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सड़क पर धरने पर बैठे राज्यपाल आरिफ मोहम्मद, काले झंडे दिखाने से भड़के

करल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान का काफिला शनिवार को जब कोल्लम के निलामेल से गुजर रहा था, तभी सीपीआईएम की छात्र शाखा एसएफआई के कार्यकर्ताओं ने उन्हें विरोध स्वरूप काले झंडे दिखाए। इससे राज्यपाल इस कदर नाराज हो गए कि तुरंत गाड़ी से निकले और सड़क किनारे ही धरने पर बैठ गए। राज्यपाल ने सड़क किनारे स्थित एक दुकानदार से कुर्सी मांगी और वहीं पर धरने पर बैठ गए। राज्यपाल का एक वीडियो भी सामने आया है, जिसमें वह पुलिस अधिकारियों के प्रति नाराजगी जाहिर करते नजर आ रहे हैं। राज्यपाल ने आरोप लगाया कि पुलिस द्वारा एसएफआई कार्यकर्ताओं को संरक्षण दिया जा रहा है और पुलिस उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं कर रही। राज्यपाल के धरने पर बैठने से वहां हंगामे की स्थिति बन गई।

केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन और कैबिनेट मंत्रियों ने गणतंत्र दिवस समारोह के सिलसिले में कल शाम राजभवन में राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान द्वारा आयोजित “एट होम” स्वागत समारोह का बहिष्कार किया। केरल सरकार के सामान्य प्रशासन विभाग के प्रधान सचिव, केआर ज्योतिलाल एकमात्र व्यक्ति थे, जिन्होंने सरकार की ओर से राज्यपाल द्वारा आयोजित “एट होम” कार्यक्रम में भाग लिया। मुख्य सचिव और राज्य के डीजीपी भी इस कार्यक्रम में शामिल नहीं हुए।

सीएम और राज्यपाल दोनों कल सुबह सेंट्रल स्टेडियम में गणतंत्र दिवस समारोह में शामिल हुए थे। लेकिन, दोनों ने एक-दूसरे का अभिवादन नहीं किया। राज्यपाल ने अपने अपने भाषण में यह कहकर कटाक्ष किया कि उच्च शिक्षा संस्थानों को स्वायत्त और बाहरी हस्तक्षेप से मुक्त होना चाहिए। राज्यपाल ने यह भी कहा कि एक समाज के रूप में हमें सत्ता के लिए समूह प्रतिद्वंद्विता या आंतरिक संघर्ष को शासन को प्रभावित करने की अनुमति नहीं देनी चाहिए।

राज्यपाल ने गुरुवार को विधानसभा में अपना अभिभाषण सिर्फ आखिरी पैराग्राफ पढ़कर खत्म कर दिया। इससे राज्य सरकार के प्रति तनातनी के संकेत दिखे। राज्यपाल 9 बजे विधानसभा पहुंचे। दो मिनट से भी पहले अभिभाषण खत्म किया और 9 बजकर 4 मिनट पर रवाना हुए। कांग्रेस की अगुआई वाले विपक्षी यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (UDF) ने राज्यपाल के अभिभाषण को सदन का अपमान बताया।