रेलमंत्री सुरेश प्रभु ने कहा है कि पारदर्शिता को बढ़ावा देने के अभियान के तहत रेलवे के सभी ठेकों को ऑनलाइन करने की प्रक्रिया अगले दो महीनों में पूरी हो जाएगी। प्रभु ने एसोचैम की 95वीं सालाना सत्र के दौरान कहा कि अगले दो महीनों में सभी ठेके ऑनलाइन जारी होंगे। पारदर्शितापूर्वक काम के लिए हमने इस प्रक्रिया को पूरा करने के लिए अगले साल की शुरुआत का वक्त तय किया है।
प्रभु ने कहा कि पारदर्शिता का स्तर इतना बढ़ जाएगा कि एक रुपये के ठेके में मंत्री तक की दखलअंदाजी नहीं होगी। सभी फैसले पेशेवर ढंग से लिए जाएंगे। रेलमंत्री ने कहा कि 13 लाख कर्मचारियों के साथ रेलवे पारदर्शी ढंग से स्थानांतरण व भर्ती नीति लाने जा रही है। मंत्री ने कहा कि सरकार का ‘डिजिटल इंडिया’ कार्यक्रम का इस्तेमाल रेलवे में ई-कैटरिंग के साथ नई सुविधाओं, जैसे बेस किचन प्रदान करने में किया जा रहा है।
प्रभु ने कहा कि वाणिज्य से संबंधित फैसले पेशेवर स्तरों पर लिए जा रहे हैं और मंत्रालय ने अधिकांश शक्तियां महाप्रबंधकों को दी हैं। प्रभु ने कहा कि आने वाले दिनों में इस क्षेत्र में ठोस बदलाव देखने को मिलेंगे। रचनात्मक सुधार के संबंध में प्रभु ने कहा कि रेलवे एक नियामक प्रणाली के गठन के प्रयास में लगी है।