फासी द्वारा डाॅ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी की 115वीं वर्षगांठ पर संगोष्ठी का आयोजन
नई दिल्ली। भारत के पहले उद्योग मंत्री, अर्थशास्त्री और दूरदर्शी डाॅ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी की 115वीं वर्षगांठ के अवसर पर फेडेरेशन आॅफ एसोसियेशन्स आॅफ स्माल इंडस्ट्रीज़ आॅफ इण्डिया (भारतीय लघु उद्योग के संघों के महासंघ – फासी) ने आज दक्षिणी दिल्ली स्थित इंडिया इंटरनेशनल सेन्टर में एक संगोष्ठी का आयोजन किया। मौके पर ‘रोल आॅफ माइक्रो, स्माल एण्ड मीडियम एंटरप्राइजेज इन इंडियाज़ रोडमैप टूवार्ड्स ग्लोबल इकोनाॅमिक सुपरपाॅवर’ विषय पर राष्ट्रीय संगोष्ठी का भी आयोजन किया गया।
इस समारोह की अध्यक्षता जनरल (डॉ) वी.के. सिंह, विदेश राज्य मंत्री ने की। अपने निजी अनुभवों को याद करते हुए कहा उन्होंने कहा, ‘भारत में दो बातें, अर्थात् संगठन और गुणवत्ता नियंत्रण कि सीधे निर्णायक कारक के बाद से भारत के सकल घरेलू उत्पाद प्रभावित कर सकते हैं। देश में छोटे उद्योगों पर काफी काम करने की जरूरत है। अपने भाषण में उन्होंने महिलाओं को उद्यमी और उद्योगपतियों के अस्तित्व को भी महत्व दिया। इसके अलावा फासी के लिए चीफ पैट्रन के रूप में सेवारत, जनरल (डॉ) सिंह, आगे कहते हैं कि, ‘संगठन के कौशल विकास के लिए एक साथ मिलकर छोटो व बड़े उद्यमीयों की जरुरतों पर काम करने के लिए पूरी तरह से परिदृश्य में सुधार की जरुरत हैं।’
फासी की स्थापना वर्ष 1959 में फोर्ड फाउण्डेशन की सिफारिश पर पूर्व प्रधानमंत्री श्री जवाहर लाल नेहरू ने एक एपेक्स बाॅडी के रूप में की थी, जिसका मुख्य लक्ष्य देशभर में विद्यमान छोटी इंडस्ट्रीज़ का मार्गदर्शन व उत्थान करना था। इस उद्देश्य को आगे बढाने के लिए फासी के महासचिव डॉ एस.पी सिंह उस दिशा में एक कदम उठा रहे हैं। उन्होंने कहा ‘हम आरबीआई से बात करने की कोशिश कर रहे हैं कि वे किसी भी एंटरप्राइज एकाउंट को नाॅन-प्रोग्रेसिव एकाउंट घोषित करने से पूव्र अपनी नो एक्टीविटी का समय 90 दिन से 180 दिन तक कर दें। श्री सिंह ने फासी की भूमिका को बेहतर प्रदर्शन करने के लिए अन्य सरकारी निकायों के समर्थन पर जोर देने की बात पर जोर डाला।
मौके पर गोआ सरकार के पंचायती राज, पर्यावरण और वन मंत्री श्री राजेन्द्र आलेकर भी उपस्थित थे। उन्होंने लघु उद्योग क्षेत्र में राष्ट्रवादिता के सिद्धांतों पर जोर दिया। उन्होने भारतीय उद्योगपतियों के समर्थन में बोलते हुए कहा कि, भारत के लोगों को चीन के मुकाबले भारतीय उत्पादों और उनकी बेहतर गुणवत्ता के विषय में जानना जरूरी है। इसी पक्ष पर उन्होंने भारत में बनाये जा रहे उत्पादों के प्रति अपना सहयोग देने की बात पर जोर दिया। उन्होंने गोवा में फासी द्वारा इस तरह की संगोष्ठी हेतु समर्थन और मार्गदर्शन देने का वादा किया।
डाॅ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी की वर्षगांठ के उपलक्ष्य में आयोजित इस कार्यक्रम में भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष श्याम जाजू, फासी की वूमन चैप्टर की नेशनल चेयरपर्सन जसप्रीत कौर सहित फासी के सदस्य भी उपस्थित रहे। इंडस्ट्रीज और संयुक्त भारत के पक्ष में डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी के प्रयासों का समर्थन करते हुए जनरल (डॉ) विजय कुमार सिंह ने आगे कहा, फासी एक ही सिद्धांत पर चल रहा हैं और वह है गुणवत्ता उन्मुख छोटे उद्योगपति के लिए एक आवाज के रुप में उन्हें आत्मसात करना।’
मौके पर एक अन्य आकर्षण एक ट्रेलर रहा जो मीनू सिंह के निर्देशन में (डॉ) वीके सिंह के जीवन पर आधारित एक वृत्तचित्र ‘ब्लैक या व्हाइट’ का पूर्वावलोकन किया गया। इतना ही नही इस अवसर पर कई व्यक्तित्व को भी सम्मानित किया गया।
डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी के दिशा-निर्देशों में फासी को आगे बढाने के लिए विदेश मंत्री सुषमा स्वराज, लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन, श्री मनोहर पर्रिकर की कई तरह हस्तियों ने भी अपना समर्थन दिया हैं। कई चुनौतियों का सामना करते हुए फासी ने छोटे उद्योगों के क्षेत्र में आगे बढने के लिए नए अवसर पैदा करने के लिए प्रेरित किया।
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भूपेश गुप्ता 9871962243, शैलेश – 9716549754