वाराणसी। ‘एक जनपद, एक उत्पाद’ को प्रोत्साहित करने हेतु भारतीय डाक विभाग द्वारा उत्तर प्रदेश के सभी 75 जनपदों के ओडीओपी उत्पाद पर आधारित विशेष आवरण एवं विशेष विरूपण जारी किया गया। लखनऊ में ‘मिशन शक्ति’ अभियान के तहत आयोजित कार्यक्रम के दौरान उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश परिमण्डल के चीफ पोस्टमास्टर जनरल श्री कौशलेन्द्र कुमार सिन्हा के साथ इसे जारी किया। मुख्यमंत्री ने इसके लिए डाक विभाग को बधाई देते हुए कहा कि, यह पहली बार हुआ है जब एक साथ किसी भी प्रदेश में इतनी संख्या में सभी जिला मुख्यालय पर विशेष आवरण एवं विशेष विरूपण जारी हुआ है। इसमें से कई उत्पादों को जीआई टैग भी प्राप्त हैं। इसी क्रम में विभिन्न जनपद मुख्यालयों पर भी कार्यक्रम आयोजित कर ये विशेष आवरण एवं विशेष विरूपण जारी किये गए।
प्रधानमंत्री जी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में कमिश्नरी सभागार में आयोजित समारोह में वाराणसी परिक्षेत्र के पोस्टमास्टर जनरल श्री कृष्ण कुमार यादव ने वाराणसी के ओडीओपी उत्पाद ‘बनारसी सिल्क साड़ी’ पर विशेष आवरण एवं विशेष विरूपण जारी किया। विशेष आवरण में बनारसी सिल्क साड़ी के साथ भारतीय फैशन सीरीज में जारी वाराणसी वीव्स का डाक टिकट अंकित कर इसे और भी खूबसूरत बनाया गया है। इस अवसर पर संयुक्त आयुक्त उद्योग श्री उमेश कुमार सिंह, उपायुक्त उद्योग श्री वीरेंद्र कुमार, प्रवर डाक अधीक्षक वाराणसी मंडल श्री राजन राव, सहायक डाक अधीक्षक श्री पंकज श्रीवास्तव उपस्थित रहे।
पोस्टमास्टर जनरल श्री कृष्ण कुमार यादव ने कहा कि बनारसी सिल्क साड़ी पर जारी विशेष आवरण इसे वैश्विक पहचान देगा। इसके माध्यम से बनारस की संस्कृति, कला, धरोहर दुनिया भर में फैलेगी। वाराणसी का रेशम पूरी दुनिया में वैभव और राजशाही का पर्याय है। यहाँ विभिन्न आकार-प्रकार, आकर्षक रूप, डिजाइन व पैटर्न में इन उत्पादों की एक विस्तृत श्रृंखला तैयार की जाती है। बनारसी सिल्क साड़ियाँ राजघरानों के पहनावे का पर्याय हैं। पाँच सदियों से चली आ रही इस कला से आज लगभग 29,802 बुनकर जुड़े हुए हैं। इन उत्पादों को जीआई टैग प्राप्त है।
पोस्टमास्टर जनरल श्री यादव ने बताया कि वाराणसी परिक्षेत्र के अधीन वाराणसी में बनारसी सिल्क साड़ी, भदोही में दरी, चन्दौली में जरी जरजोदी, गाजीपुर में जूट वाल हैंगिंग, जौनपुर में वूलेन कारपेट तथा बलिया में बिंदी (टिकुली) ओडीओपी उत्पादों पर विशेष आवरण व विरूपण डाक विभाग के माध्यम से जारी किये गए। इसमें से तमाम ऐसे उत्पाद हैं जो अपनी पहचान खो रहे थे तथा जिन्हें आधुनिकता तथा प्रसार रूपी संजीवनी द्वारा पुनर्जीवित किया जा रहा है और इसमें डाक विभाग की अहम भूमिका है।
संयुक्त आयुक्त उद्योग श्री उमेश कुमार सिंह ने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार की महत्त्वाकांक्षी ‘एक जनपद – एक उत्पाद’ कार्यक्रम का उद्देश्य है कि इन विशिष्ट शिल्प कलाओं एवं उत्पादों को प्रोत्साहित किया जाए। बनारसी सिल्क साड़ी को विशेष आवरण पर पर स्थान देकर डाक विभाग ने इसे और भी विशिष्ट पहचान दी है।