अब किसी भी ट्रेन में विकलांग यात्रियों के कोटे का बर्थ खाली है, तो वह स्वत: ही बुजुर्ग यात्रियों को आवंटित हो जाएगा। इसके अलावा सहयोगी (अटेंडेट) के साथ यात्र करने वाले विकलांग यात्रियों को प्राथमिकता दी जाएगी। इसी तरह बर्थ आवंटित करते हुए विकलांग को लोवर बर्थ और सहयोगी को मिडिल बर्थ ही दिए जाएंगे। नई व्यवस्था को लागू करने के लिए रेलवे बोर्ड ने सकरुलर जारी कर दिया है। बोर्ड से जारी सकरुलर में विकलांग यात्रियों की दोनों श्रेणियों को स्पष्ट किया गया है। इनमें एक यात्री वह है, जो अकेले यात्र करने में सक्षम होता है। वहीं दूसरा सहयोग के साथ सफ र करता है।
सहयोगी के साथ यात्र करने वाले विकलांग यात्रियों का एक साथ रिजर्वेशन होता है। दोनों का रिजर्वेशन एक साथ कफंर्म भी होता है। वहीं कोटा नहीं होने की स्थिति में दोनों को बर्थ नहीं मिल पाता। अभी तक विकलांग यात्रियों की श्रेणियाँ स्पष्ट नहीं होने से दोनों श्रेणियों के विकलांग यात्रियों को प्राथमिकता दी जाती थी और उनका रिजर्वेशन हो जाता था। पर बोर्ड ने अब यह स्पष्ट कर दिया है कि सहयोगी के साथ यात्र करने वाले विकलांग यात्री को पहले प्राथमिकता दी जाए। इसके साथ ही यह व्यवस्था बनाई जाए कि सहयोगी को आटोमेटिक मिडिल बर्थ और विकलांग यात्री को लोवर बर्थ आवंटित हो जाए। अब तक यह सिस्टम नहीं था। इसके चलते अक्सर यह होता था कि विकलांग यात्री को मिडिल व सहयोगी को लोवर बर्थ दे दिया जाता था।
हालांकि एक साथ होने के कारण वे आपस में सुविधानुसार बर्थ पर यात्र कर लेते थे। पर अब ऐसा नहीं होगा, विकलांग यात्री को लोअर बर्थ ही मिलेगा। इसके अलावा यदि किसी विकलांग यात्री के कोटे का बर्थ खाली है, तो वह वेटिंग में रहने वाले सामान्य यात्रियों को आवंटित नहीं होगा, बल्कि वेटिंग में रहने वाले सीनियर सिटीजन यात्रियों को मिलेगा। बोर्ड की यह नई व्यवस्था विकलांग व बुजुर्ग यात्रियों के लिए राहत देने वाली है। आमतौर पर यह देखा गया है कि सीनियर सिटीजन यात्रियों का वेटिंग के बाद भी बर्थ कंफर्म नहीं हो पाता है। ऐसी स्थिति में उन्हें या तो यात्र रद्द करनी पड़ती है या फि र कठिनाईयों के बीच सफर करना पड़ता है। इस नई व्यवस्था से उनकी मुश्किलें सामाप्त हो जाएंगी। सकरुलर में विकलांग यात्रियों को एक और बड़ी सुविधा दी गई है। इसके तहत अब विकलांग यात्री का टिकट वेटिंग पर होने व यदि वह आटोमेटिक कंफ र्म होता है, तो उस स्थिति में भी उन्हें लोवर बर्थ ही दिया जाएगा। अब तक यह व्यवस्था नहीं थी। वेटिंग के बाद टिकट कंफ र्म होने पर कोई भी बर्थ आवंटित कर दिया जाता था।
रेल में अब विकलांगों की खाली सीट बुजुर्गों को मिलेगी
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