जनसंचार के साधनों को अभी तक आपने सूचनाएं देने के माध्यम के रूप में देखा होगा, लेकिन इन दिनो श्रीलंका में पुराने जमाने का अखबार बिलुकल अप्रत्याशित और नए ढंग से लोगों की भलाई का माध्यम बना हुआ है।
दरअसल डेंगू बुखार को समाप्त करने के लिए इस साल की शुरुआत में विज्ञापन की बड़ी कंपनी लियो बर्नेट ने श्रीलंका में सिंहली भाषा के अखबार ‘माबीमा’ के साथ हाथ मिलाया था। लेकिन अब इन दोनों मिलकर एक ऐसा अखबार निकालने में सफलता हासिल कर ली है जो घर से मच्छरों को भगा सके। और इस तरह से यह दुनिया का पहला मच्छरों को भगाने वाला अखबार बन गया।
श्रीलंका में लियो बर्नेट और माबीमा का संक्रमण की रोकथाम करने का यह प्रयास ऐसे समय पर किया गया जब मच्छर सबसे ज्यादा सक्रिय होते हैं। अखबार ने फिलहाल अपने प्रकाशन और बिक्री का समय भी सुबह और शाम के समय तय किया है।
दरअसल इसके लिए संक्रमण की रोकथाम उद्देश्य से अखबार की स्याही में सिट्रोनेला नामक अर्क को मिलाया गया। यह अर्क प्राकृतिक तौर पर कीट पतंगों को भगाने में काम आता है। जब लोगों ने अपना अखबार पढ़ने के लिए खोला, तो सिट्रोनेला के गंध वाले अखबार ने पास के मच्छरों को दूर भगा दिया।
अखबार ने जन कल्याण को देखते हुए राष्ट्रीय डेंगू सप्ताह से पहले अखबार में प्रचार अभियान चलाया। कारोबार के लिहाज से भी यह बहुत बड़ी सफलता साबित हुई। माबीमा ने जन जागरूकता के इस स्याही के पोस्टर्स भी बस स्टॉप्स पर बंटवाए और अखबार में लेखों के जरिए लोगों को जानकारी भी दी गई कि इस बीमारी से कैसे बचें और प्रभावित होने से बचने के लिए किस-किस तरह की सावधानियां बरतें। समाचार पत्र का प्रकाशन तीन लाख कॉपियों से ज्यादा बढ़ गया है।
साभार-samachar4media.com/ से