हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी क्राय (CRY) ने संस्था की मदद के लिए और ज़रूरतमंद बच्चों के लिए धनराशि एकत्रित करने के उद्देश्य से अपना वार्षिक उत्सव मनाया। पिछले एक दशक से CRY इस तरह के आयोजन करता आ रहा है जिसमें वे प्रतिष्ठित फिल्म कलाकारों को इस आयोजन में आमंत्रित करते हैं। दो वर्ष पहले पहले COVID महामारी के चलते ये वार्षिक आयोजन नहीं हो सका था और उषा उत्थुप जी वर्चुअल गाला का हिस्सा बनीं थीं। पिछले वर्ष फिल्म अभिनेता विवेक ओबेरॉय ने इस आयोजन में शिरक़त की थी और इस बार 80 और 90 के दशक की प्रसिद्द अभिनेत्री नीलम कोठारी इस आयोजन का हिस्सा बनीं। गोविंदा और नीलम की जोड़ी ने 80-90 के दशक में खूब धमाल मचाया था और साथ में इन दोनों ने लगभग 14 फ़िल्में की थीं जिनमें इलज़ाम, हत्या, ख़ुदग़र्ज़ घराना और ताकतवर जैसी फ़िल्में बड़ी हिट रहीं थीं। उसके बाद लम्बे समय तक नीलम परदे से गायब रहीं पर पिछले दिनों उनकी वेब सीरीज “Fabulous lives of Bollywood Wives” आयी, जिसने धमाल मचा रखा है। हॉन्गकॉन्ग में जन्मीं नीलम, जो अब नीलम कोठारी सोनी के नाम से जानी जाती हैं, एक पत्नी हैं, एक माँ हैं, हीरों की कारोबारी हैं और साथ ही एक कुशल अभिनेत्री भी हैं। CRY GALA के लिए इन दिनों वे अमेरिका की यात्रा पर हैं। शुक्रवार की शाम नीलम कोठारी ने सेन डिएगो क्राय (CRY) के में बच्चों की मदद के लिए लगभग 100 हज़ार डॉलर से अधिक की धनराशि इकठ्ठा करने में मदद की।
क्राय (CRY) अमेरिका के ये वार्षिक आयोजन अलग-अलग शहरों में अलग-अलग इकाइयों द्वारा किए जाते हैं। बड़ा राज्य होने के कारण कैलिफ़ोर्निया में क्राय (CRY) द्वारा ये आयोजन नार्थ और साउथ कैलिफ़ोर्निया में अलग-अलग किया जाता है। अमूमन, ये वार्षिक आयोजन किसी बड़े रेसॉर्ट या होटल में किये जाते हैं पर San Diego में इस बार ये आयोजन नकुल दुग्गल और सोनाली सोनी के निवास स्थल पर आयोजित किया गया। नकुल दुग्गल पेशे से इंजीनियर हैं और सोनाली एक आर्टिस्ट हैं जो अपना एक स्टूडियो चलाती हैं और बच्चों को पेंटिंग भी सिखाती हैं। नकुल और सोनाली बच्चों की और ज़रुरतमन्द लोगों की मदद करने में विश्वास रखते हैं। उनका मानना है की दान छोटा या बड़ा नहीं होता, अगर आपके पास किसी को देने के लिए कुछ है तो दूसरों की मदद करनी चाहिए। शायद इसी विचार के चलते उन्होंने नीलम का अपने निवास स्थल पर दिल खोलकर स्वागत किया और अपने सभी पड़ोसियों से भी उनका परिचय कराया। नतीजा ये रहा की उनके सारे पड़ोसी भी इस आयोजन का हिस्सा बने और जिससे जो बन पड़ा, उसने दान किया। अपने ख़ूबसूरत निवास को उन्होंने बहुत सुन्दर तरीके से सजाया और एक शानदार रात्रि-भोज का आयोजन किया।
क्राय (CRY) ने इस बार अपने आयोजन के लिए एक निवास स्थल को चुना ताकि CRY का मक़सद हर घर तक पहुंचे। अक्सर होता है कि विस्तार में विचार खो जाते हैं। एक घर की दहलीज़ के भीतर CRY के दान की याचना शायद थोड़ी ज़ोर से सुनायी देगी, CRY की शायद यही सोच रही होगी और यही हुआ भी, क्योंकि इस बार की फण्ड रेजिंग हर बार से अलग थी और उसमें ज्यादा अपनापन और आत्मीयता थी। San Diego और orange county की CRY शाखा के प्रमुख Edward Remias से जब बात की तो उन्होंने भी यही कहा की वे भी ज़रूरतमन्द बच्चों के लिए कुछ करना चाहते हैं, यही सोचकर वे लगभग एक दशक पहले CRY से जुड़े और तब से अब तक वे लगातार CRY के माध्यम से इस दिशा में प्रयास कर रहें हैं। उनकी टीम उनका हर मौके पर साथ देती है और ये सारा आयोजन CRY के स्वयं सेवक मिलकर करते हैं। कुछ प्रतिबद्ध और प्रमुख स्वयंसेवकों में पर्सी प्रेसवाला, लौरा वासक्वेज़, सौम्या विजय, पलक गोसालिया, अर्पित सेकसरिआ, एडम मॅक्ग्रेगोर, क्रिस्टोल बरनेस, अभिषेक निगम, ख़ुशी अग्रवाल, साक्षी गुप्ता, रश्मि, मेलिटा डी’अल्मेडा, निखिल गुप्ता, अनुपम सोमकुंवर, मानस नयाती और जॉनी मिरिनगॉफ। Edward ने ये भी कहा की वे इस दिशा में जो भी प्रयास कर रहें हैं, इसमें उनकी वाइफ का भी उतना ही सहयोग है और उनके सहयोग के बिना ये संभव नहीं हो पाता।
