नई दिल्ली। युवाओं को प्रेरणा देने वाले देश के सबसे लोकप्रिय टीवी शो डॉ. सुभाष चंद्रा शो (DSC) एक नई संकल्पना और ताज़गी के साथ एक बार फिर छोटे परदे पर आया है। इस नए एपिसोड में विभिन्न पृष्ठभूमियों के लोगों के संघर्ष और सफलता के बारे में जानकारी दी जाएगी। डॉ. चंद्रा ने अपने इस शो के माध्यम से पिछले एपिसोड में अपने प्रेरक उद्बोधन से कई युवाओं के जीवन को रुपांतरित करने का प्रयास किया, अब इस शो में एक नई पहल करते हुए दर्शकों को देश के उन अपरिचित नायकों से परिचित कराया जाएगा, जिन्होंने अपने संघर्ष और संकल्प से सफलता हासिल कर अपनी पहचान बनाई।
पहला एपिसोड आज महाराजा अग्रसेन इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट, रोहिणी नई दिल्ली में संपन्न हुआ, जिसमें राज्य सभा सांसद व एस्सेल व ज़ी समूह के अध्यक्ष डॉ. सुभाष चंद्रा ने ”मैं कौन हूँ?” विषय पर अपने विचार व्यक्त किए। इस एपिसोड के खास मेहमान थे, अर्थ सेविअर फाउंडेशन के अध्यक्ष श्री रवि कालरा, जिन्हें लोग नो हाँकिंग मैन ऑफ इंडिया के रूप में भी जानते हैं, और साची रॉय, जो देश की सबसे कम उम्र युवती हैं जिन्हें हिमालयीन माउंटेनीअरिंग इंस्टीट्यूट ने माउंट एवरेस्ट पर जाने के लिए चुना है और वे वे देश की पहली ऐसी शख्सियत हैं जो यूरोप की सबसे ऊंची पर्वत चोटी एल्बरस पर पहुँची हैं।
”मैं कौन हूँ?” पर अपने विचार व्यक्त करते हुए डॉ. चंद्रा ने कहा, “हम अपनीजीवन यात्रा में कभी हम बेटे या बेटी के रूप में, कभी छात्र या शिक्षक के रूप में या कई अलग-अलग पहचान के साथ जीवन जीते जाते हैं। लेकिन हम बेटा या बेटी इसलिए हैं क्योंकि हमारे अपने माता-पिता हैं, हम छात्र हैं क्योंकि हम किसी स्कूल, कॉलेज में पढ़ रहे हैं या हम शिक्षक हैं क्योंकि हम अपने ज्ञान से अन्य लोगों को लाभान्वित कर रहे हैं। इस तरह देखा जाए तो हम जिस पहचान के साथ जी रहे हैं वह हमारी सच्ची पहचान नहीं है। एकमात्र चीज जो अन्य सभी चीजों से अलग पहचान रखती है वह है हमारी अंतःचेतना जिससे हमारे जीवित व सजग रहने का बोध होता है।“
इसे समझाते हुए डॉ. चंद्रा ने कहा, हमारे विचारों, भावनाओं और परिस्थितियों के बदलाव से ये अंतःचेतना अप्रभावित रहती है। हम अपने आपको सजग रखते हुए और इस अंतःचेतना को एकाकार कर, हम शांत चित्त हो सकते हैं और अपने विचारों के प्रवाह को धीमा कर सकते हैं, जब हम इस शक्ति का प्रयोग करते हैं तो ये ज्यादा असरकारक होती है। जब हम इस शक्ति से संयुक्त होते हैं, हम उत्तेजना और उदासी से मुक्ति का अनुभव करते हैं और आंतरिक शक्ति, चित्त की शांति और प्रसन्नता का अनुभव करते हैं।
देखिये डॉ. सुभाष चंद्रा शो ज़ी मीडिया के इन चैनलों पर 6 मई, 2017 से
