नई दिल्ली : भारतीय रेलवे की श्री रामायण एक्सप्रेस 14 नवंबर से शुरू हो गई है. विशेष पर्यटक ट्रेन को दिल्ली के सफदरजंग स्टेशन से हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया. ट्रेन भगवान राम के जीवन से जुड़े सभी महत्वपूर्ण स्थलों से होकर गुजरेगी. 16 दिन के यात्रा पैकेज के दौरान सफदरजंग से शुरू हुई ट्रेन का पहला पड़ाव अयोध्या होगा. इसके बाद ट्रेन सीतामणी, जनकपुर, वाराणसी, प्रयागराज, चित्रकूट, नासिक, हम्पी, रामेश्वरम और मदुरै जाएगी. सफदरगंज स्टेशन पर इस गाड़ी में सवार होने पहुँचे यात्रियों का स्वागत भगवान राम, हनुमान, लक्ष्मण और सीता जी ने किया तो यात्रियों ने भी पैर छूकर उनका आशीर्वाद लिया।
ट्रेन से अयोध्या पहुंचे सभी पर्यटक काफी खुश नजर आए और कहा कि हम सभी चाहते हैं कि अयोध्या में भगवान राम का भव्य मंदिर बने। ट्रेन में 800 यात्रियों के सफर करने की सुविधा है। जो दिल्ली से अयोध्या, चित्रकूट, जनकपुरी, रामेश्वर सहित भगवान राम से जुड़े पौराणिक स्थलों के दर्शन कराएगी।
ट्रेन में मौजूद पर्यटक यात्रा के इंतजाम देखकर आश्चर्यचकित थे। सफदरजंग स्टेशन से ट्रेन को रवाना करने के लिए कार्यक्रम के खास इंतजाम किए गए थे। इस दौरान राम, सीता व हनुमान के वेश में दिखने वाले कलाकार स्टेशन पर मौजूद थे। उनका आशीर्वाद लेकर ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया।
यात्रियों के उत्साह को देखते हुए कहा जा रहा है कि राम से जुड़े स्थलों के दर्शन करवाने वाली ये ट्रेन रेलवे के लिए कमाई का नया जरिया बन सकती है। आगे इसी तरह देश के अलग-अलग हिस्सों में तीन और ट्रेनों की शुरुआत करने की योजना है।
श्री रामायण एक्सप्रेस अपनी पहली यात्रा पर 800 यात्रियों के साथ रवाना हुई है. इस यात्रा के दो हिस्से होंगे पहला हिस्सा दिल्ली सफदरजंग से मदुरै तक और दूसरा हिस्सा श्रीलंका में होगा. इच्छुक यात्री चेन्नई से कोलंबो तक की हवाई यात्रा कर सकेंगे. श्रीलंका जाने वाले यात्रियों को वहां पर भी भगवान श्रीराम से जुड़े पौराणिक स्थलों के दर्शन कराएं जाएंगे. हवाई टिकट के लिए अलग से भुगतान करना होगा. पूरे टूर को इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कार्पोरेशन द्वारा किया जा रहा है. आगे पढ़िए ट्रेन से जुड़ी पांच बड़ी बातें…
ट्रेन की यात्रा से जुड़ी 5 अहम बातें
– श्री रामायण ट्रेन के दो हिस्से होंगे – एक भारत में और दूसरा श्रीलंका में. जो यात्री श्रीलंका जाना चाहेंगे, उन्हें चेन्नई से कोलंबो तक की हवाई यात्रा करनी होगी.
– दिल्ली के सफदरजंग स्टेशन से चलने के बाद श्री रामायण एक्सप्रेस का पहला पड़ाव अयोध्या होगा. इसके बाद यात्रियों को हनुमान गढ़ी रामकोट और कनक भवन मंदिर ले जाया जाएगा. फिर ट्रेन रामायण सर्किट के अहम स्टेशनों नंदीग्राम, सीतामढ़ी, जनकपुर, वाराणसी, प्रयाग, शृंगवेरपुर, चित्रकूट, नासिक, हम्पी तथा रामेश्वरम भी जाएगी.
– श्रीलंका की यात्रा करने के इच्छुक यात्रियों को इसके लिए अलग से किराये का भुगतान करना होगा. श्रीलंका जाने का विकल्प लेने वाले यात्री चेन्नई से कोलंबो की हवाई यात्रा करेंगे.
– श्री रामायण एक्सप्रेस की यात्रा करने वाले यात्रियों के लिए आईआरसीटीसी की तरफ से तीनों समय के भोजन के साथ ही पौराणिक स्थलों पर धर्मशालाओं में ठहरने की व्यवस्था की गई है.
इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कार्पोरेशन का एक टूर मैनेजर पूरी यात्रा के यात्रियों के साथ ही सफर करेगा. किसी भी तरह की परेशानी होने पर आप टूर मैनेजर से संपर्क कर सकते हैं.