उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह के मीडिया सलाहकार रमेश भट्ट को समाज में योगदान और युवाओं को प्रेरित करने के लिए ‘एक्ससेप्शनल लीडरशिप एंड सोशल इम्पैक्ट अवॉर्ड 2017’ प्रदान किया गया है।
ग्रेटर नोएडा के शारदा विश्वविद्यालय में शुक्रवार को आयोजित सातवें इंटरनेशनल यूथ अवॉर्ड कार्यक्रम में भट्ट को यह सम्मान प्रदान किया गया। यह सम्मान भारतीय मानवाधिकार परिषद की तरफ से युवाओं को समाजसेवा के लिए प्रेरित करने में उल्लेखनीय योगदान लिए दिया गया। इलेक्ट्रॉनिक मीडिया से लगभग डेढ़ दशक तक जुड़े रहे रमेश भट्ट इस साल मई में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के मीडिया सलाहकार नियुक्त गए।
रमेश मूल रूप से भीमताल (नैनीताल) के रहने वाले हैं और इसके पहले वे ‘न्यूज नेशन’ में बतौर एंकर कई न्यूज प्रोग्राम होस्ट करते थे। उत्तराखंड के एक अग्रणी दैनिक ‘उत्तर उजाला’ में संवाददाता से लेकर जैन टीवी के एंकर-कम-रिपोर्टर, फिर लोकसभा टीवी में भी एंकर-कम-रिपोर्टर और उसके बाद न्यूज नेशन चैनल में डिप्टी एडिटर/एंकर तक का सफर तय किया है।
जर्नलिज्म व मास कम्युनिकेशन में पोस्ट ग्रेजुएशन कर चुके रमेश स्पष्टवादी, विश्लेषणात्मक और शोध-आधारित टीवी एंकरिंग/रिपोर्टिंग के लिए जाने जाते हैं। उनकी खोज देश की बड़ी समस्याओं और मुद्दों को उजागर करने पर रही है और इसके लिए वे कड़ी मेहनत और निष्पक्ष एंकरिंग/रिपोर्टिंग के जरिए पत्रकारिता क्षेत्र के उच्च मानकों का भी पालन करते रहे हैं। रमेश एक जाने-माने युवा पत्रकार हैं और टीवी पत्रकारिता में अपनी एक अलग पहचान बना चुके हैं।
वे देश के इतिहास के कई महत्त्वपूर्ण घटनाओं और त्रासदी के भी साक्षी रहे हैं और उन तमाम घटनाओं को कवर भी किया है, फिर चाहे वह लातूर का विनाशकारी भूकंप हो, या फिर केदारनाथ में आई भयानक बाढ़। उन्होंने इस त्रासदी से प्रभावित देशभर के तमाम लोगों के दुख-दर्द को भी चैनल के जरिए अन्य लोगों से जोड़ा। वे आम बजट और विभिन्न राज्यों में चुनावों पर विशेष कार्यक्रमों में की गई बेहतरीन एंकरिंग/रिपोर्टिंग के लिए याद किए जाते हैं। इसी तरह से अमेरिका, ब्रिटेन, चीन, फ्रांस, जर्मनी, जापान, इजरायल और नेपाल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की यात्रा के लिए रमेश की बेहतरीन व्यापक कवरेज की भी सराहना की जाती है।
रमेश ने लोकसभा टीवी में सात साल बिताए, जहां उन्होंने ‘एजेंडा’, ‘संसद नामा’, ‘हाउस हाइलाइट्स’ (लोकसभा की कार्यवाही/वर्तमान मुद्दों पर आधारित कार्यक्रम), ‘मैंडेट 2004, 2009, 2014’ (लोकसभा चुनावों पर कार्यक्रम, जिसमें 10 घंटे तक का लाइव शो शामिल है) और ‘लोक मंच’ (आम आदमी से संबंधित राजनीतिक और विकास संबंधी मुद्दों पर विशेषज्ञों के एक पैनल के साथ लाइव चर्चा)। प्रोग्राम को होस्ट किया। उन्होंने ‘मुख्यमंत्री जी’ कार्यक्रम को भी होस्ट किया है, जिसमें उन्होंने विभिन्न राज्यों के मुख्यमंत्रियों का इंटरव्यू लिया।
‘आमने-सामने’ उनका एक लोकप्रिय शो था, जिसमें राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी, पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ, लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार, स्वामी रामदेव (योग गुरु), सुषमा स्वराज, अरुण जेटली, स्मृति ईरानी, रविशंकर प्रसाद, वैंकेया नायडू, राजनाथ सिंह, लालू प्रसाद यादव, मायावती, शरद यादव, शरद पवार और सलमान खुर्शीद सहित कई प्रतिष्ठित व्यक्तित्वों के इंटरव्यू शामिल हैं।
उन्होंने कई महत्वपूर्ण डॉक्यूमेंट्रीज भी बनाई हैं। वे उत्तराखंड के विभिन्न मुद्दों/विषयों पर अपने विस्तृत डॉक्यूमेंट्रीज के लिए भी जाने जाते हैं, जिसमें कॉर्बेट नेशनल पार्क में 2010 की टाइगर जनगणना पर आधारित डॉक्यूमेंट्री ‘टाइगरनामा’ और पाटल भुवनेश्वर, जगेश्वर धाम, विवेकानंद शक्तिपीठ, सट्टाल में हिडिम्बा मंदिर सहित महत्वपूर्ण धार्मिक/सांस्कृतिक स्थानों की डॉक्यूमेंट्रीज शामिल हैं। उन्होंने उत्तराखंड की स्वास्थ्य सेवाओं और उत्तराखंड में पर्यटन संबंधी मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करने के अलावा महिलाओं से जुड़ी समस्याओं को भी उजागर किया है।
एक मंच कलाकार/नाटककार रमेश एक लेखक भी हैं और उन्होंने विभिन्न विषयों पर राष्ट्रीय समाचार पत्रों में 100 से अधिक लेखों का योगदान दिया है। ‘चिंतन’ नाम से उनकी एक किताब भी प्रकाशित हो चुकी है। वे एक लोकप्रिय ब्लॉग www.sansadvani.blogspot.in भी चलाते हैं, जहां वे विभिन्न समकालीन सामाजिक, राजनीतिक और सांस्कृतिक मुद्दों पर 450 से अधिक लेख लिख चुके हैं।
साभार- http://samachar4media.com से