पाक में त्रिशंकु नेशनल असेंबली, इमरान की पार्टी ने जीती सबसे अधिक सीट

पाकिस्तान में अब तक नेशनल असेंबली की 265 में से 244 सीटों के परिणाम घोषित किए जा चुके हैं। इनमें से 96 सीट पर पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पार्टी पीटीआई समर्थित निर्दलीय उम्मीदवारों ने जीत हासिल की है। निर्वाचन आयोग की ओर से परिणाम घोषित करने में देरी करने पर चुनाव में धांधली के आरोप लगाए गए हैं। मतगणना अब भी जारी है। देश में गुरुवार को चुनाव धांधली के आरोप, छिटपुट हिंसा और मोबाइल इंटरनेट बंद रहने के बीच कराए गए थे।

नेशनल असेंबली की 336 सीट में से 266 पर ही मतदान कराया जाता है, लेकिन बाजौर में, हमले में एक उम्मीदवार की मौत हो जाने के बाद वहां मतदान स्थगित कर दिया गया था। अन्य 60 सीट महिलाओं के लिए और 10 सीट अल्पसंख्यकों के लिए आरक्षित हैं, और ये जीतने वाले दलों को आनुपातिक प्रतिनिधित्व के आधार पर आवंटित की जाती हैं। नई सरकार बनाने के लिए किसी भी पार्टी को 265 सीट में से 133 सीट जीतनी होंगी।

पाकिस्तान में नेशनल एसेंबली के लिए हुए चुनाव के नतीजों की स्थिति अब साफ होने लगी है। अब तक आए नतीजों में किसी भी पार्टी को बहुमत नहीं मिला है। त्रिशंकु नतीजों के कारण जोड़-तोड़ की संभावनाएं बढ़ गईं हैं। एक तरफ जहां नवाज शरीफ ने सभी दलों से गठबंधन सरकार बनाने का आह्वान किया है। वहीं बिलावल खेमे में भी हलचल तेज हो गई है। उम्मीद है कि वह जल्द ही शरीफ से मिल सकते हैं।

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, अब तक पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ समर्थक 96 सीट जीत चुके हैं। वहीं, पाकिस्तान मुस्लिम लीग- नवाज 70 तो पीपीपी 53 सीट जीत चुकी है। अभी करीब 20 सीटों के नतीजों की घोषणा होना बाकी है।

पाकिस्तान में अब तक नेशनल असेंबली की 265 में से 244 सीटों के परिणाम घोषित किए जा चुके हैं। इनमें से 96 सीट पर पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पार्टी पीटीआई समर्थित निर्दलीय उम्मीदवारों ने जीत हासिल की है। निर्वाचन आयोग की ओर से परिणाम घोषित करने में देरी करने पर चुनाव में धांधली के आरोप लगाए गए हैं। मतगणना अब भी जारी है। देश में गुरुवार को चुनाव धांधली के आरोप, छिटपुट हिंसा और मोबाइल इंटरनेट बंद रहने के बीच कराए गए थे। पाकिस्तान में आठ फरवरी को हुए आम चुनाव कराए गए थे।

इस बीच, भ्रष्टाचार के मामले में अदियाला जेल में बंद इमरान का एक भाषण सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है। बताया जा रहा है कि इस भाषण के लिए आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस (एआई) का इस्तेमाल किया गया है।