विश्व अभूतपूर्व दौर से गुजर रहा है और यात्रा उद्योग तथा व्यक्तियों के मानस के लिए भी यह आवश्यक हो गया है कि वे पुनरुद्धार के लिए खुद को व्यस्त रखे। भारत के विविध पर्यटन संबंधी एवं सांस्कृतिक परिदृश्य का समारोह मनाने की एक पहल के रूप में, भारत सरकार के पर्यटन मंत्रालय ने ‘देखो अपना देश‘ की समग्र थीम के तहत वेबिनारों की एक श्रृंखला आयोजित करने की पहल की है। यह प्लेटफॉर्म बड़ी संख्या में पर्यटन के उत्साही लोगों को उनके क्षेत्र, नगर, परंपरा, संस्कृति, विरासत एवं इतिहास के बारे में विशेषज्ञों की बातें सुनने एवं उनका अवलोकन करने के लिए जोड़ रहा है। इस श्रृंखला में, पर्यटन मंत्रालय ने 23 अप्रैल, 2020 को ‘फोटोवाकिंग®वाराणसी: एक नयनाभिराम दृश्य, विरासत, संस्कृति और व्यंजन‘ के अपने 7वें वेबिनार का आयोजन किया।
यह वेबिनार एक मूल संगठन, सिटी एक्सप्लोरर्स प्राइवेट लिमिटेड की टीम द्वारा प्रस्तुत किया गया जिसके तहत एक विशेष सिटी ब्रांड ‘वाराणसी हेरिटेज वॉक्स‘ ने वाराणसी की विविधता, रहस्यवाद, अध्यात्मिकता, सांस्कृतिक साक्षरता, जीवन अनुभवों एवं व्यक्तिगत यादों को प्रस्तुत किया। सत्र के पैनलिस्टों में डॉ. सचिन बंसल चीफ एक्सप्लोरर (संस्थापक, सिटी एक्सप्लोरर्स प्राइवेट लिमिटेड), श्री श्रवण चिंचवाडकर (कल्चर इनसाइडर, वाराणसी) एवं श्री शशांक शर्मा (गाइड) शामिल थे।
वेबिनार ने वाराणसी को भारत में नदी के सबसे बेहतरीन अग्रभागों में से एक, सांस्कृतिक दंतकथाओं, मुंह में पानी लाने वाले व्यंजनों और प्रत्येक कोने में छिपी जीवंत परंपराओं के साथ विश्व के सबसे प्राचीन बसे नगर के रूप में प्रदर्शित किया। मीलों तक फैले घाटों,अनगिनत मंदिरों,लाखों देवी और देवताओं के साथ इस नगर के पास सभी की प्रार्थनाओं का उत्तर है। वेबिनार ने वाराणसी के प्राचीन इतिहास, सांस्कृतिक विरासत,इसका अध्यात्मिक संबंध,प्रत्येक आरामगाह के साथ जायकेदार व्यंजनों के बदलते विविधि रंगों को छुआ।
वेबिनार का आरंभ एक ज्ञानवर्द्धक दृष्टिकोण के साथ हुआ जो वाराणसी यात्रियों के जीवन में लाता है। वाराणसी को अनुभव करने का सबसे तन्मयतापूर्ण मार्ग ‘द वॉकिंग ऑफ वाराणसी’, ‘द डिवाइन एंड डिविनिटी’तथा ‘फूड आफ द एनसिएंट सिटी’जैसे विशेष रूप से बनाई गई विषयगत थीमों में समाहित था। विरासत एवं संस्कृति के प्रातःकाल के अनुभव के साथं ‘द वॉकिंग आफ वाराणसी’से नगर में शांतचितता का समावेश हुआ। ‘द डिवाइन एंड डिविनिटी’भ्रमण में पुष्प बाजार का पावन मार्ग और विश्वनाथ दर्शन तथा दशाश्वमेध घाट पर विख्यात सायं आरती शामिल था। इन दोनों भ्रमणों के बाद दर्शकों को ‘फूड ऑफ द एनसिएंट सिटी’के माध्यम से पौष्टिकतापूर्ण यात्रा पर ले जाया गया। कचैरी सब्जी, मलाई, लस्सी, जलेबी-दही, टमाटर चाट, पालक पत्ता चाट और बनारसी पान के साथ प्लेट और जीभ पर शानदार व्यंजनों के विविध रंग जीवंत हो गए। भोजन का मार्ग पारंपरिक व्यंजनों के लिए विख्यात राम भंडार, ब्लू लस्सी, दीपका ताम्बुल भंडार से राजेश चौरसिया पान वाला (चौक एरिया), बाबा ठंडई, भारतेंदु भवन, दीना चाट भंडार और काशी चाट भंडार एक पड़ाव से दूसरी घुमावदार और कुंज गलियों से गुजरता रहा। अंततोगत्वा, भ्रमण का आश्चर्य वाराणसी के समृद्ध त्यौहारों, जिसमें प्रत्येक के साथ एक दंतकथा -नक्कटैया, नाग नथैया, भस्म होली और देव दीपावली में संपुटित हुआ। वेबिनार का समापन करते हुए डॉ. सचिन बंसल ने स्थानीय प्रतिनिधियों के साथ बुनकर परंपराओं और संगीत घरानों के नगर के छुपे रत्नों को उजागर किया।
वेबिनार को प्रतिभागियों से बेहद उत्साहजनक प्रतिक्रिया प्राप्त हुई जिसमें विदेशी प्रतिभागी भी शामिल थे।