कार्यक्रम की शुरुआत क्राय (CRY) के गीत वी शैल ओवरकम (We shall overcome) से हुई। कार्यक्रम का सफल संचालन हमेशा की तरह देवेन परलीकर ने किया। सबसे पहले नकुल और सोनाली ने सबका स्वागत किया। उसके बाद Patrick D Bocco, जो CRY अमेरिका की फण्ड रेजिंग के डायरेक्टर हैं और जिन्हें विवेक ओबेरॉय ने पिछली बार एक नया नाम दिया था “प्रकाश” वो बड़े ही हंसमुँख मगर संजीदा व्यक्ति हैं और CRY के एक समर्पित कार्यकर्ता हैं। नीलम का स्वागत करते हुए उन्होंने CRY के मुख्य पहलुओं पर बात की और बताया की क्यों CRY को समर्थन करना सबके लिए ज़रूरी है। उसके बाद सौविक दास जो CRY के साथ मिलकर चाइल्ड ट्रैफिकिंग पर काम करते हैं उनका विडियो दिखाया गया। इसके साथ ही एक अनाथ किशन की कहानी भी लोगों को बतायी गयी कि कैसे उन्होंने CRY की मदद से अपने जीवन को बेहतर किया। सौविक और किशन, दोनों लोग भारत से लाइव वीडियो कॉल के द्वारा यहाँ के लोगों से जुड़े और उनके प्रश्नों का उत्तर भी दिया। इसके बाद देवेन ने नीलम को स्टेज पर आमंत्रित किया।
नीलम जो सिर्फ दो दिन पहले ही भारत से आई थीं और रात के 9 बजे निश्चित रूप से बहुत थकी हुई थी। जो सबसे पहली बात मैंने महसूस की वो ये कि, नीलम न सिर्फ एक बेहतर अभिनेत्री हैं मगर वो एक बुद्धिमान और ऊर्जा से भरी हुईं महिला हैं। पूरे समय वो मुस्कराती रहीं और सबसे वो बड़े प्यार से मिलीं और CRY के लिए सहयोग करने की अपील की। मैं उनसे जितनी बार मिली, उन्होंने मेरा हाथ पकड़कर बड़ी आत्मीयता से मुझसे बात की। पूरे प्रोग्राम के दौरान जब वो सोनी और नकुल जी के साथ बैठी थीं, ऐसा कभी नहीं लगा की वो उनसे सिर्फ दो दिन पहले ही मिलीं हैं। ये कहा जा सकता है की नीलम को दोस्त बनाना आता है और जो भी उनसे इस आयोजन में मिला होगा या आगे के आयोजन में मिलेगा, वो उनको हमेशा के लिए याद रखेगा।
अपने छोटे से भाषण में उन्होंने बताया कि कैसे वो CRY की फण्ड रेजिंग से जुड़ी और क्यों वो CRY से इतना प्रभावित हैं। अमेरिका आने की तैयारी के बारे में उन्होंने बताया की एक स्पीच लिखी उन्होंने, जिसको उनकी बेटी ने सुना और उसने अपने सुझाव दिए। पर स्टेज पर आते ही उन्होंने अपनी स्पीच एक किनारे रख दी और कहा की इतने आत्मीय लोगों से बात करने के लिए उन्हें किसी स्क्रिप्ट की ज़रुरत नहीं है और पूरे समय उन्होंने अपने मन की बात बिना किसी स्क्रिप्ट को पढ़े कही। जब वो फण्ड रेजिंग के लिए लोगों के बीच में थीं तो लगभग वे सभी लोग जो उनके संपर्क में दो दिन पहले ही आये थे, उनको सबका नाम याद था और वो उन सबका धन्यवाद करना नहीं भूलीं चाहे डिनर की बात हो या उनके मेकअप और बाल बनाने की बात। सात बजे शुरू हुआ ये आयोजन लगभग 11 बजे ख़त्म हुआ और CRY का एक और सफल आयोजन समाप्त हुआ।
यदि आप CRY के लिए सहयोग करना चाहते हैं तो आप https://www.cryamerica.org/donation/ पर जा कर सहयोग कर सकते हैं।
Photo Credit: Avinash Srivastava (अविनाश श्रीवास्तव)
रचना श्रीवास्तव अमेरिका में रहती हैं और वहां की गतिविधियों पर हिंदी मीडिया के लिए नियमित रूप से रिपोर्टिंग करती हैं।