Saturday, May 18, 2024
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पर्यावरण

धरती की जीवन और भोजन श्रृखंला

महात्मा गांधी ने अपने जीवन से और विचारों से समूची मनुष्यता को अपनी चाहनाओं और लालसाओं को स्वनियंत्रित करने का एक सूत्र दिया ।जो जीवन और भोजन की सनातन प्राकृत श्रृखंलाओं को अपने प्राकृत स्वरूप में निरन्तर चलते रहने

जापान की मियावाकी तकनीक से दुनिया में 3 हजार जंगल उगाए, इससे 10 गुना तेजी से बढ़ते हैं पेड़

हर 500 मीटर की दूरी पर एक पीपल का पेड़ लगाये तो आने वाले कुछ साल भर बाद प्रदूषण मुक्त हिन्दुस्तान होगा, वैसे आपको एक और जानकारी दे दी जाए।

प्रेस विज्ञप्ति

प्रभात प्रकाशन को चाहिए महिला एंकर

देश के अग्रणी पब्लिशर्स में शुमार ‘प्रभात प्रकाशन’ (Prabhat Parkashan) को अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स के लिए दिल्ली में महिला न्यूज एंकर की जरूरत है। इसके...

पुस्तकालयों के विकास में प्रोद्योगिकी की भूमिका महत्त्वपूर्ण

कोटा। आई.आई.एल.एम.विश्वविद्यालय, गुरुग्राम, हरियाणा में “रीइमेजिनिंग स्मार्ट लाइब्रेरीज़: इमर्जिंग टेक्नोलॉजीज, इनोवेशन एंड नॉलेज क्रिएशन (आईसीआरएसएल-2024)” विषय पर दो दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन मे राजकीय सार्वजनिक...

फ़िल्मी-गपशप