ज़ी न्यूज़ पर शनिवार को सुबह 10 बजे और रविवार को 11 बजे
इंडिया 24X7 पर शनिवार को सुबह 7:30 बजे और रविवार को सुबह 10:00 बजे
ज़ी बिज़नेस पर शाम 7:00 बजे और रविवार को सुबह 11 बजे
ज़ी राजस्थान पर रात शनिवार को रात 8 बजे और रविवार को रात 12 बजे
ज़ी म.प्र. छत्तीसगढ़ पर शनिवार को शाम 5 बजे और रविवार को सुबह 9:00 बजे
ज़ी हरियाणा हिमाचल पर शनिवार को शाम 7:00 बजे और रविवार को सुबह 10:00 बजे
ज़ी 24 घंटा पर शनिवार को सुबह 11 बजे और रविवार को सुबह 11 बजे
ज़ी पूर्विया पर शनिवार को सुबह 9:00 बजे यौर रविवार को सुबह 10 बजे
ज़ी 24 तास पर शनिवार को दोपहर 1 बजे और रविवार को सुबह 10 बजे
ज़ी कलिंगा पर शनिवार को दोपहर 1.30 बजे और रविवार को सुबह 10 बजे
कारोबार हो या ज़िंदगी में आई चुनौतियाँ, आप किस तरह इनका सामना कर सकते हैं, अवरोधों को कैसे पार कर सकते हैं, और अपने कारोबार को कैसे बढ़ा सकते हैं-सीखिये हजारों मौलिक विचारों वाले डॉ. सुभाष चंद्रा से।
ज़ी मीडिया कॉर्पोरेशन लिमिटेड
देश का एक अग्रणी न्यूज़ नेटवर्क है। इसमें न्यूज. ताज़ा घटनाक्रम और क्षेत्रीय समाचार चैनलों का एक विशिष्ट समावेश है जिसमें ज़ी न्यूज़, ज़ी बिज़नेस, विऑन, इंडिया 24×7,ज़ी पंजाब, हरियाणा, हिमाचल, ज़ी मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, ज़ी 24 तास, 24 घंटा, ज़ी कलिंगा, ज़ी पूर्वैया और ज़ी राजस्थान न्यूज़ शामिल हैं। इसमें डीएनए समाचार पत्र भी शामिल है।
डॉ. सुभाष चंद्रा, सांसद, राज्य सभा व अध्यक्ष-ज़ी एवँ एस्सेल समूहः
डॉ. सुभाष चंद्रा (DSC) हरियाणा से राज्य सभा के निर्दलीय सांसद हैं। वे एस्सेल समूह की कंपनियों के अध्यक्ष हैं और दुनिया की मीडिया और मनोरंजन जगत की कंपनियों में एक जाना पहचाना नाम है। अपने दम पर ही अपनी शख़्सियत बनाने वाले और दूरदृष्टा डॉ. सुभाष चंद्रा ने हर बार एक नए उद्योग की शुरुआत की और उसे सफलता के शीर्ष तक पहुँचाया।
आज डीएससी को मीडिया मुगल के नाम से पहचाना जाता है। सफलता हासिल करने की अपनी मौलिक व उद्यमी सोच के बलबूते पर उन्होंने 1992 में देश का सबसे पहला सैटेलाईट चैनल ज़ी टीवी शुरु किया और इसके बाद देश के सबसे पहले निजी न्यूज़ चैनल ज़ी न्यूज़ की शुरुआत की। आज ज़ी एक स्थापित ब्रांड बन चुका है, और अंतर्राष्ट्रीय स्तर भी एक जाना पहचाना नाम है। आज दुनिया भर के 171 देशों में 100 करोड़ लोगों तक मनोरंजन से लेकर, खेल, लाईफ स्टाईल, फिल्मों और अंग्रेजी से लेकर क्षेत्रीय भाषाओं के कार्यक्रमों में ज़ी टीवी की मौजूदगी है। दर्शक संख्या में पाँच गुना वृध्दि और कार्यक्रमों में विविधता में चार गुना वृध्दि को लेकर वर्ष 2020 तक ज़ी दुनिया का सबसे बड़ा मीडिया ब्रांड हो जाएगा।
