देश में अब नेता बनाने के लिए पढ़ाई कराई जाएगी। इसके लिए राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ द्वारा संचालित राम भाऊ म्हालगी प्रबोधिनी ने पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा कोर्स शुरू करने का ऐलान किया है। नौ माह के इस कोर्स की फीस ढाई लाख रुपये होगी। इसके लिए न्यूनतम योग्यता स्नातक होगी। पहले बैच में 40 सीटें होंगी।
केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने बुधवार को इसकी विधिवत शुरुआत की। उन्होंने इस मौके पर कहा कि इससे देश में राजनीतिक क्षेत्र में नए और बेहतर लोग सामने आएंगे। उन्होंने कहा कि देश में यह चर्चा होती है कि राजनीति में अच्छे लोग नहीं आ रहे हैं। नई पीढ़ी राजनीति से भाग रही है। ऐसे में यह पहल देश की राजनीति के लिए अच्छी साबित होगी। नए व युवा प्रतिभावान राजनेता उभर सकेंगे।
नेतृत्व, राजनीति और शासन में शुरू होने जा रहा यह पोस्ट ग्रेजुएट कार्यक्रम रामभाऊ म्हालगी प्रबोधिनी की नई पहल है। इससे पहले संस्थान 35 साल से ज्यादा उम्र के नेताओं और निर्वाचित प्रतिनिधियों के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम चलाता रहा है। नया कार्यक्रम राजनीति को कैरियर बनाने वाले लोगों को ध्यान में रखकर तैयार किया गया है। संस्थान का कहना है कि इससे युवा प्रतिभा और देश की लोकतांत्रिक राजनीति में अंतर को भरा जा सकेगा।
नौ माह के इस कोर्स के दौरान छात्रों को संस्थान में ही रहना होगा। इसमें हॉस्टल, वाईफाई, जिम समेत अन्य सुविधाएं मुहैया कराई जाएंगी। राजनेताओं, नौकरशाहों, समाजसेवियों, विभिन्न क्षेत्रों के विशेषज्ञों के समय-समय पर भाषण होंगे। एसी कक्षाओं में ऑडियो-वीडियो की सुविधा भी रहेगी। संघ की विचारधारा से जुड़ा यह संस्थान पहले से भाजपा नेताओं को समय-समय पर विशेष प्रशिक्षण देता रहा है। भाजपा मंत्रियों के स्टाफ को भी संस्थान ने प्रशिक्षण दिया था।
संघ की संस्था रामभाऊ म्हालगी प्रबोधिनी के इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ डेमोक्रेटिक लीडरशिप (आईआईडीएल) में नेतागिरी के पहले बैच की पढ़ाई बुधवार से शुरू हुई। इसमें महाराष्ट्र के अलावा उत्तर प्रदेश, बिहार, राजस्थान, तेलंगाना, पश्चिम बंगाल, मध्यप्रदेश के युवा शामिल हैं।
– पश्चिम बंगाल के अरित्र चट्टोपाध्याय एमबीए हैं। पुणे में मैकेनिकल इंजीनियर के तौर पर काम कर चुके हैं। अरित्र अब नेता बनकर पूर्वोत्तर राज्यों के विकास में योगदान देना चाहते हैं।
– हैदराबाद के प्रवीन चंद्र पिडीशेट्टी अपने दादा और नाना की राजनीतिक विरासत को आगे बढ़ाने के लिए नेता बनना चाहते हैं। उनके नाना और दादा कभी राजनीति में थे, लेकिन इनके बाद परिवार में कोई राजनीति में सक्रिय नहीं हो सका। इसलिए उन्होंने इस कोर्स में दाखिला लिया है।
– मुंबई से सटे मीरा-भायंदर के बीजेपी विधायक नरेंद्र मेहता की पत्नी सुमन मेहता कोर्स में दाखिला लेने वाली अकेली महिला हैं। सुमन वाराणसी (यूपी) की रहने वाली हैं। वह उस वक्त सुर्खियों में आईं थीं, जब जन्मदिन पर विधायक पति ने उन्हें तोहफे में साढ़े 5 करोड़ रु. की इम्पोर्टेड लैंबॉर्गिनी कार दी थी। सुमन मेहता कहती हैं कि मैं नेतागीरी के लिए नहीं, गवर्नेंस की डिग्री के लिए यह कोर्स कर रही हूं।