट्रीय आजीविका योजना, ग्राम विकास की सरस योजना, पंचायती राज, स्वास्थ्य विभाग, डूडा सहित कई विभागों के स्टाल भी लगाए जा रहे है। 28 जून तक चलने वाले इस मेले को लेकर आयोजक भारतेंदु अकादमी के अध्यक्ष ने बताया कि मेले में कारोबार का कोई लक्ष्य निर्धारित नहीं है बस संस्था मेले में हस्तशिल्प का विकास करना चाहती है जिससे लोगो को कला संस्कृति से रूबरू हो सके।