मनोरंजन और मीडिया के क्षेत्र में इस अनुपम योगदान के लिए डॉ. चंद्रा को न्यू यॉर्क में आयोजित इंटरनेशनल एम्मी अवॉर्ड्स नाईट में इंटरनेशनल एम्मी डायरेक्टोरेट अवॉर्ड प्रदान किया गया और यूनिवर्सिटी ऑफ ईस्ट लंदन द्वारा उन्हें डॉक्टर ऑफ बिज़नेस एडमिनिस्ट्रेशन से सम्मानित किया गया।
डॉ. चंद्रा अपने जीवन के अनुभवों को डॉ. सुभाष चंद्रा (DSC) शो के माध्यम से दर्शकों से साझा करते हैं यह कार्यक्रम को देश भर के लाखों दर्शकों में बेहद लोकप्रिय है। अपने इस कार्यक्रम के माध्यम से वे युवाओं में राष्ट्र भक्ति की भावना पैदा करने के साथ ही उनके जीवन को एक नई दिशा देने का कार्य भी कर रहे हैं।
मनोरंजन और मीडिया के क्षेत्र में इस अनुपम योगदान के लिए डॉ. चंद्रा को न्यू यॉर्क में 2011 में आयोजित 39 वीं इंटरनेशनल एम्मी अवॉर्ड्स नाईट में एम्मी डायरेक्टोरेट अवॉर्ड प्रदान किया गया। डॉ. चंद्रा यूनाईडेट स्टेट के बाहर से पहले ऐसे भारतीय हैं जिन्हें टेलीविज़न के कार्यक्रमों के क्षेत्र में बेहतरीन कार्यक्रमों के लिए डायरेक्टोरेट अवॉर्ड प्रदान किया गया।
डीएससी ने परमार्थिक कार्यों के माध्यम भी देश में अपनी एक अलग पहचान बनाई है। उन्होंने तालीम TALEEM (Transnational Alternate Learning for Emancipation and Empowerment through Multimedia) नाम से एक संस्था की स्थापना की है जिसके माध्यम से दूरस्थ क्षेत्रों के बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा दी जाती है। वे एकल विद्यालय फाउंडेशन ऑफ इंडिया के अध्यक्ष भी हैं-जिसके माध्यम से देश के वनवासी क्षेत्रों में और ग्रामीण अंचलों में विद्यालयों का संचालन किया जाता है। एकल विद्यालयों के माध्यम से 54,000 गाँवों में 1.4 million से भी ज्यादा आदिवासी बच्चों को शिक्षा दी जाती है। ग्लोबल विपश्यना फाउंडेशन की स्थापना में भी उनकी महत्वपूर्ण भूमिका रही है, जिसके माध्यम से लोगों को अपनी अध्यात्मिक क्षमता के विकास की दिशा में मार्गदर्शन दिया जाता है। डॉ. सुभाष चंद्रा ग्लोबल फाउंडेशन फॉर सिविल हार्मोनी इंडिया (GFCH) के भी संस्थापक अध्यक्ष हैं, यह यूनाईडेट नेशंस एलायंस ऑफ सिविलाईज़ेशन (UNAOC) के साथ मिलकर अंतर्राष्ट्रीय विवादों को दूर करने की दिशा में कार्य करता है। GFCH संस्थापकों में हिज़ होलीनेस दलाई लामा सहित कई जानी मानी शख्सियतें शामिल हैं, इसके संस्थापकों में भारत के पूर्व राष्ट्रपति स्व. डॉ. अब्दुल कलाम भी शामिल थे।
उनका ऑफिशियल ट्विटर हैंडल है @_SubhashChandra
विस्तृत जानकारी के लिए देखिये https://www.drsubhashchandra.com/dsc-show/
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ज़ी कॉर्पोरेट कम्युनिकेशंस
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