फिल्म प्रेमियों के दिलों में विशेष स्थान रखने वाले 'जागरण फिल्म महोत्सव' की शुरुआत इस बार दिल्ली में एक जुलाई से हो रही है। इस महोत्सव का यह छठा साल है। पांच दिनों तक चलने वाले इस समारोह में राजधानी के दर्शकों को कई प्रतिष्ठित भारतीय और विदेशी फिल्में देखने को मिलेंगी। इस बार महोत्सव की थीम 'खुशी' है।
यह देश का अकेला फिल्म महोत्सव है, जिसके तहत अलग-अलग शहरों में फिल्मों का प्रदर्शन होता है। इस बार भी तीन माह के दौरान 17 शहरों के सिनेप्रेमी इसका लुत्फ उठाएंगे। इसका समापन मुंबई में होगा। अगर भौगोलिक नजरिये से देखें तो जागरण फिल्म महोत्सव इस तरह के आयोजनों में सबसे बड़ा है।
इस महोत्सव के अंतर्गत जिन शहरों में फिल्मों का प्रदर्शन होगा, उनमें दिल्ली और मुंबई के साथ कानपुर, लखनऊ, इलाहाबाद, वाराणसी, आगरा, मेरठ, देहरादून, हिसार, लुधियाना, पटना, रांची, जमशेदपुर, रायपुर, इंदौर और भोपाल शामिल हैं।
व्हिसलिंग वुड्स इंटरनेशनल (डब्ल्यूडब्ल्यूआई), भारतीय फिल्म फेडरेशन (एफएफआई) और मोशन पिक्चर एसोसिएशन (एमपीए) के साथ मिलकर यह आयोजन किया जा रहा है। इस आयोजन में ऑफिशियल कंट्री फोकस पार्टनर अमेरिकन सेंटर है।
महोत्सव के प्रवक्ता के मुताबिक, 'पिछली बार जो उपलब्धियां हमने हासिल की थीं, इस बार हम उससे आगे की ओर नजर रख रहे हैं। हम भारत और दुनिया की अच्छी फिल्में ही प्रदर्शित नहीं करेंगे बल्कि उन लोगों पर भी अमिट छाप छोड़ेंगे जिन्हें कहानियां सुनाने और खोजने की भूख है। इस महोत्सव में नई संस्कृतियों की तलाश से लेकर कुछ दुर्लभ और निराली फिल्मों के बारे में जानकारी भी दर्शकों को मिलेगी।'
–