ट्रेनों के जनरल कोच में सफर करने वाले यात्रियों के लिए राहत भरी खबर। अब जनरल कोच में भी यात्रियों का सफर आरामदायक होगा। क्योंकि जनरल कोच की बर्थ स्लीपर और एसी श्रेणी जैसी ही होगी। इन कोचों में जहां एक ओर बेहतरीन इंटीरियर रहेगा तो बर्थ की सीट का रंग भी बदला हुआ नजर आएगा। खास बात यह कि जनरल कोच में इस बार बैठने वाली सीट के पीछे भी गद्देदार कवर रहेगा।
खास बात यह कि जनरल कोच में इस बार बैठने वाली सीट के पीछे भी गद्देदार कवर रहेगा। इस तरह का मॉडल कोच इंडियन रेलवे ने तैयार कर लिया है। साल भर में देश भर में चल रही लंबी दूरी की कई ट्रेनों में रेलवे इस तरह के कोच लगाये जाने की कार्रवाई शुरू कर देगा। मोदी सरकार भारतीय रेल की एक नई तस्वीर पेश करना चाह रही है
रेलवे में एक बहुत बड़ा तबका जनरल श्रेणी के कोच में सफर करता है। समय के साथ-साथ भारतीय रेलवे से यात्रियों की आशाएं भी बढ़ती जा रही हैं। इसीलिए रेलवे ने यात्री कोचों की डिजाइन को अधिक आकर्षक और सुविधाजनक बनाने की तैयारी की है। रेलवे ने यह जिम्मेदारी पश्चिम मध्य रेलवे के भोपाल स्थित कोच मरम्मत कारखाने को दी
इसके अंतर्गत यहां सामान्य श्रेणी का मॉडल कोच तैयार करवाया गया। इस कोच में मॉडयूलर पॉलीकार्बोनेटेड वॉल और पैनल लगाए गए हैं जो स्क्रू रहित हैं। सीट की डिजाइन भी पहले से ज्यादा उन्नत की गई है। ताकि बैठने के दौरान यात्रियों को ज्यादा आराम मिले।
इतना ही इन कोचों में एलईडी लाइट भी लाइट भी लगाई गई है ताकि कोच में यात्रियों को अच्छी रोशनी मिले। जनरल कोच के टॉयलेट को भी सुविधाजनक और स्पेशियस बनाया जा रहा है। इसमें आईना, पानी के नल, सोप डिस्पेंसर, डस्टबिन और एग्जास्ट फैन लगाया गया है। इतना ही नहीं कोच के अंदर आग न फैले इसके लिए पॉली विनायल मेटेरियल से बनी सीट भी लगाई गई है।
इस बारे में पश्चिम मध्य रेलवे के सीपीआरओ सुरेंद्र यादव का कहना है कि अभी जनरल, स्लीपर, थर्ड एसी, सेकंड एसी और फर्स्ट एसी के कुल 24 मॉडल कोच तैयार किए जा रहे हैं। कुछ कोच तैयार भी हो गए हैं। सभी कोचों में एलईडी/एलसीडी स्क्रीन लगी होगी, जिससे यात्रियों को जीपीएस के माध्यम से ट्रेन की लोकेशन और आगे आने वाले स्टेशन के बारे में जानकारी प्राप्त होती रहेगी।
साभार-अमर उजाला से